ऋषिकेश :
लालतप्पड़ औघोगिक क्षेत्र में फायर स्टेशन बने तो इसका लाभ डोईवाला सहित रायवाला व आसपास के ग्रामीण क्षेत्र को मिलेगा। बीते वर्ष शासन की ओर से फायर स्टेशन बनाने के लिए तीन करोड़ 74 लाख रुपये जारी हुए। इसके बाद भवन का ढांचा तो तैयार हो गया। मगर, जरूरी भौतिक संसाधन व फायर संयंत्र अब तक नहीं जुटाए जा सके। इसके लिए अभी बजट का इंतजार किया जा रहा है।
रायवाला व डोईवाला क्षेत्र में आग की घटनाओं पर नियंत्रण की जिम्मेदारी ऋषिकेश स्थित फायर स्टेशन पर है। आग भीषण हो जाए तो हरिद्वार व देहरादून से दमकल कर्मियों को बुलाना पड़ता है। ऐसे में देरी होने पर जान-माल को ज्यादा नुकसान होने की संभावना रहती है। लालतप्पड़ औधोगिक क्षेत्र होने के चलते यहां लंबे समय से फायर स्टेशन बनाने की मांग उठ रही है। बीते चार सितंबर 2021 को यहां लीसा फैक्ट्री में भयानक आग लग गयी थी। इससे पूर्व भी फैक्ट्रियों में आग की कई बड़ी घटनाएं हो चुकी हैं। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के कार्यकाल में लालतप्पड़ में फायर स्टेशन बनाने को मंजूरी मिली थी।
बीते वर्ष जनवरी 2022 में हरिद्वार-देहरादून राजमार्ग पर उत्तरांचल डेंटल कालेज के निकट फायर स्टेशन का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। अब स्टेशन का तीन मंजिला भवन बनकर तैयार है। हालांकि अभी पार्किंग फ्लोर, ड्रेनेज सिस्टम आदि कार्य होने शेष हैं। वहीं स्टेशन के लिए जरूरी संसाधन, उपकरण आदि की खरीद और कार्मिकों की नियुक्ति भी नहीं हुई है।
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