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 देहरादून ; 

राज्यपाल ने राजभवन एवं परेड ग्राउंड में फहराया राष्ट्रीय ध्वज।


* राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने सराहनीय सेवाओं के लिए किया पुलिस अधिकारियों को सम्मानित।


* राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने सड़क हादसे में क्रिकेटर ऋषभ पंत की सहायता करने वाले चालक, परिचालक व अन्य दो लोगों को किया सम्मानित।  


* परेड ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम में उद्यान विभाग की झांकी को प्रथम, पर्यटन विभाग को द्वितीय तथा शिक्षा विभाग की झांकी को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ।


* परेड करने वाली टुकड़ियों में प्रथम स्थान पर द्वितीय प्लाटून केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल, द्वितीय स्थान पर प्रथम दस्ता गढ़वाल राइफल्स और तृतीय स्थान पर 5वीं प्लाटून उत्तराखंड महिला दल रहीं।


 

74th republic day celebrated in capital dehradun


74 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने गुरुवार को परेड ग्राउंड में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में ध्वज फहराया तथा राष्ट्रीय ध्वज को नमन करते हुए परेड की सलामी ली। इस अवसर पर सीआरपीएफ, आई.टी.बी.पी., पुलिस, पीएसी, होमगार्ड, पीआरडी के जवानों सहित एन.सी.सी की टुकड़ियों ने परेड करते हुए राज्यपाल को सलामी दी। 


राज्य के लोक कलाकारों व विभिन्न स्कूली बच्चों ने भी विभिन्न सांस्कृतिक लोक नृत्य का मनोहारी प्रदर्शन किया। गणतंत्र दिवस के अवसर पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) व मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखण्ड पुलिस के ‘विजन डॉक्यूमेंट’ का अनावरण किया। 


इस अवसर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले पुलिस कर्मियों को उनकी सराहनीय सेवाओं के लिए सम्मानित किया गया।(सूची संलग्न है।)


इस अवसर राज्यपाल और मुख्यमंत्री द्वारा सड़क हादसे में घायल भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत की सहायता एवं राहत व बचाव कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले हरियाणा रोडवेज के चालक श्री सुशील कुमार, परिचालक श्री परमजीत नयन व उत्तम शुगर मिल में कार्य करने वाले दो कर्मियों निशु और रजत को मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी की घोषणा के अंतर्गत सूचना विभाग द्वारा 01-01 लाख रू0 की सम्मान राशि, प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह(ब्रहमकमल की अनुकृति) प्रदान किया गया। यह सम्मान सुशील कुमार की पत्नी श्रीमती ऋतु और परमजीत के पिता श्री सुरेश कुमार ने ग्रहण किया। पुलिस विभाग द्वारा भी सभी को अलग से सम्मान राशि प्रदान की गई।


परेड ग्राउंड में आयोजित गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम के दौरान महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग, ग्राम्य विकास, पर्यटन विभाग, उद्यान विभाग, शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, वन विभाग, उद्योग विभाग द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों, योजनाओं तथा नीतियों पर आधारित झाँकियों का भी प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शन में उद्यान विभाग की झाँकी को प्रथम, पर्यटन विभाग को द्वितीय तथा शिक्षा विभाग की झांकी को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। इस अवसर पर द्वितीय गढ़वाल राइफल्स, सीआरपीएफ, आईटीबीपी, उत्तराखण्ड पुलिस, आई.आर.बी द्वितीय, उत्तराखण्ड विशेष पुलिस, उत्तराखण्ड विशेष पुलिस (महिला), होमगार्ड, पीआरडी, एनसीसी ब्वॉइज, एनसीसी गर्ल्स ने भव्य परेड में प्रतिभाग किया।


 परेड करने वाली टुकड़ियों में प्रथम स्थान पर द्वितीय प्लाटून केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल, द्वितीय स्थान पर प्रथम दस्ता गढ़वाल राइफल्स और तृतीय स्थान पर 5वीं प्लाटून उत्तराखंड महिला दल रहीं। इस अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक दलों द्वारा छोलिया, गढ़वाली,  भांगडा, कौथिक, बसन्त, हारूल, नृत्य का प्रदर्शन किया गया। जिसका उपस्थित दर्शकों ने खूब आनंद लिया।

 

परेड ग्राउण्ड में आयोजित इस समारोह में सांसद नरेश बंसल, मेयर देहरादून श्री सुनील उनियाल गामा, स्थानीय विधायक श्री खजान दास, मुख्य सचिव डॉ.एस.एस.संधु, डी.जी.पी. अशोक कुमार, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, सचिव श्री राज्यपाल डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी, जिलाधिकारी देहरादून श्रीमती सोनिका सहित पुलिस तथा प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, जनप्रतिनिधि, विशिष्ट गणमान्य अतिथि एवं जनसामान्य भी उपस्थित रहे।



