सिमलास ग्रांट झडौद में रात्रि में जंगली हाथियों द्वारा गन्ने की फसल खाकर कर रौंद रहे हैं .
किसानों को पूर्व एक साल पहले का भी फसल का मुआवजा अभी तक नहीं मिला है न ही सौर ऊर्जा बाढ़ लग पायी है .
.हाथी सुरक्षा के लिए बनी दीवार भी अधूरी है पूर्व प्रधान सिमलास ग्रांट उमेद बोरा ने बताया किसानों को जंगली जानवरों से हुए फसलों का मुआवजा नहीं मिल पा रहा था, किसान आर्थिक संकट में है .
मुआवजा लेने के लिए राजस्व विभाग की रिपोर्ट व वन विभाग की रिपोर्ट संयुक्त रुप से लगती है ,लेकिन दोनों विभाग एक साथ सर्वे नहीं करने से किसानों को मुआवजा नहीं मिल पाता . साथ ही हाथी से सुरक्षा दीवार निर्माण कार्य की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन अब तक पूरी नहीं हुई है.
न ही सौर ऊर्जा बाढ़ सही तरीके से अभी तक नहीं लग पाई है .टाईगर रिजर्व पार्क के साथ शिवालिक श्रेणी के जंगलों से घिरा क्षेत्र के किसान परेशानी झेलने को मजबूर हैं .
कल रात्रि को किसान गीता देवी, विरेंद्र कुमार, जागीर सिंह, कल्याण सिंह व जैब सिंह आदि की गन्ने की फसल हाथियों के झुंड में खाकर नष्ट कर दी है .
बोरा ने कहा किसानों को समय पर उचित कार्रवाई कर मुआवजा दिया जाए .साथ ही हाथी दीवार बनाने के साथ सौर ऊर्जा बाढ़ लगायी जाय. पूर्व का बकाया मुआवजा किसानों को जल्द से जल्द दिया जाए नहीं तो किसानों के साथ धरना प्रदर्शन किया जायेगा.
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