• जीर्ण-शीर्ण कोठाभवन के शीघ्र जीर्णोद्धार,कोठा भवन परिसर में फुलवारी बनाने, सरस्वती कुंड के जीर्णोद्धार के सुझाव।
• स्थानीय लोकसंस्कृति, पौराणिक मान्यताओं, स्थानीय शिल्पियों को कार्य अवसर दिये जाने पर चर्चा।
उखीमठ/ रूद्रप्रयाग: 12 अगस्त। श्री पंचकेदार गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में प्राचीन एवं ऐतिहासिक एवं धार्मिक तथा उषा- अनिरुद्ध विवाह के गवाह "कोठा भवन" के जीर्णोद्धार एवं संरक्षण को लेकर सुझाव- एवं सहमति हेतु बैठक आयोजित की गयी।
बैठक उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के वित्त नियंत्रक श्री जगत सिंह चौहान की अध्यक्षता में शूरू हुई जिसमें वक्ताओं ने शीघ्र कोठा भवन के जीर्णोद्धार किये जाने हेतु अपने विचार एवं सुझाव रखे।
बैठक में हक हकूकधारियों, तीर्थ पुरोहितों, पंचगाई पुरोहितों, एवं जन प्रतिनिधियों ने कहा कि पौराणिक- धार्मिक मान्यताओं परम्पराओं , स्थानीय शिल्प तथा आस्थाअनुरूप धार्मिक- ऐतिहासिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण कोठा भवन का अतिशीघ्र जीर्णोद्धार किया जाये।
देवस्थानम बोर्ड के वित्त नियंत्रक चौहान ने जन समुदाय को आश्वस्त किया कि कोठा भवन का अतिशीघ्र जीर्णोद्धार कार्य प्रस्तावित है। पौराणिक- धार्मिक विश्वास मान्यताओं एवं लोक शिल्प के अनुरूप निर्माण प्रक्रिया अतिशीघ्र शुरू की जानी है जिसमें जन सहयोग एवं जन भागीदारी अपेक्षित है।
उन्होंने कहा कि शासन स्तर पर भी यह प्रयास है कि निर्माण हेतु अवमुक्त धनराशि से निर्माण प्रक्रिया आगे बढेगी। देवस्थानम बोर्ड के कार्याधिकारी एनपी जमलोकी के अनुसार वक्ताओं ने हक- हकूक को सुरक्षित बनाने रखने की बात कही स्थानीय कारीगरों, शिल्पियों से कार्य लिए जाने, कोठा भवन के पीछे की जमीन में फूलों की खेती करने, सरस्वती कुंड के जीर्णोद्धार, तथा उषा- अनिरुद्ध विवाह मंडप के संरक्षण पर चर्चा हुई।
देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ द्वारा जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि बैठक में पूर्व विधायक आशा नौटियाल, नगर पंचायत अध्यक्ष विजय राणा, देवस्थानय बोर्ड के अधिशासी अभियंता अनिल ध्यानी, देवस्थानम बोर्ड के कार्याधिकारी
एनपी जमलोकी, सहायक अभियंता गिरीश देवली, लेखाकार आरसी तिवारी, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी राजकुमार नौटियाल,प्रधान पुजारी शिवशंकर लिंग, टी. गंगाधर लिंग, वरिष्ठ सहायक विपिन तिवारी आदि शामिल थे।बैठक का संचालन कार्याधिकारी एन.पी. जमलोकी ने किया।
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