 राजभवन में ध्वजारोहण

  राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजभवन में ध्वज फहराया और राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी। उन्होंने देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले आजादी के महानायकों व संविधान निर्माताओं के प्रति सम्मान और आभार व्यक्त करते हुए उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी।


 राजभवन में ध्वजारोहण के पश्चात राजभवन के अधिकारियों व कर्मचारियों को मिष्ठान वितरित किया।

 

74वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर जिन अधिकारियों/कर्मचारियों को उत्कृष्ट सेवा के लिए पदक प्रदान किये गये, जिनका विवरण निम्नवत् हैः-


सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक


श्री रमेश कुमार पाल, पुलिस उपाधीक्षक(एम) (से0नि0) पुलिस मुख्यालय।

श्री विरेन्द्र दत्त उनियाल, पुलिस उपाधीक्षक (से0 नि0) जनपद देहरादून।

श्री कैलाश चन्द पंवार, पुलिस उपाधीक्षक (से0 नि0) एसटीएफ।

श्री पंकज कुमार उप्रेती, पुलिस उपाधीक्षक (से0 नि0) सतर्कता सैक्टर हल्द्वानी।

श्री विरेन्द्र सिंह रावत, पुलिस उपाधीक्षक (से0 नि0) मा0 मुख्यमंत्री सुरक्षा।

श्री मोहन गिरी, उप निरीक्षक अध्यापक (से0 नि0) एटीसी हरिद्वार।

श्री दिनेश चन्द्र, प्लाटून कमाण्डर, 31वीं वाहिनी पीएसी रूद्रपुर।

श्री विक्रम सिंह, उप निरीक्षक वि0श्रे0 (से0 नि0) जनपद हरिद्वार।

श्री पितृशरण बहुगुणा उप निरीक्षक आरमोरर (से0 नि0) पुलिस मुख्यालय।

श्री मोहन राम, उप निरीक्षक वि0श्रे0 (से0 नि0) एसपीआर हलद्वानी।

श्री जई राम, मुख्य आरक्षी वि0श्रे0 चालक (से0 नि0) 46वीं वाहिनी पीएसी।


विशिष्ट कार्य के लिए ‘श्री राज्यपाल उत्कृष्ट सेवा पदक’


.श्री दलीप सिंह कुंवर, पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून।

.श्री आयुष अग्रवाल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ उत्तराखण्ड।

श्री देवेन्द्र पींचा, पुलिस अधीक्षक, चम्पावत।

श्री राकेश चन्द्र देवली, अपर पुलिस अधीक्षक, मा0 मुख्यमंत्री सुरक्षा उत्तराखण्ड।

श्री दिनेश चन्द्र बडोला, पुलिस उपाधीक्षक पीटीसी नरेन्द्र नगर।

श्री पूरन सिंह रावत, निरीक्षक एम पुलिस मुख्यालय।

                                              अपर निदेशक सूचना श्री आशिष कुमार त्रिपाठी ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर गुरुवार को सूचना निदेशालय में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित अधिकारियों व कर्मचारियों को संविधान की उद्देशिका की शपथ भी दिलाई।



मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारा देश विभिन्न सम्प्रदायों, भाषाओं, जातियों एवं संस्कृतियों से परिपूर्ण राष्ट्र है। इन सभी अनेकताओं को एकता के सूत्र में पिरोने का कार्य हमारे संविधान ने किया है। नये भारत के निर्माण में हमें संविधान में उल्लिखित न्याय, स्वतंत्रता, समानता तथा भाईचारे के मूलभूत लोकतांत्रिक आदर्शों के प्रति संकल्प लेने की आवश्यकता है।


   गुरुवार को गांधी पार्क, देहरादून में भारत विकास परिषद द्वारा आयोजित ’सामूहिक वन्देमातरम् गायन कार्यक्रम’ को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस तरह के आयोजनों से हमारी नई पीढ़ी एवं युवा साथियों को देश के गौरवशाली इतिहास से परिचित होने का अवसर मिलता है। हमारा देश विविध प्रकार के संप्रदायों, भाषाओं, जातियों व संस्कृतियों से परिपूर्ण राष्ट्र है। अनेकता में एकता ही भारत की विशेषता है। 


    उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत दुनिया के अंदर एक नई पहचान स्थापित कर रहा है। देश का मान सम्मान स्वाभिमान बढ़ा है। आज वैश्विक मंचो पर भारत द्वारा दिए गए सुझाव पर गंभीरता से विचार किया जाता है। भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया के 5 सबसे बड़े देशों में शामिल है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में भारत इस वर्ष जी 20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहा है। जी-20 की महत्वपूर्ण बैठकें देश के विभिन्न राज्यों में आयोजित की जा रही हैं। इसकी दो महत्वपूर्ण बैठकें उत्तराखण्ड में भी प्रस्तावित हैं। इससे हमारे समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के साथ पर्यटन, योग आयुष एवं आयुर्वेद को भी पहचान मिलेगी। यह अवसर राज्य के उत्पादों को भी वैश्विक पटल पर पहचान दिलाने में मददगार होगा।


    मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि भारत के प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष 2023 को अन्तरराष्ट्रीय मिलेट वर्ष भी घोषित किया गया है। इससे हमारे मोटे अनाजों को तेजी से बढ़ावा मिलेगा। भारत सरकार द्वारा मण्डुवा को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर क्रय करने की स्वीकृति प्रदान की है।  इसके लिये इसका समर्थन मूल्य 3578 भी घोषित किया गया है।


     मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कोरोना काल में भी आमजन की सुविधा अनुसार व्यवस्थित प्रबंधन किया गया। संपूर्ण देश में निशुल्क रूप से वैक्सीनेशन का कार्य प्रगति पर है। वहीं अन्य देशों को भी मुफ्त में वैक्सीन देने का कार्य किया गया है। उन्होंने कहा राज्य सरकार जोशीमठ के हालात पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। भू-धंसाव से प्रभावितों की पूरी मदद का हमारा संकल्प है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी भी स्थिति की लगातार जानकारी ले रहे हैं। राज्य सरकार जोशीमठ के प्रभावितों के साथ पूरी संवेदनशीलता के साथ खड़ी है। 


    मुख्यमंत्री ने सभी को गणतंत्र दिवस एवं वसंत पंचमी की शुभकामना देते हुए आजादी के अमृत महोत्सव के इस गणतंत्र दिवस पर प्रदेश के विकास में सहयोगी बनने का भी आह्वान किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विभिन्न शिक्षकों एवं छात्रों को सम्मानित किया। कार्यक्रम में सामूहिक तौर पर वन्देमातरम् गीत भी गाया गया। 


     कार्यक्रम में राज्य सभा सांसद नरेश बंसल, विधायक श्री खजान दास, मेयर सुनील उनियाल गामा, विधायक श्रीमती संगीता कपूर, भारत विकास परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष श्री बृज प्रकाश गुप्ता, श्री एस.एस कोठियाल, महानगर अध्यक्ष भाजपा सिद्धार्थ अग्रवाल, अनिल गोयल एवं अन्य लोग मौजूद रहे।





मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने गुरूवार को गणतंत्र दिवस के अवसर पर सचिवालय में ध्वज फहराया। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेशवासियों और सचिवालय के सभी अधिकारियों-कर्मचारियों को गणतंत्र दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर अपने सम्बोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि भारत की आजादी के बाद, देश का संविधान बनाने वालों ने यह निर्णय लिया कि देश को गणतांत्रिक देश बनाना है। इसके बाद संविधान बनाकर इसे 26 जनवरी, 1950 को लागू किया गया। हमारे संविधान का एक महत्त्वपूर्ण अंश यह भी है कि भारत के प्रत्येक नागरिक को समान अवसर का अधिकार प्राप्त है। 


मुख्य सचिव ने कहा कि इसका एक उदाहरण देश के राष्ट्रपति पद पर आसीन श्रीमती द्रोपदी मुर्मू हैं। कठिन परिस्थितियों के बावजूद वे कभी हिम्मत नहीं हारी, और कहां से कहां तक पहुंची। यह हमारे संविधान की ही देन है। भर्तियों में भ्रष्टाचार जैसी घटनाओं के चलते आज उत्तराखण्ड के परिपेक्ष्य में समान अवसर का अधिकार का महत्त्व और भी बढ़ गया है। भर्तियों में भ्रष्टाचार बहुत ही चिंता का विषय है। हमें इसका समाधान ढूंडना है। इससे प्रदेश की नकारात्मक छवि गयी है। यह प्रदेश के लिए एक चुनौति है। शासन प्रशासन में बैठकें आयोजित कर यह निर्णय लिया गया कि पात्र युवाओं को ही नौकरी मिले इसके लिए कठोर कानून बनाया जा रहा है। इस प्रकार की घटनाओं में लिप्त लोगों को उम्र कैद की सजा एवं इन कामों से अर्जित सम्पत्ति की जब्त किए जाने का प्रावधान किया जा रहा है, ताकि यह संदेश जाए कि कोई और इस प्रकार की घटनाएं न करे और पात्र लोगों को ही नौकरी मिल सके। इस समय जो भी यहां बैठा है उसे यह याद रखने की आवश्यकता है कि वह यहां इसलिए बैठा है क्योंकि हमारे संविधान ने हमें समान अवसरों का अधिकार दिया है और अब हमारा यह कर्त्तव्य बनता है कि समान अवसर के अधिकार को हर हालत में लागू कराया जाना हमारी जिम्मेदारी है। हमें यह ध्यान देना होगा कि जाने अनजाने में भी हम से कोई ऐसा निर्णय न हो जिससे समानता का अधिकार नजरअंदाज हो।


