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 श्री चारधाम यात्रा 2021 





बामणी ग्राम स्थित मां नंदा देवी जी के मंदिर में परंपरागत रूप से मां नदा महोत्सव मनाया जा रहा है। कल देर शाम सुदूरवर्ती बुग्याल से मां नंदा के पश्वा  ब्रह्मकमल‌के  फूलो की कंडी लेकर श्री नदादेवी मंदिर पहुंचे।


 फूल लानेवाले देव पश्वाओं‌ को स्थानीय भाषा में फुलारी कहा जाता है।देर शाम ब्रह्मकमल‌ मां नदा को समर्पित किये गये। इस दौरान श्री बदरीनाथ धाम में निरंतर हल्की बारिश हो रही है‌ तापमान कम होने से दूर की चौटियां बर्फ से ढ़क गयी हैं। मान्यता है कि ब्रह्मकमल के फूलो‌ की कंडियों के फूलों में भौंरे भी मंदिर तक आते है.

 इन्हें मां नंदा की का प्रतीक मानते है। आज तीन दिवसीय नंदा महोत्सव का समापन हो जायेगा। संपूर्ण कार्यक्रम सादगी पूर्वक कोरोना मानको का पालन करते हुए आयोजित हो रहे है।जानकारी दी कि देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी  डा. हरीश गौड़ ने बताया कि इस अवसर पर बामणी, सीमांत ग्राम  माणा‌ के श्रृद्धालुओं सहित देवस्थानम बोर्ड के अधिकारी- सेवादार, स्थानीय तीर्थ पुरोहित शामिल हुए।



17 सितंबर को श्री बदरीनाथ ‌धाम माणा में मातामूर्ति उत्सव भी सादगीपूर्वक आयोजित होगा। 16 सितंबर को भगवान बदरीविशाल के क्षेत्रपाल श्री घंटाकर्ण महाराज भगवान श्री बदरीविशाल‌ को उनकी माता मूर्ति जी की तरफ से आमंत्रण देने श्री बदरीनाथ मंदिर पहुंचेगे। इस अवसर पर रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी, देवस्थानम बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.डी.सिंह

धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल, सीमांत -पर्यटन ग्राम माणा के प्रधान पीतांबर मोल्फा आदि मौजूद रहेंगे।


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