सेनानायक SDRF, श्री मणिकांत मिश्रा द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर SDRF वाहिनी में नियुक्त महिलाओं को किया गया सम्मानित
अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस- हर वर्ष, 08 मार्च को विश्व के विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं के प्रति सम्मान, प्रशंसा और प्रेम प्रकट करते हुए, महिलाओं के आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक उपलब्धियों एवं कठिनाइयों की सापेक्षता के उपलक्ष्य में उत्सव के तौर पर मनाया जाता है।
आज दिनाँक 08 मार्च 2022 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर श्री मणिकांत मिश्रा, सेनानायक SDRF द्वारा वाहिनी में नियुक्त महिला कर्मियों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सेनानायक द्वारा कहा गया कि SDRF जैसे बल में महिलाओं का होना गौरव की बात है। यह वह कार्यक्षेत्र है जो अत्यंत चुनौतियों से भरा है। ऐसे कार्यक्षेत्र को चुनना साहस का परिचय देता है, जो अत्यंत सराहनीय है। दुर्त्तम रेस्क्यू कार्यो, पर्वतारोहण अभियान, जनजागरूकता अभियान इत्यादि के माध्यम से SDRF की प्रत्येक महिला अधिकारी/कर्मचारियों ने अपनी उपयोगिता व उपस्थिति सिद्ध की है।
गंगोत्री प्रथम पर्वतारोहण अभियान में महिला निरीक्षक सुश्री अनिता गैरोला द्वारा पर्वतारोही टीम का नेतृत्व किया जाना इसका अनुपम उदाहरण है साथ ही महिला आरक्षी प्रीति मल्ल जो प्रथम महिला आरक्षी बनी जिनके द्वारा गंगोत्री प्रथम पर्वत श्रृंखला का सफलतापूर्वक आरोहण किया व माउंट किलमन्जारो को फतह कर हम सबको गौरवान्वित करने हेतु रवाना है।
सेनानायक महोदय ने SDRF वाहिनी में नियुक्त महिला आरक्षी स्वाति आले को उसके द्वारा किये गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रशस्ति पत्र के साथ ही नगद पारितोषिक से भी सम्मानित किया व वाहिनी में उपस्थित समस्त महिलाओं को विशेष रूप से बधाई देते हुए उपहारस्वरूप स्मृति चिन्ह भी भेंट किये तथा भविष्य में भी इसी समर्पण व कर्तव्यनिष्ठा से अपनी ड्यूटी के साथ साथ परिवार में कार्य किये जाने हेतु प्रोत्साहित किया गया।
इस अवसर पर वाहिनी मुख्यालय में उपसेनानायक श्री अजय भट्ट, श्री मिथिलेश कुमार, सहायक सेनानायक श्री प्रकाश देवली, श्री कमल सिंह पंवार, इंस्पेक्टर श्री राजीव रावत, श्री प्रमोद रावत, श्रीमती ललिता नेगी, श्रीमती अनिता गैरोला, सब इंस्पेक्टर श्री जयपाल राणा, श्री नीरज शर्मा इत्यादि उपस्थित रहे।
[08/03, 19:40] Lalita Negi Sdrf: *''अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस'' पर SDRF उत्तराखंड पुलिस की महिला आरक्षी प्रीति मल्ल ने साउथ अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी माउंट क्लीमेंजारो को किया फतह।*
आज दिनाँक 08 मार्च 2022 को ''अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस'' के अवसर पर प्रीति मल्ल द्वारा सभी चुनौतियों को सफलतापूर्वक पार करते हुए साउथ अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी माउंट क्लीमेंजारो को फतह कर यह सिद्ध कर दिया कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में किसी से कमतर नही है।
यह प्रथम बार है कि उत्तराखंड पुलिस की किसी महिला द्वारा साउथ अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी पर तिरंगा व SDRF उत्तराखंड पुलिस का ध्वज लहराकर देश व राज्य पुलिस का नाम रोशन किया गया है।
''प्रीति मल्ल'' वर्ष 2016 से उत्तराखंड पुलिस में महिला आरक्षी के पद पर नियुक्त है तथा वर्तमान समय मे विगत 04 वर्षों से SDRF में सेवा प्रदान कर रही है। सामान्य कदकाठी की प्रीति SDRF में अपने मृदु स्वभाव व निर्भीकता के लिए जानी जाती है। अपने निर्भीक स्वभाव के कारण ही वह SDRF वाहिनी से गठित हुए ''डेयर डेविल हिमरक्षक दस्ता'' का भी प्रमुख हिस्सा रही है, जहाँ एक महिला होते हुए बाइक पर हैरतअंगेज़ करतब दिखा हर किसी को दांतों तले उंगली दबाने के लिए मजबूर कर दिया गया था।
प्रीति ,विगत वर्ष माह सितबंर में SDRF द्वारा आयोजित माउंट गंगोत्री एक्सपीडिशन का हिस्सा रही और उन्होंने अपनी हिस्सेदारी को बखूबी साबित भी किया। माउंट गंगोत्री पर्वत शिखर का आरोहण करने वाले 11 सदस्यों में एकमात्र महिला प्रीति मल्ल रही और उससे भी अधिक यह कि वह उत्तराखंड पुलिस की प्रथम महिला आरक्षी बनी जिन्होंने माउंट गंगोत्री पर सकुशल SDRF उत्तराखंड पुलिस का झंडा लहराया।
प्रीति ने यह साबित कर दिखाया कि वह किसी भी मायने में किसी से कमतर नही है, यह उसके दृढ़ निश्चय का ही परिणाम था कि हर चुनौती का सामना करते हुए वह आगे बढ़ती रही। उच्च तुंगता क्षेत्र में जहाँ परिस्थितयां कभी भी विपरीत हो सकती है, चारो तरफ बर्फ के सिवा कुछ नही दिखाई देता, वहाँ प्रीति की दृष्टि सिर्फ अपने लक्ष्य की ओर बनी हुई थी, वह किसी भी परिस्थिति में अपने लक्ष्य तक पहुँचना चाहती थी ताकि वो उस विश्वास पर खरी उतर सके जो उस पर किया गया था। इससे पूर्व भी इनके द्वारा DKD-2 का आरोहण किया जा चुका है।
बचपन से ही प्रीति को पहाड़ो की ऊंची चोटियां आकर्षित करती रही, वह अक्सर पहाड़ो में घूमने के लिए भी जाती रहती थी। SDRF उत्तराखंड पुलिस में आने के बाद उसके सपनो को एक नई दिशा मिली और उन्होंने इसमें अपना शत प्रतिशत देने की ठान ली। माउंट गंगोत्री फतह करने के बाद प्रीति ने साउथ अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी माउंट क्लीमेंजारो को आरोहण के लिए चुना। 360 एक्सप्लोरर, मुंबई द्वारा आयोजित एक्सपीडिशन जिसके लिए इन्होंने अपने व्यक्तिगत प्रयास से पुलिस मुख्यालय द्वारा अनुमति लेकर तैयारी की।
सेनानायक SDRF श्री मणिकांत मिश्रा द्वारा प्रीति मल्ल से टेलीफोनिक वार्ता करते हुए उन्हें माउंट क्लीमेंजारो फतह करने पर बधाई दी तथा ''अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस'' की शुभकामना दी। साथ ही प्रीति की सराहना करते हुए कहा कि उनके द्वारा महिला दिवस के अवसर पर महिला सशक्तिकरण का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत कर सभी को गौरवान्वित किया है।
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