मुख्य सचिव ने कहा कि उत्तराखण्ड प्राकृतिक दृष्टि से बहुत ही सम्पन्न राज्य है। खूबसूरत पहाड़, दुनिया का वाटर टॉवर कहे जाने वाले बर्फीले पर्वत और नदियां हैं। यहां चारधाम हैं, जहां के दर्शन करने के लिए लोग वर्षों से प्रयास कर रहे हैं। इसके साथ ही, उत्तराखण्ड की राजधानी देश की राजधानी के इतने पास है। आज यात्रा की दूरी, किलोमीटर से नहीं बल्कि ट्रेवल टाईम से नापी जाती है। पहले देहरादून से दिल्ली 6 से 7 घंटे लगते थे। अब 4 से 5 लग रहे हैं और बहुत जल्दी ही 2 से सवा दो घंटे लगेंगे। इसलिए 2 घंटे का सफर होने के बाद इसे दिल्ली एनसीआर का हिस्सा भी कहा जाना कोई अचम्भा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि इससे दिल्ली एनसीआर का एक प्रतिशत भी टूरिस्ट यहां आना शुरू हो जाएगा तो इससे पर्यटन को एक दम बूस्ट मिलेगा। उन्होंने कहा कि इससे प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। इसके लिए हमें तैयार रहना है। 


मुख्य सचिव ने कहा कि चारधाम यात्रा के दौरान बहुत अधिक ट्रेफिक होने के कारण सिर्फ पर्यटन की दृष्टि से उत्तराखण्ड आने वाले पर्यटक ट्रेफिक जाम से बचने के लिए चारधाम यात्रा सीजन में आने से बचते हैं। इससे आने वाले भविष्य में प्रदेश के पर्यटन पर बुरा प्रभाव भी पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के भविष्य को बचाने के लिए हमें प्रदेश की सड़कें बचानी होंगी। उन्होंने कहा कि शहरों और सड़कों के किनारे बनने वाले भवनों को सुनियोजित तरीके से बनाए जाने के लिए प्रयास किए जाएं। हमें प्रदेश और प्रदेश की युवा पीढ़ी के लिए सोचते हुए अभी से योजनाओं को बनाना और लागू करना है। हमें सिर्फ आज की परिस्थिति नहीं देखनी बल्कि दीर्घकालिक योजनाएं बनानी हैं, ताकि हम अपने प्रदेश का भविष्य बचा सकें। उन्होंने कहा कि सचिवालय शासन प्रशासन की शीर्ष संस्था है। प्रदेश और प्रदेशवासियों का भविष्य सुरक्षित करने के लिए हम सभी को अपना-अपना योगदान देना है। हमें प्रदेश के भविष्य को सुरक्षित रखने का सिर्फ विचार ही नहीं रखना बल्कि इसे अपनी भावना बनाना है। उन्होंने कहा कि विचार बदलते रहते हैं भावनाएं नहीं बदलती। आज गणतंत्र दिवस के अवसर पर हम इतना ही प्रण ले लें कि हमें प्रदेश के भविष्य के लिए ही निर्णय लेने हैं तो आज गणतंत्र दिवस पर यहां एकत्र होना सफल हो जायेगा।


इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, श्री आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव श्री आर. के. सुधांशु, श्री एल. फैनाई, सभी सचिव, अपर सचिव सहित सचिवालय के अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे


