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 हरिद्वार:

 

 मंत्रीमण्डल उत्तराखण्ड सरकार द्वारा दिनांक 17.02.2021 को जनपद हरिद्वार स्थित पंचायत क्षेत्र ढंण्डेरा, रामपुर, पाडली गुर्जर, इमलीखेडा आदि को नगर नगरीय क्षेत्र में बनाने का निर्णय लिया गया है, जबकि वर्तमान में क्षेत्र पंचायत एवं जिला पंचायत के वार्डों का परिसीमन गतिमान है। 

इस सम्बन्ध में शासन के पत्र संख्या 155 दिनांक 18 फरवरी 2021 के अनुसार उक्त परिवर्तन से गैर प्रभावित विकास खण्ड बहादराबाद, भगवानपुर, लक्सर एवं खानपुर में क्षेत्र पंचायत एवं जिला पंचायत वार्डों की अनन्तिम परिसीमन पर आपत्तियों की सुनवाई प्रक्रिया पूर्णं कर ली गई है, किन्तु विकासखण्ड रूड़की एवं नारसन के कुछ ग्राम पंचायतों के नगरीय क्षेत्र में परिवर्तित होने के फलस्वरूप इन विकासखण्डों में क्षेत्र पंचायत वार्ड एवं जिला पंचायत वार्डों में परिवर्तन हो जाएगा, जिस पर पुनः अनन्तिम प्रकाशन के उपरान्त आपत्तियों एवं उनके निस्तारण की प्रक्रिया की जानी होगी।
उपरोक्त कारणों से दिनांक 19 फरवरी 2021 में पूर्व निर्धारित विकासखण्ड रूड़की एवं नारसन की क्षेत्र पंचायत एवं जिला पंचायत वार्डों की आपत्ति सुनवाई स्थगित की जाती है।

 

हरिद्वार:


 

 जिलाधिकारी श्री सी रविशंकर ने आगामी कुम्भ मेले में सुरक्षा के दृष्टिगत आपदा प्रबंधन/आपात कालीन प्लान तैयार किये जाने को लेकर एक बैठक कलेक्ट्रेट में ली। डीएम ने बैठक में पुलिस, जिला प्रशासन, कुम्भ प्रशासन, एसडीआरएफ, नगर निगम, स्वास्थ्य, आपदा प्रबंधन, फायर, पीआरडी, विद्युत, नैचुरल गैस परियोजना, लोक निर्माण, सिंचाई, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के अधिकारियों के साथ कुम्भ मेला अवधि में सुरक्षा इंतजामों को लेकर तैयार किये जाने वाले प्लान पर विस्तार से चर्चा की।
जिला प्रशासन की ओर से बनने वाले कंटीजेंसी प्लान को सभी प्रकार की आपदा से निपटने तथा प्रभावी योजना बनाने के लिए डीएम ने कहा कि पिछले कुम्भ आयोजनों व अन्य राज्यों में आयोजित मेला पर्वों के सुरक्षा उपायों के अलावा वर्तमान में कोविड 19 तथा हरिद्वार में हुए अन्य विकास कार्यों के बाद हुए भौगोलिक स्थिति परिर्वतन के आधार पर तकनीकि विभागों की एक टीम पुलिस और प्रशासन के साथ संयुक्त सर्वे कर रिपोर्ट देगी। जिसके बाद योजना को अंतिम रूप देकर माॅक ड्रिल किया जायेगा। हरिद्वार के परिपे्रक्ष्य में प्रभावी कंटीजेंसी योजना मेला आयोजन के लिए बनाये जाने के लिए भीड़ वाले इलाकों से कितनी दूरी पर चिकित्सालयों की स्थापना, एम्बुलेंस, फायर स्टेशन, दमकल, पुलिस, आदि की तैनाती होगी इस बात को भी योजना बनाने में ध्यान रखा जायेगा। उन्होंने कहा कि कोई भी आपदा आने पर जिले का प्लान प्रभावी ढंग से कार्य करे इसके लिए सभी विभागों के अधिकारी, कर्मचारियों के साथ इसकी रिहर्सल की जायेगी।
जिलाधिकारी ने किसी भी आपदा की स्थिति से पूर्व बचाव की तैयारी तथा किसी भी प्रकार की आपदा के दौरान किये जाने वाले उपायों पर प्रत्येक फील्ड कार्मिक को जागरूक बनाने की आवश्यकता बताई। मेले के दौरान कार्य करने वाले कार्मिकों, सभी सुरक्षा बलों के साथ रिहर्सल के बाद अंतिम रूप दिया जायेगा।
बैठक में विभिन्न प्रकार की आपात स्थितियों से निपटने के लिए योजना तैयार किये जाने पर अधिकारियों को निर्देशित किया। जिसमें रेलवे, भगदड़, अग्नि दुर्घटना, सड़क व पुलों की दुर्घटना, व्यापारिक प्रतिष्ठानों में अग्निकांड, विद्युत लाइनों, गैस पाइप लाइनों की दुघर्टना, झूठी अफवाहों व कोरोना संक्रमण व अन्य संक्रामक बीमारियों के प्रकोप के बढ़ने की स्थिति से किस प्रकार निबटा जायेगा इस पर स्पष्ट दिशा निर्देश अधिकारियों को दिये। कोविड टेस्टिंग लैब स्थापित किये जाने वाले स्थानों पर स्वास्थ्य विभाग से सुपरवाइजरों की तैनाती भी की जायेगी।
बैठक में अपर जिलाधिकारी वित्त श्री केके मिश्र, अपर मेला अधिकार श्री ललित नारायण मिश्र, पुलिस उपाधीकक्षक जीआरपी श्री मनोज कत्याल, एसपी सिटी श्रीमती कमलेश उपाध्याय, मुख्य नगर आयुक्त श्री जयभारत सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट श्री जगदीश लाल, अधिशासी अभियंता लोकनिर्माण विभाग, सिंचाई विभाग, यूपीसीएल, नेचुरल गैस पाइप लाइन आदि के अधिकारी उपस्थित रहे।

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