रामनगर कॉलोनी ज्वालापुर स्थित अपना स्कूल के बच्चों की संख्या अब बढ़ने लगी है.जो बच्चे पहले कभी भीख मांगते थे आज वह स्कूल जाने के इच्छुक हो गए हैं.और 4 साल से लेकर 14 साल के बच्चे रोज 2:00 से 4:00 अपना स्कूल में एकत्रित होते हैं जहां उनको न्याय फाउंडेशन की संचालिका अनीता शर्मा निशुल्क जीने का सलीका बताते हैं और पढ़ाती हैं.इसी कड़ी में डॉक्टर विशाल गर्ग ने भी इन बच्चों के साथ कुछ पल बिताए और उन्हें स्वच्छता की महत्वपूर्ण बातें बताएं शिक्षिका अनीता शर्मा ने बताया कि पहले वे 2018 से स्कूल चलाती थी पर कोविड-19 के चलते बीच में बंद हो गया ,बच्चे एकत्रित नहीं हो पाए अब फिर से अक्टूबर माह से उन्होंने अपना स्कूल को नई दिशा दी है और आज 37 बच्चे स्कूल में आने लगे हैं .
स्कूल में सभी समुदायों के बच्चे हैं, जिनके मां-बाप या तो मजदूरी करते हैं या बेरोजगार हैं, कुछ मानसिक रूप से विकलांग बच्चे भी स्कूल में आते हैं अनीता शर्मा का कहना है कि समाज के सहयोग से ही स्कूल को आगे बढ़ाया जा सकता है .उनकी इच्छा है कि यह बच्चे खेलकूद में और पढ़ाई में आगे बढ़े , पर अभी खुले आसमान के नीचे पढ़ने को मजबूर हैं .यदि सामुदायिक केंद्र रामनगर में बने तो वहां पर यह अच्छे ढंग से कार्य निष्पादित हो सकता है. वह पूर्ण रूप से स्कूल चलाना चाहती है.वह बच्चों के मां-बाप के लिए भी कुछ स्किल डेवलपमेंट सेंटर चलाना चाहती हैं जिससे उनको काम सीख कर रोजगार प्राप्त हो .
समाजसेवी विशाल गर्ग ने बच्चों में नए साल पर अच्छे से पढ़ाई करने के लिए जोश भरा और उनसे स्वच्छता की ओर ध्यान देने के लिए कहा.
पतंजलि योगपीठ से जुड़े राधिका नागरथ ने भी बच्चों से कुछ योगासन करवाएं .
अपना स्कूल की संचालिका अनीता शर्मा ने बोला कि मुस्कान फाउंडेशन द्वारा कुछ बच्चों को यूनिफॉर्म उपलब्ध कराई गई है और यह अपेक्षा करती है कि और भी उन्हें सहयोग मिलेगा.उन्होंने बताया कि अपना स्कूल को श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर विज्ञानआनंद सरस्वती का सदा उन्हें आशीर्वाद प्राप्त हो रहा है.
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