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 श्री बदरीनाथ धाम यात्रा वर्ष 2022 का औपचारिक समापन।


• आज आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी रावल जी सहित सेना के बैंड के साथ समारोहपूर्वक आज  योग बदरी पांडुकेश्वर से श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ पहुंची।

YOG BADRI TO JOSHIMATH



• 19 नवंबर हो श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद हुए थे कल 20 नवंबर को  योग बदरी  पांडुकेश्वर पहुंची थी आदि गुरु शंकराचार्य जी की पवित्र गद्दी।


जोशीमठ : 

 

  आदि गुरू शंकराचार्य जी  की गद्दी के   श्री नृसिंह मंदिर स्थित गद्दी स्थल में स्थापित होते ही आज श्री बदरीनाथ धाम यात्रा 2022 का औपचारिक समापन भी हो गया है। इस अवसर पर श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष अजेंद्र अजय, उपाध्यक्ष किशोर पंवार तथा मुख्य कार्याधिकारी   योगेन्द्र सिंह ने श्रद्धालुजनों को बधाई दी है।  श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 19 नवंबर शाम को  शीतकाल हेतु बंद हो गये थे  आज 21 नवंबर को आदि गुरू शंकराचार्य जी की गद्दी  योग बदरी पांडुकेश्वर से श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ पहुंची। जहां श्रद्धालुओं ने आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी के दर्शन किये तथा रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी का स्वागत किया।इससे पहले रावल जी ने विष्णु प्रयाग में भगवान नारायण की पूजा  तथा मां गंगा की आरती की।

तत्पश्चात सीमा सड़क संगठन केंप मारवाड़ी में रावल जी एवं धर्माधिकारी का स्वागत हुआ।

शाम को रावल जी, धर्माधिकारी का गढ़वाल स्काउट केंप जोशीमठ में स्वागत किया गया।

   मंदिर समिति मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि कल 20  नवंबर  रविवार को प्रात: श्री उद्धव जी श्री कुबेर जी तथा रावल जी सहित आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी सेना के बैंड की भक्तिमय धुनों के साथ समारोह पूर्वक योग ध्यान बदरी पांडुकेश्वर  पहुंची थी,श्री उद्धव जी श्री कुबेर जी योगबदरी पांडुकेश्वर में‌ विराजमान हो गये है पांडुकेश्वर में ही श्री उद्धव जी एवं कुबेर जी की  शीतकाल में पूजा-  अर्चना की जायेगी। आज  21 नवंबर  सोमवार को पूर्वाह्न रावल जी एवं आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ पहुंच गयी।

उल्लेखनीय है कि श्री नृसिंह मंदिर परिसर में डोली के पहुंचने पर पूजा अर्चना   हुई तथा महिलाओं ने मंगल गान तथा भजन गाये। इस अवसर पर प्रसाद वितरित हुआ तथा भंडारा आयोजित किया गया।

इसी के साथ श्री बदरीनाथ धाम यात्रा का औपचारिक समापन हो गया  योग बदरी पांडुकेश्वर तथा श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ में शीतकालीन पूजायें शुरु हो गयी।

 इस अवसर पर  स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज,  सहित रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी, मंदिर समिति उपाध्यक्ष किशोर पंवार, खाक चौक के परमाध्यक्ष  स्वामी बाबा बालक दास जी महाराज, धरणीधर जी महाराज,

मंदिर समिति सदस्य भास्कर डिमरी, पूर्व सदस्य ऋषि प्रसाद सती, धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, कमांड अधिकारी मनीष कपिल,स्वामी मुकुंदानंद महाराज,वेदपाठी रविन्द्र  भट्ट एवं  उप मुख्य कार्याधिकारी सुनील तिवारी, ओसडी जनसंपर्क एएस नेगी,मुख्य प्रशासनिक अधिकारी गिरीश चौहान, मंदिर अधिकारी राजेन्द्र  चौहान, श्री नृसिंह मंदिर प्रभारी संदीप कपरवाण, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी क्रमश: दीपक नौटियाल, विराज बिष्ट,  कुलदीप भट्ट, विवेक थपलियाल,  वरिष्ठ सहायक राजेंद्र सेमवाल, लेखाकार भूपेन्द्र रावत, भंडार प्रभारी संतोष तिवारी    डा. हरीश गौड़,  पुजारी संजय डिमरी,प्रबंधक भूपेंद्र राणा,  सीए अतुल डिमरी,अजय सती, अनसुया नौटियाल,दिनेश भट्ट,पूर्व दफेदार  कृपाल सनवाल, प्रभारी दफेदार कुलानंद पंत,  विकास सनवाल,  हेमा नेगी, शर्मिला,अंजना भट्ट, आंचल भट्ठ,हरीश जोशी तथा देवपुजाई समिति के पदाधिकारी,  अनिल नंबूरी, थानाध्यक्ष  विजय भारती, बदरीनाथ थाना प्रभारी केसी भट्ट, एसआई गगन मैठाणी, रामप्रसाद थपलियाल,  सहित श्रद्धालुजन तथा संतगण मौजूद रहे।



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