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चारधाम यात्रा 2021

तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ जी के कपाट शीतकाल हेतु बंद हुए।

भगवान तुंगनाथ जी की उत्सव डोली रात्रिविश्राम हेतु चोपता पहुंची।

कल 31 अक्टूबर को भनकुन तथा 1नवंबर को शीतकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में विराजमान होंगे।



श्री तुंगनाथ/ चोपता(उखीमठ): 

 पंच केदारों में प्रसिद्ध तृतीय केदार श्री तुंगनाथ भगवान के कपाट  आज  अपराह्न 1बजे दिन में विधि- विधान पूर्वक  शीतकाल हेतु बंद कर दिये गये प्रात:काल से ही भगवान तुंगनाथ जी की पूजा- अर्चना चली। भगवान को भोग प्रसाद भेंट किया गया भक्तों ने बाबा तुंगनाथ जी के दर्शन किये। 

पूर्वाह्न ग्यारह बजे से कपाट बंद करने की प्रक्रिया शुरू हुई। मुख्य पुजारी अतुल मैठाणी ने अन्य आचार्यगणों एवं देवस्थानम बोर्ड के अधिकारियों  की उपस्थिति में भगवान की समाधि पूजा पूर्ण की  भस्म- पुष्प पत्र  आदि से ढककर स्यंभू शिव लिंग को समाधि रूप दे दिया गया। ठीक अपराह्न एक बजे  भगवान श्री तुंगनाथ जी के कपाट शीतकाल हेतु बंद कर दिये गये।

 भगवान श्री तुंगनाथ जी की चल विग्रह डोली मंदिर परिसर में  लायी गयी। मंदिर की परिक्रमा करते भगवान तुंगनाथ जी के जयकारों के साथ प्रथम पड़ाव चोपता हेतु प्रस्थान हुई। कपाट बंद होने के अवसर पर मठापति रामप्रसाद मैठाणी, देवस्थानम बोर्ड के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी राजकुमार नौटियाल डोली प्रभारी प्रकाश पुरोहित, तुंगनाथ मंदिर के प्रबंधक बलबीर सिंह नेगी, आचार्य मुकेश मैठाणी, विनोद मैठाणी, प्रकाश मैठाणी मौजूद रहे।

भगवान तुंगनाथ जी की चल विग्रह डोली आज चोपता प्रवास करेगी कल वनतोली  होते हुए भनकुन प्रवास रहेगा। 1नवंबर को उत्सव डोली शीतकालीन गद्दी स्थल श्री मारकंडेय मंदिर मक्कूमठ में विराजमान हो जायेगी इसी के साथ भगवान श्री तुंगनाथ जी की शीतकालीन पूजाएं भी शुरू हो जायेंगी।

देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि इस यात्रा वर्ष कोरोना काल के बावजूद  साढे पांच हजार   तीर्थयात्री श्री तुंगनाथ भगवान के दर्शन को पहुंचे

  • उच्च स्तरीय समिति में  उत्तराखंड चारधाम से  नौ सदस्य नामित हुए।
  • सचिव धर्मस्व- तीर्थाटन की ओर से शासनादेश जारी हुआ।

देहरादून:  


उच्च स्तरीय समिति देवस्थानम विधेयक में  उत्तराखंड शासन द्वारा उत्तराखंड के चारधामों से नौ तीर्थपुरोहितों/ हक हकूकधारियों  / विद्वतजनों/ जाधकारों को नामित कर दिया गया है।

उल्लेखनीय है कि देवस्थानम बोर्ड पर हक हकूकधारियों के सुझाव सहमति  विचार- विमर्श हेतु  पूर्व राज्य सभा सांसद/ श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति के पूर्व अध्यक्ष रह चके श्री मनोहर कांत ध्यानी  को अध्यक्ष मनोनीत कर कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया।

आज धर्मस्व सचिव हरिचंद्र सेमवाल द्वारा जारी शासनादेश में चारों धामों से  नौ सदस्य नामित हो गये है।

•श्री बदरीनाथ धाम से  श्री विजय कुमार ध्यानी,  श्री संजय शास्त्री एडवोकेट ( ऋषिकेश),  श्री रवीन्द्र पुजारी एडवोकेट (कर्णप्रयाग- चमोली)

•केदारनाथ से श्री विनोद शुक्ला, श्री लक्ष्मी नारायण जुगडान, 

•गंगोत्री धाम से श्री संजीव सेमवाल, श्री रवीन्द्र सेमवाल,

• यमुनोत्री धाम से श्री पुरुषोत्तम उनियाल, श्री राजस्वरूप उनियाल  नामित हुए है।

शासनादेश में कहा गया है कि उत्तराखंड चारधाम देवस्थानय प्रबंधन बोर्ड के समस्त पहलुओं पर विचार विमर्श करने के लिए सभी पक्षों से विचार-विमर्श करने के उपरांत संस्तुति हेतु  पूर्व राज्य सभा सांसद श्री मनोहर कांत ध्यानी की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय समिति में  उपरोक्त सदस्यों को नामित किया गया है।

अनु सचिव प्रेम सिंह राणा ने बताया कि  हरिचंद सेमवाल सचिव धर्मस्व -तीर्थाटन एवं धार्मिक मेला अनुभाग द्वारा आज  सदस्यों के नामित किये जाने का शासनादेश जारी हुआ है।


उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2021

तीर्थयात्रियों/ दर्शनार्थियों  की संख्या दि-  30 अक्टूबर


आज तीर्थयात्री

(1) श्री बदरीनाथ धाम - 3800

(2) श्री केदारनाथ धाम - 6547 (हेली यात्री सहित )

(3) श्री गंगोत्री धाम-  159

(4) श्री यमुनोत्री धाम- 418

कुल दर्शनार्थियों की संख्या -10924

18 सितंबर से 30अक्टूबर तक 

चारधाम पहुंचे संपूर्ण तीर्थ यात्रियों की संख्या 399231

( तीन लाख निन्यानब्बे हजार दो सौ इकतीस )

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