डोईवाला /देहरादून:
आपको जानकर आश्चर्य कि उपखनिज चोरी करने वाली कम्पनी एटलस सरकारी खननपट्टे लालतप्पड़ के नज़दीक ही लीज़ पर ग्राम पंचायत की भूमि पर कार्य कर रही थी. इस कम्पनी का अनुबन्ध जुलाई, 2022 को समाप्त हुआ है.
कीमती उपखनिज चोरी कर कंपनी ने वहां बड़े बड़ी 5 -6 फ़ीट के गड्ढे छोड़ दिए है. ग्राम प्रधान अनिल पाल , पटवारी मनोज मिश्रा , राजस्व मोहर्रिर प्रतिमा सक्सेना और निकट ही पुलिस को भी इसकी भनक नहीं लगी।
ऐसा कहा जा रहा है. उप प्रधान माज़री ग्रांट एवं ग्राम पंचायत सदस्य जब 3 -4 दिन पहले वहां लीज़ से मुक्त भूमि का निरीक्षण करने पंहुचे तो हतप्रभ रह गए. उन्होंने इसकी सूचना अधिकारियों को दी. उसके बाद ही ग्राम प्रधान ने एक लिखित रिपोर्ट लालतप्पड़ पुलिस चौकी में दी है, जिस पर संज्ञान लेते हुए एसडीएम तथा डीएम के निर्देश पर कोतवाल डोईवाला द्वारा निरीक्षण किया गया. साथ ही अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज़ किया गया है.
उपप्रधान एवं ग्राम पंचायत सदस्यों का कहना है कि उक्त मामले में जब भूमि कंपनी द्वारा ग्राम पंचायत को हैंडओवर की गयी तो पंचायत को इसकी सूचना नहीं दी . उनकी अनुपस्थिति प्रधान पर सवाल खड़े करता है.
साथ ही अधिकारियों, पुलिस और ग्राम प्रधान पर सवाल खड़े हो रहे है कि अज्ञात के बजाए कंपनी के खिलाफ शिकायत दर्ज़ क्यों नहीं की जा रही है जबकि बेशकीमती खनिज सरकारी भूमि से चोरी किया गया है . सैकड़ों ट्रक भरकर स्थान से दूसरे स्थान ले जाया गया। परन्तु इसकी भनक किसी को नहीं लगी , ऐसा कहना है शासन का .उपप्रधान एवं पंचायत सदस्य इस पर बड़ी कार्यवाही की तैयारी कर रहे है.
पूर्व में भी एक और एनएच कंपनी ऐसे ही आरोप लग चुके है. एटलस कंपनी को भी ग्राम पंचायत जाने का ग्राम पंचायत सदस्य विरोध करते रहे है. लालतप्पड़ में जाखन नदी का उपखनिज भण्डार है जहाँ अनेक स्थानों पर भूमाफियाओं की नज़र तो रहती ही है. अब हाईवे कंपनी भी इसका भरपूर फायदा उठाती नज़र आ रही है.
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