देहरादून:
कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री श्री सुबोध उनियाल की अध्यक्षता में उनके यमुना कॉलोनी कैंप आवास पर मुनिकीरेती ढालवाला नगरपालिका के अंतर्गत सीवरेज व्यवस्था, आंतरिक मार्गो व राजमार्ग सुधार तथा नाली निर्माण संबंधित कार्यों के संबंध में राष्ट्रीय राजमार्ग, लोक निर्माण विभाग और पेयजल निगम आदि विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित करते हुए कार्यों को शीघ्रता से पूरा करने के निर्देश दिए।
मंत्री सुबोध उनियाल ने निर्देशित किया कि सीवरेज निर्माण, पेयजल लाइन निर्माण और विश्व बैंक वित्त पोषित योजनाओं के निर्माण से मुनीकीरेती ढालवाला नगरपालिका क्षेत्र के अंतर्गत सड़क मार्ग और नालियों में जो अवरोध उत्पन्न हुआ है अथवा उसको नुकसान पहुंचा है जिससे लोगों को अनेक परेशानी हो रही है उन सभी निर्माण कार्यों को तत्काल पूरा करें, साथ ही जहां पर सड़क और नालियां टूटी हुई है उसको भी जल्दी से पूरा करें ताकि लोगों को किसी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े।
उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यों के दौरान जो नाली खराब हुई है उसे जल्दी से ठीक करें ताकि वहां पर किसी भी तरह की दुर्घटना की कोई संभावना ना रहे। इस संबंध में संबंधित डिवीजन के अधिशासी अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग ने अवगत कराया कि इसके टेंडर की प्रक्रिया पूर्ण की जा रही है तत्पश्चात निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा।
मंत्री सुबोध उनियाल ने विश्व बैंक की मदद से लगभग ₹31 करोड़ से बिछाई जा रही पेयजल लाइनों के चलते सड़कों का जो नुकसान हुआ उसको भी तत्काल पूरा करने और सुधारीकरण हेतु एमडी पेयजल निगम को निर्देशित किया।
इसके अतिरिक्त लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि मुनीकीरेती ढालवाला क्षेत्र में लगभग 4 करोड 32 लाख रुपए के सड़क निर्माण कार्यों को तत्काल प्रारंभ करने की प्रक्रिया शुरू करें जिससे सड़कों की स्थिति को सुधारा जा सके। इस दौरान बैठक में संबंधित विभागों के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
ऋषिकेश मुनिकीरेती में इको पार्क बनाने के लिये कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने यमुना कलोनी आवास पर बैठक ली।
मुनिकीरेती में अंतरराष्ट्रीय स्तर के इको डायवर्सिटी पार्क बनाने बनाने के लिये व्यापक कार्य योजना बनाने के लिये निर्देश दिये गए। यह कार्य योजना मुख्यमंत्री घोषणा में शामिल है।
लगभग 62 करोड़ की लागत से बनने वाला इको पार्क दो चरणों मे बनेगा। इसमे पहले चरण की लागत 32 करोड़ और दूसरे चरण की लागत 30 करोड़ होगी। इसको 50 हेक्टेयर में बनाया जाएगा।ईको पार्क को सोसाइटी मोड में संचालित किया जाएगा जिसके चलते ऋषिकेश, मुनिकीरेती और तपोवन में स्थानीय स्तर के रोजगार और पर्यटन में व्यापक वृद्धि होगी।लाभकारी योजना होने के कारण 5 वर्ष में लागत के वसूली की संभावना व्यक्त की गई है। इससे सम्बंधित फंड के लिये मुख्य सचिव द्वारा बैठक करने के निर्देश दिए गए है।
बैठक में वन विभाग और पर्यटन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।उपस्थिति PCCF वन राजीव भरतरी, सचिव विजय यादव, सदस्य सचिव प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एस के सुबुद्दि, कंजरवेटर भागीरथी वृत्त धीरज पांडे, अपर सचिव युगल किशोर पंत सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।
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