देहरादून :
जिलाधिकारी डाॅ0 आर राजेश कुमार ने शहर में विभिन्न स्थानों पर जल रिसाव से सड़कों पर बन रहे गढ्ढे एवं सड़कों पर अवस्थित पड़ी विद्युत केबल/अपूर्ण कार्य जिनसे कभी भी कोई अप्रिय घटना होने की सम्भावना रहती है के दृष्टिगत एवं जन शिकायतों का संज्ञान लेते हुए अधिशासी अभियन्ता (दक्षिण) जल संस्थान एवं अधिशासी अभियन्ता विद्युत का स्पष्टीकरण तलब करने एवं 3 दिन के भीतर संतुष्टि पूर्वक जवाब न देने की दशा में आपदा प्रबन्धन अधिनियम एवं जनसुरक्षा अधिनियम के सुसंगत प्रावधानों के अधीन कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश अपर जिलाधिकारी को दिए। साथ ही स्पष्टिकरण का संतोषजनक प्रतिउत्तर प्राप्त न होने की दशा में स्मार्ट सिटी के कार्यों को सम्बन्धित संस्थान/विभाग से वापस लिये जाने की चेतावनी दी।
स्मार्ट सिटी के कार्यों में लापरवाही एवं लेटलतिफी के चलते जिलाधिकारी डाॅ आर राजेश कुमार ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए अपर जिलाधिकारी (वि/रा) के.के मिश्रा को सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों का स्पष्टीकरण तलब करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी डाॅ0 आर राजेश कुमार के निर्देशों के अनुपालन में अपर जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियन्ता जल संस्थान एवं अधिशासी अभियन्ता विद्युत विभाग के अधिकारियों से स्पष्टीकरण तलब करते हुए तीन दिन के भीतर उक्त के सम्बन्ध में आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
ज्ञातव्य है कि स्मार्ट सिटी लि0 के कार्यों में विभिन्न माध्यमों से आये दिन प्राप्त हो रही शिकायतों में पानी की पाईपलाईन रिसाव से शहर के विभिन्न आन्तरिक मार्गों पर जल रिसाव एवं एकत्रीकरण हो रहा है, जिस कारण से सड़कों में गढ्ढो का निर्माण होने से जहां एक ओर जलजनित बिमारियों एवं दुर्घटना का खतरा बना हुआ है। वहीं दूसरी ओर भूमिगत विद्युत लाईन के कार्यों में लेटलतिफी एवं लापरवाही के चलते सड़कों पर अव्यवस्थित पड़ी केबल इत्यादि सामग्री, अधूरे कार्यों जो आये दिन दुर्घटनाओं का कारण बन रहे है, जबकि जिलाधिकारी के बार-बार निर्देशित किये जाने के पश्चात भी सम्बन्धित द्वारा अपने कार्यों में कोई रूचि नहीं ली जा रही है, जिससे ना केवल अन्य समस्या उत्पन्न हो रही हैं, बल्कि शहर की छवि भी धूमिल हो रही है, जिसको लेकर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए जनमानस की सुरक्षा को दृष्टिगत करखते हुए सम्बन्धितों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी डॉ0 आर राजेश कुमार की अध्यक्षता में जिला स्तरीय स्टीयरिंग समिति की बैठक जिलाधिकारी शिविर कार्यालय में आहुत हुई।
बैठक में जिलाधिकारी ने संबन्धित विभागों को जनपद में कोटपा अधिनियम का प्रभावी रूप से अनुपालन करवाने के निर्देश दिए। साथ ही स्कूल, कॉलेज परिसरों के 100 गज की परिधि में तंबाकू धूम्रपान आदि समग्री की बिक्री न हो इसका नियमित निरीक्षण करें। सभी स्कूल, ऑफिस में तंबाकू प्रतिबंधित के बोर्ड चस्पा किए जाएं इसके लिए शिक्षा विभाग एवं अन्य विभागों के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। जिला पर्यटन अधिकारी को पर्यटन स्थलों पर तंबाकू, धूम्रपान वर्जित के बोर्ड चस्पा करने के साथ ही कोटपा अधिनियम के प्राविधानों का परिपालन करवाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने ग्राम पंचायतों को तंबाकू मुक्त करने की दिशा में कार्य करने की दिशा में जिला पंचायतीराज अधिकारी को ग्राम पंचायत स्तर पर जागरुकता कार्यक्रम चलाने के निर्देश दिए।
साथ ही जिन दुकानों पर तंबाकू सामग्री बिक्री हो रही है उन पर तंबाकू के दुष्परिणामों सम्बंधी चेतावनी बोर्ड चस्पा हो। यह सुनिश्चित करें की कोई भी दुकानदार 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को तंबाकू उत्पाद की बिक्री न करें, यदि कोई ऐसा करता पाया जाता है तो उसके विरूद्ध कोटपा अधिनियम के तहत सख्त कार्रवाई की जाय
जिलाधिकारी ने समिति के सदस्यों को समय समय पर स्कूल, कॉलेज परिसरों, सार्वजनिक स्थलों, होटल, रेस्टोरेंट, पर्यटन स्थलों पर संयुक्त निरीक्षण करते हुए कोटपा अधिनियम के परिपालन स्थिति से अवगत होने के भी निर्देश दिए। पुलिस विभाग को सार्वजनिक स्थलों एवं तंबाकू प्रतिबंध जोन में निरन्तर छापेमारी एवं चालान की गतिविधि संचालित करने के निर्देश दिए। समस्त पुलिस थानों, राज्य के समस्त राजकीय संस्थानों, कार्यालयों को तंबाकू मुक्त घोषित किया जाए। अभियान के अंतर्गत 50 प्रतिशत शैक्षणिक संस्थानों तम्बाकू मुक्त घोषित करने, स्कूलों में धूम्रपान निषेध शपथ सम्मिलित करने, प्रत्येक ब्लॉक की 2 ग्राम पंचायतों एवं 2 पर्यटन स्थलों को तंबाकू मुक्त करने की कार्रवाई के साथ ही सरकारी एवं गैर सरकारी वाहनों के माध्यम से जनमानस तक तम्बाकू विरोधी सन्देश प्रसारित- प्रचारित करने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य मंत्री उत्तरखण्ड सरकार द्वारा आओ गावं चलें उत्तराखण्ड को तम्बाकू मुक्त करें की थीम पर गावों को तम्बाकू मुक्त करने हेतु शुरूआती चरण में प्रत्येक ब्लाॅक में 02 गावं को तम्बाकू मुक्त करने हेतु कार्ययोजना बनाये जाने के निर्देश दिए।
बैठक में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ0 सी.एस रावत, पर्यटन अधिकारी जे0 एस0 चैहान, जिला आबकारी अधिकारी, डाॅ0 अर्चना उनियाल, डाॅ0 अनुराधा, एसएचओ जीआरपी देहरादून टीएस राणा, अनूप चैहान, सहायक नगर आयुक्त एस.पी जोशी सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
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