चार धाम यात्रा से संबंधित देवस्थानम बोर्ड उत्तराखंड के भंग होने की खबरें आ रही हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देवस्थानम बोर्ड को भंग कर दिया है जबकि पूर्व मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने देवस्थानम बोर्ड को चार धाम यात्रा के लिए इसलिए गठित किया था कि चार धाम जुड़े रहे हैं आपस में और उनकी सभी कार्य प्रणाली एक समान हो।
परंतु चुनाव के मद्देनजर शायद वर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को इस मुद्दे पर अपने हाथ खींचने पड़े हैं और अंततः स्थान बोर्ड बन गया है ।
इस बात को लेकर के सतपाल महाराज ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी उससे पहले लगातार कई संस्थाएं यहां तक कि देवस्थानम बोर्ड के अध्यक्ष श्री मनोहर कांत ध्यानी भी मुख्यमंत्री यही राय बनी है कि कि देवस्थानम बोर्ड को भंग किया जाए।
बद्री केदार समिति के मीडिया प्रभारी श्री हरीश गौड़ ने बताया कि देवस्थानम बोर्ड में पहले से ही बद्री और केदारनाथ धाम सरकार के अंतर्गत ही आते हैं ।
सीएम ने कहा है कि आप सभी की भावनाओं, तीर्थपुरोहितों, हक-हकूकधारियों के सम्मान एवं चारधाम से जुड़े सभी लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए श्री मनोहर कांत ध्यानी जी की अध्यक्षता में गठित उच्च स्तरीय कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर सरकार ने देवस्थानम बोर्ड अधिनियम वापस लेने का फैसला किया है।
जबकि गंगोत्री -यमुनोत्री निजी हैं. खासतौर से यह फैसला इन्ही के लिये लिया गया है ।लगातार चल रहे विरोध प्रदर्शन और धरने के कारण चुनाव के मद्देनजर देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की नौबत आ गई है। परंतु देवस्थानम बोर्ड की व्यवस्था बहुत बेहतर थी और यह एक विजन था जो कि चारधाम यात्रा को एक सशक्त संबल प्रदान कर रहा था ।
आने वाले समय देवस्थानम बोर्ड की जगह कोई समिति लेती है या कोई अन्य बोर्ड बनाया जाता है इसके विषय में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है। इसका फैसला आने वाले सत्र में ही होगा।
कहा जा रहा है कि फिलहाल उत्तराखंड की राजनीति में कांग्रेस को फायदा ही फायदा है क्योंकि देवस्थानम बोर्ड के बनने के बाद से लगातार इसका विरोध प्रदर्शन सबसे अधिक कांग्रेस ने किया है और पंडा पुरोहित और हक हकूक धारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी रही है ।
परन्तु अब क्योंकि भाजपा सरकार को भी देवस्थानम बोर्ड को भंग किया है भाजपा के लिए भी यह कदम तुरुप का पत्ता साबित हो सकता है।
कल मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से सोमवार को मुख्यमंत्री आवास में पर्यटन एवं धर्मस्व मंत्री श्री सतपाल महाराज ने भेंट की।
उन्होंने उत्तराखण्ड चारधाम देवस्थानम प्रबन्धन बोर्ड के सम्बन्ध में गठित मंत्रिमण्डलीय उप समिति की रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपी।
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