हरिद्वार,
श्री रवि दास मंदिर के समीप रहने वाले निर्धन व झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले बच्चों को जागरूक युवाओं ने सजावटी मिट्टी के दीए बनाना सिखाकर उन्हे आत्मनिर्भर बनाने में सराहनीय प्रयास किया है।
राजा ह्यूमन राइट्स प्रोटेक्शन फाउडनेशन (आर एच आर प्रो फाउंडेशन) के अंतर्गत हनुमानगढ़ी ,कनखल में इन जरूरतमंद बच्चों के द्वारा बनाए गए सजावटी दीए, कुल्हड़ व मोमबत्ती की प्रदर्शनी लगाई गई।
स्थानीय निवासियों के साथ ही महाराष्ट्र,मध्य प्रदेश बंगाल आदि राज्यों के तीर्थयात्री व पर्यटको ने इन स्लम बस्तियों के बच्चों की कला को सराहा। साथ ही महज एक घंटे में सभी वस्तुएं लोगो ने खरीद ली।
संस्था की उत्तराखंड उपाध्यक्ष *अनन्या भटनागर* ने बताया की निशुल्क झुगी झोपड़ी में रहने वाले बच्चो को आत्मनिर्भर बनाने का ये लघु प्रयास है।
बच्चों के बनाए गए उत्तराखंड लोक कला ' ऐपण' की रंगकारी के कुल्हड़ वा मोमबत्ती के कुल्हड़ के साथ ही मिट्टी के एकरोलिक रंग के ग्लीटर दिये लोगो द्वारा पसंद किए गए।
दीपावली से पहले बच्चो को वॉटर बॉटल व टॉफी उपहार में भेट की गई।इससे बच्चो के चेहरे की मुस्कान वा उत्साह देखते ही बनता था
समाजसेवी मधु भाटिया के अनुसार "इस दिवाली पर्व में शहर के कुछ युवाओं ने कबीले तारीफ मिसाल पेश की है।इन युवाओं को प्रोत्साहन स्वरूप गमले प्रदान किए क्योंकि इन्होंने स्लम में रहने वाले बच्चो के चेहरे पर खुशियां लाए है".
इस अवसर पर अनम खान, काजोल रौतेला,आकाश शर्मा,शुभम दुग्गल,रमण हंस,कोमल शर्मा,संदीप रावत ,मानसी शर्मा,आकाश ,रितिक रौतेला आदि ने इस अवसर पर सहयोग किया।
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