अठूरवाला संघर्ष समिति को धरना प्रदर्शन करते हुए एक हफ्ता हो चुका है जिसमें अभी तक शासन प्रशासन की ओर से कोई भी व्यक्ति धरना स्थल पर नहीं पहुंचा है.
आंदोलनकारियों का कहना है कि यदि जल्दी से हमारी मांगे पूरी नहीं की गई तो हम जल्दी ही उग्र आंदोलन करने जा रहे हैं चाहे हमें अपने प्राणों की आहुति क्यों न देनी पड़े और वैसे भी हमारे टिहरी मैं श्री देव सुमन, उत्तराखंड आंदोलनकारी शहीद राजेश नेगी, गौरा देवी, जैसे कई आंदोलनकारीयों ने जन्म लिया है.
,साथ ही उन्होंने अठूरवाला की समस्त जनता से हाथ जोड़कर निवेदन किया है कि यह लड़ाई हम अपने लिए नहीं अपनी आने वाली पीढ़ी को बचाने के लिए लड़ रहे हैं मातृशक्ति की सुरक्षा हेतु लड़ रहे हैं,।
शराब का ठेका खुलने से हमारा गांव का माहौल खराब ना हो जाए इसलिए अठूरवाला की समस्त जनता मातृशक्ति बड़े बुजुर्ग वह सभी युवा सहयोग प्रदान कर रहे है .
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