रुड़की :
एक बार फिर विजिलेंस की टीम ने छापेमारी कर सरकारी अफसर को रिध्वत मामले में रंगे हाथ पकड़ा है।
फिलहाल टीम उक्त कर्मचारी से पूछताछ में जुटी है वही कार्रवाई के बाद तहसील में हड़कंप मचा रहा।
जानकारी के अनुसार विजिलेंस की टीम को एक चकबंदी के कर्मचारी द्वारा रिश्वत मांगे जाने की शिकायत एक शिकायतकर्ता द्वारा की गई थी।
विजिलेंस की टीम ने उप कर्मचारी को रंगे हाथ पकड़ने के लिए पूरी प्लानिंग की और शिकायतकर्ता को केमिकल लगे नोटों के साथ उक्त कर्मचारी के पास भेजा जैसे ही कर्मचारी ने रिश्वत के पैसे अपने पास रखे तो पहले से मुस्तैद विजिलेंस की टीम ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया।
पकड़े गए कर्मचारी का नाम राजेंद्र चौहान बताया गया। वह सीओ चकबंदी अनिल कुमार के पेशकार है। वहीं विजिलेंस की कारवाई के दौरान तहसील में हड़कंप मचा रहा। वहीं अभी मामले में आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।
इससे पहले हरिद्वार में ज्वालापुर कोतवाली में तैनात दरोगा इंद्रजीत राणा को रविवार की परसों रात विजिलेंस की टीम ने रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया। बताया गया कि धोखाधड़ी के मामले में आरोपी से 20 हजार की रिश्वत मांगी थी। जिसकी शिकायत उसने विजिलेंस से कर दी।
देर रात में ही विजिलेंस की टीम ने जाल बिछाया और आरोपी दरोगा को धर लिया। कोतवाली के समीप बने पुलिस आवास में दरोगा से टीम पूछताछ करती रही। पूछताछ और कागजी कार्यवाही पूरी करने के बाद टीम मध्य रात्रि में लेकर उसे देहरादून रवाना हो गई। विजिलेंस की कार्रवाई से अन्य पुलिसकर्मियों में भी हड़कंप मचा रह
Post a Comment