देहरादून :
जनपद देहरादून से एक वरिष्ठ पत्रकार के प्रति के गायब होने का मामला सोशल मीडिया पर और सभी पत्र-पत्रिकाओं में बड़ी प्रमुखता से उजागर किया गया था जिसमें बच्चे के गायब होने का पता ही नहीं चल रहा था ।परंतु पुलिस द्वारा बच्चे को हिमाचल प्रदेश से प्राप्त कर लिया गया है। इस बच्चे के जाने और प्राप्त करने के बीच की कहानी जो बयान करती है ।वह बहुत ही चौंकाने वाली है ।जिससे हमें यह पता चलता है कि किस प्रकार हमारे बच्चे ऑनलाइन गेम के फेर में अपनी बुद्धि पर से अपना नियंत्रण खो बैठे हैं और उनमें कोई भी संवेदनाएं बाकी नहीं रह गई हैं। बस यही है कि समय रहते अपनी पीढ़ी को इस तरीके के खतरनाक ऑनलाइन गेम से बचाने के हमें कुछ ना कुछ शुरुआत अवश्य करनी होगी।
पुलिस के मुताबिक दिनांक 22.02.21. को थाना नेहरू कॉलोनी में रात्रि करीब 8:30 बजे सूचना मिली की थाना क्षेत्र पशुपति हाइट के पास एक महिला पर किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा जानलेवा हमला किया गया है जिस पर घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रभारी निरीक्षक नेहरू कॉलोनी राकेश गुसाईं द्वारा तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर घटना की जानकारी की गई व तत्काल पीड़िता के पति की तहरीर पर अज्ञात अभियुक्त के विरुद्ध मुकदमा अपराध संख्या 63/21 धारा 307 आईपीसी पंजीकृत किया गया ।
अभियुक्त की तलाश हेतु सभी उप निरीक्षक के नेतृत्व में टीमें गठित की गई वह घटना के अनावरण के निर्देश दिए गए साथ ही घटना की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई। जिस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा तत्काल घटना के अनावरण व अभियुक्त की गिरफ्तारी के निर्देश दिए गए। जिस पर थाना नेहरू कॉलोनी से टीमें गठित की गई व घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया गया। तो घटनास्थल पर एक प्रोजेक्ट फाइल मिली जिस पर एक व्यक्ति रजत (काल्पनिक नाम)का नाम अंकित था पुलिस टीम द्वारा तत्काल उक्त व्यक्ति की तलाश हेतू मुखबिर मामूर किए गए व पीड़िता से गहन पूछताछ की परंतु पीड़िता द्वारा अज्ञात व्यक्ति के संबंध में कोई जानकारी ना होना व ना ही उक्त व्यक्ति को पहचानना बताया।
इससे पुलिस टीम की मुश्किल बढ़ती गई पुलिस टीमों द्वारा घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरों को तलाश करने का प्रयास किया गया किंतु आस पास कोई भी सीसीटीवी कैमरा स्थापित नहीं था ।
जिससे अज्ञात अभियुक्त के बारे में जानकारी जुटाने में मुश्किलें आने लगी पुलिस टीम द्वारा घटनास्थल के आसपास घटना के समय सक्रिय मोबाइल नंबरों का बारीकी से विश्लेषण किया गया किंतु फिर भी कोई सफलता नहीं मिली है और ना ही जानलेवा हमले का उद्देश्य पता चल पाया इस बीच पुलिस टीम को सूचना मिली कि पटेल नगर थाना क्षेत्र से एक 17 वर्षीय बालक जिसका नाम भी रजत (काल्पनिक नाम) है।
घटना से कुछ समय पूर्व घर से प्रोजेक्ट फाइल बाइंडिंग करवाने हेतु गया था वह गायब है।जिसके संबंध में पटेलनगर कोतवाली में अभियोग पंजीकृत है।
