आज विश्व रंगमंच दिवस की पूर्व संध्या पर हिमालयीय विश्वविद्यालय के रंगमंच विभाग द्वारा विभिन्न नाटय प्रस्तुतियां आयोजित की गई।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में माननीय पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड एवं पूर्व केन्द्रीय शिक्षा मंत्री डॉ0 रमेश पोखरियाल निशंक एवं विशिष्ट अतिथि सुश्री विदूषी निशंक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता हिमालयीय विश्वविद्यालय, के कुलाधिपति प्रो0 प्रदीप कुमार ने की तथा कार्यक्रम में हिमालयीय विश्वविद्यालय के निम्न पदधिकारी उपास्थित रहे-
प्रो0 जे.पी.पचौरी, कुलपति
डॉ0 राजेश नैथानी, प्रति-कुलपति
श्री बाल कृष्ण चमोली, सचिव, हिमालयीय विश्वविद्यालय
डॉ0 अनिल कुमार झा, प्राचार्य, हिमालयीय आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल
डॉ0 निशांत राय जैन, रजिस्ट्रार, हिमालयीय विश्वविद्यालय
डॉ0 अंजना विलियमस, प्राचार्य, हिमालयीय कॉलेज आफॅ नर्सिंग
कार्यक्रम में रंगमंच विभाग के प्राध्यापक अनुराग वर्मा द्वारा लिखित और निर्देशित नाटक ‘जीवन जल’ का एवं ‘रक्त अभिषेक’ विषय पर नाट्य प्रस्तुतियो आयोजित की गयी तथा राष्ट्र व समाज निर्माण में रंगमंच की भूमिका विषय पर चर्चा परिचर्या की गयी।
कार्यक्रम में संस्कार भारती के अध्यक्ष श्री अजय वर्मा एवं विभाग के अन्य छात्र-छात्राओं द्वारा रंगमंच विषय पर अपने विचार व्यक्त किये।
इस अवसर पर कुलपति महोदय ने कहा कि कोविड के दौर से गुजरते हुये पिछले कुछ समय से रंगमंचीय गतिविधियाँ बेहद समिति रही और विश्व भर के कालाकार इन संकट भरे दिनो में अजिविका के लिए भी जूझते रहे। उन्होंने कहा की अब कलाकारो को दोगुने उत्साह से रंगमंच को समृद्ध करने के लिए जुट जाना चाहिए क्योकि रंगमंच कला संमृद्ध होगी तो राष्ट्र भी समृद्धि और शान्ति की तरफ बढ़ेगा।
कुलाधिपति महोदय ने कहा है कि विश्वविद्यालय रंगमंच के संरक्षण और विकास के लिए प्रतिबद्ध है और वि0वि0 का रंग मंच विभाग छात्रों और क्षेत्र के समर्पित कलाकारो के साथ मिलकर रंगमंच की गतिविधियों के संचालन के नए आयाम प्रस्तुत करेगा।
मुख्य अतिथि के रूप में डा0 निशंक द्वारा नाट्य प्रस्तुतियों की संराहना करते हुये रंगमंच के क्षेत्र में वि0वि0 द्वारा किये जा रहे प्रयासों को सराहा एवं अपनी शुभकामंनाएं प्रेषित की
कार्यक्रम के सफल संचालन में डॉ0 मोनिका अग्रवाल गुप्ता , श्री राकेश पोखरियाल, श्री हरिकृष्ण नवानी एवं अन्य स्टाफ सदस्यो का विशेष योगदान रहा।
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