ऋषिकेश :
उत्तराखंड की बेटी किरण नेगी के हत्यारों को फांसी दिलाने की मांग को लेकर रविवार को छिददरवाला में सर्च माय चाइल्ड फाउंडेशन के नेतृत्व मे ग्रामीणो ने कैण्डल मार्च निकाला । जिसमें एक स्वर में उत्तराखंड की बेटी किरण नेगी के साथ जिन दरिन्दों ने गैंगरेप किया और हैवानियत की सारी हदें पार की, इन दरिंदों को सुप्रीम कोर्ट से फांसी की सजा देने की मांग की गई।कैण्डल मार्च मे शामिल सर्च माय चाइल्ड फाउंडेशन की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल भट्ट , समाजिक कार्यकार्त्ता गोकुल रमोला, ग्राम प्रधान कमलदीप कौर ,शोबन कैन्तुरा भगवान सिंह मेहर,पूर्व जिला पंचायत सदस्य देवेंद्र नेगी ,अनीता राणा एवं स्थानीय ग्रामीणों ने कहा की पूरे उत्तराखंड का जनमानस सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का इंतजार कर रहा है। हमें उम्मीद हैं कि पहाड़ की बेटी किरण नेगी के हत्यारों को जिस तरह से हाई कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है। उसी फैसले को बरकार रखते हुए,माननीय सर्वोच्च न्यायालय भी इन दरिन्दों को फांसी की सजा सुनाएगा।
आपको बता दें कि उत्तराखंड की बेटी किरण नेगी 9 फरवरी 2012 को गुड़गांव स्थित कंपनी से काम कर अपनी तीन सहेलियों के साथ रात करीब 8:30 बजे नजफगढ़,छावला कला कॉलोनी पहुंची थी कि तभी कार में सवार तीन वहशी दरिंदों ने तीनों लड़कियों से बदतमीजी करनी शुरू कर दी,जैसे ही तीनों लड़कियां वहां से भागने लगी,उसी दौरान दरिन्दों ने उसे जबरन कार में बिठाकर और उसका सामूहिक बलात्कार करने के बाद उसके कानों में तेजाब डालकर सारी हदें पार कर उसकी लाश को हरियाणा के खेतों में फेंक दिया था।
इसकी सूचना किरण नेगी की सहेलियों ने पुलिस व उसके घर वालों को दी, लेकिन पुलिस ने इस पर जो कार्यवाही की वो जग जहीर है। जिसके बाद उत्तराखंड समाज के लोगों ने सड़कों पर निकल कर इस घटना का जबरदस्त विरोध किया, जिसके बाद पुलिस हरकत में आई। जिसके बाद द्वारका कोर्ट ने दोषियों को फांसी की सजा सुनाई और हाईकोर्ट ने फांसी की सजा बरकार रखा।
अब इस मामले सर्वोच्च न्यायालय अपना फैसला सुनाने जा रहा है। जिसको लेकर उत्तराखंड के तमाम सामाजिक संगठनों एवं किरण नेगी के परिजनों ने माननीय सर्वोच्च न्यायालय से मांग की हैं कि उत्तराखंड के बेटी किरण नेगी के हत्यारों,दरिन्दों को फांसी सज़ा दी जाएं।
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