केदारनाथ जी भी पहुँचा हुक्का क्या कहें अब ऐसे लोगों को
देवभूमि का नाम शर्मसार करने वाले तीर्थ यात्रियों के नाम पर नशेड़ी अब तक जहां हुक्के को गंगा नदी के किनारे हरिद्वार लिए बैठे थे और शनै शनै ऋषिकेश से पहुंचते हुए केदारनाथ भी पहुंच गए हैं.
समाजसेवी कुसुम जोशी का कहना है कि तीर्थाटन सबके लिए जरूरी नहीं है जिनके मन में भगवान शिव के प्रति श्रद्धा नहीं उनको केदारनाथ जी जाने की आवश्यकता नहीं है।
जिस तरह से लोग मौज मस्ती और अवस्थाएं फैला रहे उससे तीर्थ यात्रा के उस दिव्य स्वरुप को भी आघात पहुंच रहा है। और देव भूमि की पवित्रता भी नष्ट हो रही है। इसके साथ साथ ही जो लोग वास्तव में तीर्थ यात्रा कर रहे हैं या तीर्थ यात्रा पर जाने की सोच रहे हैं उनका मन भी आहत हो रहा है ।
देवभूमि के निवासियों और समाजसेवियों की मांग है कि धार्मिक स्थलों पर हर उस शख्स का प्रवेश वर्जित होना चाहिए जो एक तीर्थयात्री के रूप में ना होकर मात्र एक पर्यटक के रूप में इन पवित्र स्थानों पर जा रहा है। क्योंकि इस तरह के लोग न सिर्फ वहां की पवित्रता और वहां की संस्कृति को प्रदूषित और कलंकित करते हैं बल्कि अपने साथ तमाम तरह की बुराइयां और गंदगी भी फैलाते हैं .
Post a Comment