हल्द्वानी /भीमताल :
विश्व पटल पर मिलेगी पहचान व स्थानीय व्यापारियों की आजीविका होगी सशक्त।
भारत सरकार के स्पेशल अस्सिस्टेंट प्रोग्राम के अंतर्गत पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सातताल के सौंदर्यीकरण हेतु 07 करोड़ 34 लाख रुपये जनपद को प्राप्त हुआ है। सातताल के सौंदर्यीकरण हेतु कार्यदायी संस्था कुमाऊँ मण्डल विकास निगम द्वारा किये जा रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने किया।
सातताल के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि सातताल अपनी नैसर्गिक सौंदर्यता से परिपूर्ण है। यहाँ की सुंदरता अनुपम छटा बिखेरती हुई पर्यटकों के मन को मोह लेती है। पहाड़ की परंपरागत शैली से सातताल का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। सातताल में 05 गजीबो, 250 मीटर पाथ पर कोवल स्टोन का कार्य,जेट ई, रैलिंग, किड्ज जोन आदि का निर्माण कर विकास किया जा रहा है जिससे पर्यटकों को पहाड़ी शैली की पहचान से रूबरू कराया जा सके।
इसके साथ ही सातताल में शौचालय, टिकट काउंटर, एंट्री गेट व स्थानीय व्यापारियों के हित को ध्यान में रखते हुए लगभग 20 दुकानों का निर्माण भी पहाड़ी शैली में किया जा रहा है। इससे स्थानीय व्यापारियों की आर्थिकी भी सशक्त होगी व सातताल की मानचित्र में विशिष्ट पहचान बनेगी।
इसके साथ ही ताल के नजदीक राजस्व विभाग की 15 नाली भूमि को प्राधिकरण द्वारा 30 गाड़ियों की पार्किंग के लिए केएमवीएन को हस्तगत की गई है। रेहड़ी के माध्यम से अपनी आजीविका चला रहे लोगों के लिए भी आकर्षण व सुंदर शेड बनाया जा रहा है।
इस अवसर पर सीडीओ डॉ संदीप तिवारी, संयुक्त मजिस्ट्रेट प्रतीक जैन, सहायक अभियंता केमवीएन संजय शाह, सतीश चौहान व स्थानीय लोग उपस्थित थे।
राज्य आपद मोचन निधि एवं राज्य आपदा न्यूनीकरण निधि के अन्तर्गत वर्ष 2022-23 में प्राकृतिक आपदा के दृष्टिगत आपदा प्रबन्धन के तहत प्राप्त प्रस्तावों के अनुमोदन हेतु मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कुमाऊं एवं गढवाल मण्डल के आयुक्तों के साथ वीडियों कांफ्रेंसिंग की गई।
मुख्य सचिव ने वीसी में निर्देशित किया कि प्रदेश मे आपदा के तहत संचालित प्रोजेक्ट का डाटा लेकर ड्रोन के माध्यम से नियमित अनुश्रवण करें, जिससे निर्माण कार्य समय से पूर्ण हो सके। मुख्य सचिव ने आयुक्तों को निर्देश दिये कि आपदा के दौरान हैलीकाप्टर का प्लान बनाकर उनका आपदा ग्रस्त क्षेत्रों मे इस्तेमाल करें। उन्होने कहा कि जनपदों के आपदा ग्रस्त क्षेत्रों के जितने भी प्रस्ताव आये है उन्हें शीघ्र स्वीकृति दी जाए।
आयुक्त दीपक रावत ने बताया कि बलिया नाले का सर्वे कराकर प्रस्ताव तैयार कर लिया है। साथ ही वर्षाकाल के दौरान बलिया नाले क्षेत्र की भूस्खलन की चौबीस घंटे निगरानी की जा रही है ताकि आपदा आने पर तत्काल सूचना व राहत कार्य प्रारंभ किया जाए व जन-हानि से बचा जा सके। आयुक्त श्री रावत ने कहा डीएसबी कैम्पस ठंडी सडक के पास भूस्खलन का सर्वे आईआईटी रूडकी द्वारा प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है।
भीमताल/नैनीताल:
बारिश के कारण मलूबा आने से भीमताल नगर में सिडकुल व सिंचाई विभाग के माध्यम से जेसीबी लगाकर मलूबा निस्तारण का कार्य प्रारम्भ कर दिया है। जिलाधिकारी धीराज सिह गर्ब्याल ने सम्बन्धित विभागों को निर्देश दिये हैं कि मानसून सीजन में जेसीबी भूस्खलन क्षेत्रों मे मौके पर तैनात रखते हुए आवश्यक कार्यवाही करना सुनिश्चित करें।
एक टिप्पणी भेजें