डोईवाला;
सीमलेस ग्रांट डोईवाला में आज 15 फ़ीट लम्बा अजगर निकल आने से हड़कंप मच गया । इतने बड़े अजगर को देखकर सर्प मित्र भारत भूषण ' पेले' को सूचित किया गया। जिन्होंने बड़ी आसानी के साथ अजगर को पकड़ कर जंगल मे छोड़ दिया।
भारत भूषण जी का यह पेशा नही है, वर्ण अपनी इच्छा से वे यह कार्य करते है। उनपर क्षेत्र के लोग अत्यंत विश्वास करते है। कभी कभी रात के 2-3बजे भी उनको कॉल आती है तो मानव सेवा हेतु वह दौड़े चले जाते है। आज तक उन्होंने हज़ारों ,विभिन्न प्रकार के जहरीले और बिना विष वाले सांपो को पकड़ा है।
सांप पकड़ने में माहिर पेले भी ने गाड़ी के अंदर, मकान जे अंदर, ब्रीफ़केस के अंदर, टॉयलेट के अंदर सोफे के अंदर और ना जाने कहाँ कहां से सांपों को पकड़ कर जंगल मे छोड़ा है। वह विभाग भी उनके कार्यशैली की तारीफ करता है। उन कहना अतिश्योक्ति नही होगी कि पेले भाई के रहते हुए पूरा डोईवाला क्षेत्र और वन विभाग आराम की नींद सोता है।
पेले भाई का कहना है कि उन्हें यह कार्य करने में आनद की प्राप्ति होती है हांलांकि इसमें जान का खतरा लगातार बना रहता है। उनका यह भी कहना है कि सांपो को मारना नही चहियेअपितु जंगल मे छोड़ देना चाहिए।
उन्हें इस बात का अवश्य बुरा लगता है कि क्षेत्र में उनको वो सम्मान नही मिलता जिसके वो हकदार है।सर्प पकड़ने जाने के लिये उन्हें अपने ही खर्च पर जाना पड़ता है। जबकि वो कुछ फीस भी नहींलेते। सांप पकड़ने के औजार भी उन्हें खरीदने होते है। उन्हें आशा है कि सरकार उनकी बात को समझेगी और उनके इस हुनर को बनाये रखने में मदद करेगी जिससे वह जनसेवा करते रहे।
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