देहरादून:
कैसी विडंबना है कि जिस बेटे को 25 फरवरी को अपने घर छुट्टी पर आना था, उसी रोज उसका पार्थिव शरीर तिरंगे पर लिपटा हुआ घर आया।
सियाचिन ग्लेशियर में पेट्रोलिंग के दौरान शहीद होने वाले कान्हर वाला भानियावाला निवासी जगेंद्र सिंह चौहान का पार्थिव शरीर आज जैसे ही उनके आवास पर पहुंचा पूरे गांव मेें कोहराम मच गया।
परिवार बेसबुध हो गया, जबकि क्षेत्र की सभी दुकानें शोक में बंद रखी गयीं।
शहीद जगेंद्र का अंतिम संस्कार आज हरिद्वार में किया जाएगा।
पैट्रोलिंग के दौरान लैंड स्लाइडिंग होने के कारण शहीद हुए जगेंद्र का शव घर पंहुचते ही उनके घर मे ंउनकी पत्नी किरन चौहान और माता विमला चौहान गहरे सदमे में हैं और रो-रो कर उनका बुरा हाल है।
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