ऋषिकेश :
एक-दो नहीं बल्कि प्रत्येक छात्र- छात्राओं को अपने जीवन में नई बुलंदियों को छुएं और इस कार्य में उन्हें कभी पुस्तकों की कमी महसूस ना हो. इस ध्येय वाक्य का चरितार्थ उदाहरण खदरी के ललित मोहन रयाल (आईएएस ऑफिसर) है।
न्याय पंचायत श्यामपुर की ग्राम सभा खदरी खड़क माफ के आईएएस ऑफिसर ललित मोहन रयाल उत्तराखंड सरकार के द्वारा अपने पिता श्रद्धेय स्वर्गीय मुकुंद राम रयाल की तीसरी पुण्यतिथि पर ग्राम पंचायत खदरी खड़कमाफ़ के पुस्तकालय को 500 पुस्तकें सप्रेम भेंट की गई। इससे पूर्व भी ललित मोहन रयाल के द्वारा लगभग 4000 पुस्तकें(अलमारी सहित) ग्राम पंचायत को सप्रेम भेंट की जा चुकी हैं। इन पुस्तकों मे प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित,ज्ञानवर्धक, संघ लोक सेवा आयोग से संबंधित, साहित्यिक एवं धार्मिक पुस्तकें उपलब्ध हैं।
आईएएस ललित मोहन रयाल ने कहा एक पुस्तक, एक कलम, एक बालक दुनिया बदल सकते हैं, पुस्तकालय में रखी सभी संग्रह पुस्तकें छात्र- छात्रों के भविष्य को संवारने में अहम योगदान रखती हैं,
ग्राम सभा खदरी की प्रधान संगीता थपलियाल ने बताया ललित मोहन रयाल जी के द्वारा पंचायत के पुस्तकालय में 500 पुस्तकें दी गई है जिसके लिए पंचायत उनका आभार व्यक्त करती है। उन्होंने कहा पुस्तकालय में ज्यादा संख्या में पुस्तकें होना बच्चों के लिए फायदेमंद होती है, जिससे बच्चे अपने उपयोगी पुस्तकों को पढ़ सके।
इस अवसर पर ग्राम प्रधान संगीता थपलयाल, क्षेत्र पंचायत सदस्य श्रीकांत रतूड़ी, वार्ड मेंबर सुनील चंदोला, समाजसेवी शांति प्रसाद थपलियाल, वीरेंद्र रयाल, क्षेत्र पंचायत सदस्य प्रभाकर पैन्यूली आदि।
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