इस पर पुलिस टीम को दिशा मिली की उक्त बालक ही इस घटना में सम्मिलित हो सकता है पुलिस द्वारा उक्त बालक के फोटो प्राप्त किये गए व उक्त बालक रजत के तलाश हेतू प्रयास किए गए व सीसीटीवी का गहन अवलोकन करते हुए पुलिस टीम पोंटा साहिब हिमाचल प्रदेश पहुंची वहां स्थानीय लोगों से पूछताछ करने व सीसीटीवी देखने पर व उक्त बालक के फोटो दिखाने पर जानकारी मिली की उक्त बालक शिमला जाने वाली बस में सवार हुआ है।
इस पर उक्त बस के परिचालक का मोबाइल नंबर प्राप्त कर उससे जानकारी की गई तो परिचालक द्वारा बताया गया कि उक्त द्वारा बालक को शिमला बस स्टैंड पर उतारा गया है ।
इस पर वरिष्ठ उपनिरीक्षक नेहरू कॉलोनी राज विक्रम पंवार के नेतृत्व में एक पुलिस टीम तत्काल शिमला भेजी गई उक्त टीम द्वारा शिमला में 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरा चेक किए गए व आज सुबह रजत को शिमला स्थित एक गुरुद्वारा से बरामद कर लिया। पूछताछ में उक्त बालक द्वारा बताया गया कि वह कक्षा 12 का छात्र है ।
वह ऑनलाइन गेमिंग खेलने का शौकीन है वह अपना अधिकतर समय ऑनलाइन गेम खेलने में व्यतीत करता है तथा साइबर वर्ल्ड में व्यस्त रहता है कथा वेब सीरीज नोबेल लिखने का शौकीन है।
घटना के दिन वह घर से अपनी प्रोजेक्ट फाइल पर बाइंडिंग करवाने के लिए घर से निकला था वह पैदल पैदल चलते हुए बंगाली कोठी के पास पहुंचा वहां उसे कारपेंटर का काम करते हुए लोग दिखाई दिए उसने वहां से एक हथौड़ी उठाई व आगे चलता गया तभी उसे एक लड़की फोन पर बात करते हुए दिखाई दे तो उसने उसके सिर पर हथौड़े से वार कर दिया व जब वो लड़की नीचे गिरकर चिल्लाई तो मैं फाइल व हथौड़ी वही छोड़कर भाग गया।
वह पैदल पैदल चलता रहा कारगी चौक से मैंने मेन रोड पकड़ी वह रात भर चलकर हरबर्टपुर होते हुए पांवटा साहिब पहुंचा वहां एक रात गुरुद्वारा में गुजारी वह अगली सुबह एक अनजान व्यक्ति से हजार रुपए लिए उससे स्वयं के लिए जूते खरीदे व बस में बैठ कर शिमला बस स्टैंड में उतर गया शिमला में पैदल-पैदल घूमता रहा वहां लोग मुझे खाना खिला देते थे।
लोगों ने मुझे घर जाने को भी कहा। मैं पूरे शिमला में पैदल-पैदल घूमता रहा घूम फिर कर एक ही जगह वापस आ जाता था मुझे लोगों ने कहा कि गुरुद्वारा में जाकर रहने खाने के लिए पता कर। मैं गुरुद्वारे के बाहर आया व मैने रहने के लिए कहा।
उन्होंने मुझे अन्दर बुलाया ही था कि आप लोग आ गए।मुझे नही पता कि मैंने ऐसे क्यों किया मैं अक्सर वर्चुअल वर्ल्ड समय व्यतीत करता हूं ।
पुलिस टीम द्वारा अत्यंत तीव्रता से एक टीम के तौर पर मैन्युअली कार्य करते हुवे बारीक से बारीक कड़ियों को आपस मे जोड़ते हुये ना सिर्फ एक ब्लाइंड केस का खुलासा किया गया। उक्त विधि विवादित किशोर को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया जा रहा है । पुलिस टीम में शमिल रहे
1-वरिष्ठ उपनिरीक्षक थाना नेहरू कॉलोनी राज विक्रम सिंह
2- एसआई पंकज पवार प्रभारी चौकी कुल्हाल
3-एसआई मानवेंद्र गुसाईं प्रभारी चौकी बाईपास
4-कॉन्स्टेबल दीपप्रकाश
5- कॉन्स्टेबल राजकुमार
6- कांस्टेबल हितेश
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