*SDRF वाहिनी मुख्यालय, जॉलीग्रांट में धूमधाम से मनाया गया गणतंत्र दिवस।* 


*चलो उसे सलाम आज सब करें,*

*चलो उसे प्रणाम आज सब करें,*

*अजर सदा, इसे लिये हुए जिए,*

*अमर सदा, इसे लिये हुए मरे,*

*अजय ध्वजा हरी, सफ़ेद केसरी।*



26 जनवरी को हर वर्ष हमारे देश में गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है, इस दिन हमारा संविधान लागू हुआ था। इस दिन अंग्रेजों के कानूनों को हटा कर हमने खुद के संविधान को अपनाया था, संसद से भारतीय संविधान लागू होने के बाद भारत एक लोकतान्त्रिक गणराज्य बन गया, यही कारण है कि इस दिन को हम सभी राष्ट्रीय त्यौहार के रूप में मनातें हैं।भारतीय संविधान को बनने में कुल 2 वर्ष 11 माह व 18 दिन का समय लगा जिसके बाद 26 जनवरी 1950 को संविधान पुरे देश में लागू किया गया। 26 जनवरी के महत्व को बनाये रखने के लिए व भारत के गणतंत्र स्वरूप को मान्यता देने के लिए 26 जनवरी, गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसी दिन 1950 को देश में कानून और भारतीय शासन को लागू कर दिया गया था।



इसी शुभावसर पर आज दिनाँक 26 जनवरी 2023 को SDRF वाहिनी मुख्यालय, जॉलीग्रांट देहरादून में देश के 74वे गणतंत्र दिवस को हर्षोल्लास से मनाया गया।



सेनानायक SDRF श्री मणिकांत मिश्रा द्वारा सर्वप्रथम राष्ट्रीय ध्वज को फहराया गया,  इस दौरान सलामी गार्द द्वारा सलामी की कार्यवाही की गई व प्रांगण में मौजूद समस्त अधिकारी/कर्मचारियों द्वारा राष्ट्र ध्वज के सम्मान में सेल्यूट किया गया। 


तत्पश्चात सेनानायक महोदय, द्वारा शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के उपरांत उपस्थित समस्त अधिकारी/कर्मचारियों को राष्ट्रीय एकता व अखंडता की शपथ दिलाई गई। महोदय द्वारा समस्त अधिकारी/कर्मचारियों को संबोधित करते हुए बताया गया कि आज का दिन हर भारतवासी के लिए गौरवान्वित करने वाला है।गणतंत्र दिवस का उत्सव भारत की आजादी के लिए लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान का सम्मान करने और लोकतंत्र, समानता और न्याय के आदर्शों के प्रति देश की प्रतिबद्धता की पुष्टि करने का एक तरीका है। यह भारत की सांस्कृतिक और सामाजिक विविधता का जश्न मनाने और राष्ट्रीय एकता और एकीकरण को बढ़ावा देने का अवसर भी है। अनेकता में एकता वाले हमारे देश पर हमे गर्व करना चाहिए और ये प्रण भी लेना चाहिए कि राष्ट्र की एकता और अखंडता सुनिश्चित कराने वाली बन्धुता बढ़ाने के लिए दृढ़ संकल्प होकर स्वयं को आत्मसमर्पित करेंगे।


सेनानायक ,SDRF द्वारा सभी को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देने के साथ ही पदक विजेताओं को बधाई दी गयी ।


उक्त अवसर पर सहायक सेनानायक श्री दीपक सिंह,शिविरपाल श्री राजीव रावत, निरीक्षक श्रीमती ललिता नेगी, सूबेदार मेजर श्री जयपाल राणा, उप-निरीक्षक श्री विजय रयाल, श्रीमती पूनम शाह इत्यादि भी उपस्थित रहे।


इसके साथ ही पुलिस महानिदेशक, उत्तराखंड पुलिस द्वारा गणतंत्र दिवस के अवसर पर SDRF के जिन 11 अधिकारियों/कर्मचारियों को उत्कृष्ट/सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह प्रदान किये जाने की घोषणा की थी, उन्हें पुलिस मुख्यालय, देहरादून में पदक से अलंकृत किया गया, जिनका विवरण निम्नवत है-


*उत्कृष्ट सेवा के लिए (सेवा आधार पर) उत्कृष्ट सेवा सम्मान चिन्ह*:-


01. श्री हर्षवर्धन तोमर, निरीक्षक(एम)

02. श्री हरक सिंह राणा, निरीक्षक

03. श्री योगेंद्र सिंह अपर उप-निरीक्षक आरमोरर


*विशिष्ट कार्य के लिए सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह*:-


01. श्री रविन्द्र पटवाल,अपर उप-निरीक्षक

02. श्री दिगपाल लाल, मुख्य आरक्षी

03. श्री यशवंत सिंह, आरक्षी

04. श्री प्रवीण सिंह, आरक्षी

05. श्री विकास रमोला, आरक्षी

06. श्री गौतम चन्द्र, आरक्षी

07. श्री मुकेश रावत,आरक्षी

08. श्री शैलेन्द्र सिंह,आरक्षी

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