हरिद्वार:
जिले के भगवानपुर और दिल्ली में हनुमान जयंती पर निकाली जा रही शोभायात्रा पर पथराव को लेकर संत समाज आक्रोशित है। संत समाज ने सरकार से सभी दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की है।अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रवींद्रपुरी ने कहा कि यह घटना केवल भगवानपुर की नहीं है। ऐसी घटना और जगह पर भी हुई हैं इससे पहले ऐसी घटना मध्यप्रदेश में घट चुकी है। उन्होंने भगवानपुर की घटना की निंदा करते हुए सरकार से तुरंत कार्रवाई करने की अपील भी की है। उन्होंने दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुई घटना की भी निंदा की। उन्होंने कहा कि मैं सरकार से मांग करता हूं कि ऐसे लोगों के खिलाफ जल्द से जल्द कारवाई की जा।चार धाम यात्रा में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर रोक लगाए जाने के प्रश्न का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटनाएं लगातार हो रही हैं।
राज्य की चारधाम यात्रा के दौरान भी इस प्रकार की घटना न हो इसलिए ऐसे लोगों का प्रवेश उत्तराखंड में वर्जित करने की मांग उठ रही है।
रुड़की :
जूना अखाड़े के वरिष्ठ महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरी महाराज ने कहा कि डाडा जलालपुर में हनुमान जन्मोत्सव शोभायात्रा पर पथराव करने के आरोपियों के घरों पर अगर दो दिन में बुलडोजर नहीं चलते हैं तो संतों के साथ धर्म संसद की जाएगी। उन्होंने भगवानपुर थाने पर कार्रवाई की मांग की। रुड़की के सुनहरा स्थित जीवनदीप आश्रम में पत्रकार वार्ता करते हुए आश्रम पीठाधीश्वर और महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रांनद ने कहा कि वह रविवार शाम को डाडा जलालपुर जा रहे थे, लेकिन उन्हें रोक दिया गया। कहा कि डाडा जलालपुर में हुई घटना केवल घटना नहीं है बल्कि प्रयोग है। दिल्ली, राजस्थान समेत अन्य कई स्थानों पर ऐसा ही किया गया। जानबूझकर शोभायात्राओं पर पत्थरबाजी हो रही है। उन्होंने कहा कि डाडा जलालपुर में पुलिस ने बुलडोजर की नुमाइश लगाई। अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। गिरफ्तारी केवल खानापूर्ति है। अगर पुलिस कार्रवाई करती तो पत्थरबाजी करने वालों के घरों पर अब तक बुलडोजर चलना चाहिए था।
महामंडलेश्वर ने दावा किया कि भगवानपुर पुलिस के संज्ञान में पूरा मामला था। उसके बाद भी केवल दो होमगार्ड वहां लगाए गए। पूरे थाने को सस्पेंड होना चाहिए।
महामंडलेश्वर बोले, दो दिन में अगर आरोपियों के मकान न टूटे तो संतों के साथ उस गांव में धर्म संसद होगी। जिसमें हिन्दू रक्षा सेना और साधु संत मौजूद रहेंगे। हिंदू रक्षा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी प्रबोधानन्द ने कहा कि बुलडोजर की नुमाइश न लगाई जाए बल्कि उसे आरोपियों के घर पर चलाना चाहिए। अगर दो दिन में बुलडोजर नही चला तो धर्म संसद होगी और देशभर के संत वहां जुटेंगे।
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