राजकीय इंटर कॉलेज खदरी में आंचल रावत ने इंटरमीडिएट परीक्षा में 91.2% प्राप्त कर ,23 साल पुराना रिकार्ड़ तोडा
श्यामपुर: "मंजिल उन्हीं को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है पंखों से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है"* ये चरितार्थ पंक्तियां खदरी निवासी आंचल रावत पर सटीक बैठती है। आंचल रावत राजकीय इंटर कॉलेज खदरी की छात्रा है उन्होंने उत्तराखंड बोर्ड के इंटरमीडिएट परीक्षा (कला वर्ग) में 91.2% अंक प्राप्त कर अपने विद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
सन् 1999 से विद्यालय के इतिहास में पहली बार किसी बेटी ने 91.2% अंक प्राप्त कर विद्यालय का नाम गौरवान्वित किया है। आंचल बचपन से ही मेधावी छात्रा रही, हाईस्कूल में भी 83% प्राप्त किए।
आंचल रावत मूलनिवासी टिहरी गढ़वाल देवप्रयाग के धौलधार गांव की है वर्तमान में चोपड़ा फार्म श्यामपुर में रहती है। आंचल के परिवार में 1 बडी बहन व 1 छोटा भाई है,पिता जी एक छोटी सी बैकरी की दुकान का संचालित करते हैं, माता ग्रहणी है।
आंचल रावत ने बताया वह नियमित 5-6 घंटे पढ़ाई करती थी, हर विषय के लिए उन्होंने समय निर्धारित किया था व सेल्फ स्टडी बिना ट्यूशन के उन्होंने यह सफलता हासिल कि। आंचल रावत आगे सिविल सेवा की तैयारी कर देश की सेवा करना चाहती हैं। आंचल रावत की इस सफलता से पता चलता है रास्तों पर मुश्किले /अधंड कितनी भी आड़े हाथ क्यों ना आये हमें अपने लक्ष्य की प्राप्ति अवश्य मिलती है। आंचल इस सफलता का श्रेय अपने गुरुजनों व माता पिता को देती हैं ।आंचल रावत ने छात्र -छात्राओं को संदेश दिया कि हर छात्र -छात्राओं को मन लगाकर प्रत्येक विषय को सहनशीलता से पढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा पढ़ाई का कोई शॉर्टकट नहीं है, आपकी मेहनत ही आपको सफलता की ऊंचाई तक पहुंचाती है।
विद्यालय के प्रधानाचार्य डी०एस कंडारी ने कहा छात्रा के इस प्रदर्शन से विद्यालय परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है ,विघालय में इंटरमिडिएट कक्षा सन् 1999 संचालित हुई,इस वर्ष छात्रा आंचल ने विद्यालय का नाम रोशन किया। इस बार से विद्यालय के इतिहाहर छात्र छात्राओं के अंदर हुनर छिपी रहती है बस उसे निखारने की जरूरत रहती है, बेटियां हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रही है। विद्यालय परिवार बच्चे की उज्जवल भविष्य की कामना करता है।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य डी०एस कंडारी, डाॅ ताजबर सिंह पडियार, कंचन पंत, एस ०एस श्रीवास्तव,एस०के दुबे, समाजसेवी अनिल रावत, राकेश रतूड़ी, डी०एस रावत (पूर्व हिन्दी प्रवक्ता),रणबीर सिह पुंडीर ,मनोज राणा,नागेड नाध पाण्डेय आदि मौजूद रहे|
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