कोरोना की तीसरी लहर से निपटने को सरकार तैयारः डॉ. धनसिंह रावत
कोरोना संक्रमितों के लिए 6572 ऑक्सीजन बेड व 1016 वेंटीलेटर आरक्षित
देहरादून:
सूबे में कोरोना की संभावित तीसरी लहर के मध्यनज़र सरकार ने पूरी तैयारियां कर ली है। कोरोना के नये वेरियेन्ट ओमीक्रॉन से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट कर दिया गया है। राज्य की सीमाओं,ं एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन एवं बस अड्डों पर कोरोना टेस्टिंग बढ़ाये जाने के निर्देश अधिकारियों को दे दिये गये हैं। राज्य में कोरोना संक्रमितों के लिए 6572 ऑक्सीजन बेड तथा 1016 वेंटीलेटर्स आरक्षित कर दिये गये है।
राज्य के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने मीडिया को जारी एक बयान में कहा कि प्रदेशवासियों को कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं है बल्कि सावधानी बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कोरोन की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। कोरोना के नये वेरियेन्ट ओमीक्रॉन से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट कर दिया गया है। डॉ. रावत ने बताया कि राज्य में कुल 13674 ऑक्सीजन बेड है। जिनमें से 6572 ऑक्सीजन बेड कोरोना संक्रमितों के लिए आरक्षित कर दिय गये है। उन्होंने कहा कि अकेले स्वास्थ्य विभाग के पास मेडिकल कॉलेज सहित 8179 ऑक्सीजन बेड एवं निजी अस्पतालों के पास 5495 उपलब्ध है, जबकि बच्चों के लिए अलग से 2243 ऑक्सीजन बेड उपलब्ध हैं। इसी प्रकार राज्य में कुल 2113 आईसीयू बेड उपलब्ध हैं। जिनमें से 1655 आईसीयू बेड कोविड संक्रमितों के लिए आरक्षित किये गये हैं। इसी प्रकार सूबे में कुल 1451 वेंटिलेटर्स उपलब्ध हैं जिनमें से 1016 कोरोना संक्रमितों के लिए रिजर्व किये गये हैं। इसके अलावा 503 आईसीयू बेड बच्चों के लिए आरक्षित किये गये हैं जबकि 494 निक्कू बेड भी उपलब्ध हैं। सूबे के पास कुल 22420 ऑक्सीजन सिलेन्डर तथा 9838 ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर उपलब्ध हैं। राज्य में कुल 88 पीएसए ऑक्सीजन प्लांट स्थापित हैं जिनमें से 71 कार्य कर रहे हैं। जिनकी उत्पदान क्षमता 39140 एलपीएम है। कोविड से निपटने के लिए सरकार ने 69 बाल रोग चिकित्सक, 32 स्टाफ नर्स, 31 फिजीशियन, 60 मेडिकल ऑफिसर्स, 35 एनेस्थेटिस्ट तथा 537 ईएमटी कार्मिकों को प्रशिक्षित किया गया है। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि सूबे में ओमीक्रॉन का पहला मामला पाया गया है। संक्रमित युवती के संपर्क में आये सभी लोगों की जांच एवं आइसोलेट कर उनकी निगरानी के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दे दिये गये हैं। डॉ. रावत ने कहा कि ओमीक्रॉन से घबराने के बजाय सर्तक रहे एवं कोविड नियमों के पालन का पालन करें। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की संभावनाओं को देखते हुए विभागीय अधिकारियों को राज्य की सीमाओं,ं एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन एवं बस अड्डों पर कोरोना टेस्टिंग बढ़ाये जाने के निर्देश दे दिये गये हैं।
कोरोना गाइडलाइन्स को लेकर देशभर में बड़ी लापरवाही बढ़ती गई , जिसका नतीजा सामने आने लगा है।
पिछले 24 घंटों में पूरे देश में ओमाइक्रोन के मरीजों की संख्या 260 के पार हो गई है ।महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 65 मरीज हैं, जबकि देश की राजधानी दिल्ली में 57 तेलंगाना में 24 अमीक्लोन के मरीज पाए गए हैं । तमिलनाडु में 34 मरीज हैं।
उत्तराखंड में भी ओमाइक्रोन का पहला मामला सामने आया है। जिसके लिए डीजीपी स्वास्थ्य विभाग तृप्ति बहुगुणा ने बताया कि स्कॉटलैंड से आई एक युवती का टेस्ट पॉजिटिव आया है।
देहरादून कांवली रोड की रहनेवाली युवती बीते दिनों 16 राज्य तक अब तक उनकी 10 तक पहुंच चुकी है उत्तराखंड में भी उम्मीद लोन का एक मामला देखने को मिला है से आई थी। इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर उनका आरटीपीसीआर टेस्ट कराया गया जो नेगेटिव रहा। उत्तराखंड आने पर स्वास्थ विभाग की ओर से कराए गए टेस्ट में ओमाइक्रोन की पुष्टि हुई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देश में कोविड-19 से संबंधित स्थिति की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता करेंगे, जिसमें कोविड वेरिएंट ओमाइक्रोन के मामले बढ़ रहे हैं।
पिछले महीने एक समीक्षा बैठक में, प्रधान मंत्री ने अधिकारियों को राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम करने का निर्देश दिया था ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि राज्य और जिला स्तर पर उचित जागरूकता है।
एक टिप्पणी भेजें