ऋषिकेश:
लोपिंग व उपचार के लिए मांगी गयी परमिशन की आड में भू माफियाओं ने तीस से अधिक हरे भरे आम के पेड़ों पर बेरहमी से आरी चलाकर धरासायी कर दिया। दुःखद पहलू यह है कि आम नागरिकों को कानून का पाठ पढ़ाने वाले स्थानीय प्रशासन व पुलिस इस संवेदनसील मामले में आंख, कान बंद किये हुये है। जिसके चलते भू माफियाओं के हौसले बुलंद होने के चलते उनमे कानून का जरा भी भय नही रह गया है।
ताजा मामला ग्राम सभा श्यामपुर स्तिथ गढ़ी रोड का है। जहाँ भूमाफियाओं ने प्लाटिंग के उद्देश्य से हरे भरे आम के पेड़ों को काटकर ठिकाने लगाने के लिए जागरूक व सामाजिक सरोकार से जुड़े लोगों को गुमराह करने के लिए पेड़ कटान की विभागीय अनुमति प्राप्त होने की बात कही। जबकि उद्यान विभाग की जांच आख्या के आधार पर प्रभागीय वनाधिकारी 6 वृक्षों व जिलाधिकारी अधिकतम मात्र 9 पेड़ के पातन जारी कर सकते है।
आश्चर्य व दिलचस्प पहलू यह भी है। कि ग्राम सभा श्यामपुर से ग्राम सभा गढ़ी मयचक को जाने वाले मार्ग में दिन रात सैकड़ो लोगो की आवाजाही बनी रहने के बाद भी बेखोफ भूमाफिया हरे भरे पेड़ो को आरी से काटकर धरासायी करते रहे। मामला ऋषिकेश शहर कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला के संज्ञान में आने पर उन्होंने उद्यान विभाग के समक्ष उठाया तो तब जाकर फर्जी अनुमति की पोल खुली। उन्होंने सहायक उद्यान अधिकारी संजय
पुरी से जानकारी मांगने पर बताया कि 30 पेड़ों के लॉपिंग करने की अनुमति जारी की गई है। पेड़ों को काटने की नही । जयेंद्र रमोला ने प्रदेश की जीरो टॉलरेंस भाजपा सरकार तीखा प्रहार करते हुये कहा कि एक ओर प्रधानमंत्री से लेकर माननीय न्यायालय तक देश के नदियों से लेकर पेड़ों को बचाने के साथ साथ पेड लगाने पर ज़ोर दे रहे हैं । वहीं उत्तराखण्ड में हरेला पर्व सरकारी स्तर पर मनाया जाता है। तो ऐसे में वहीं ऋषिकेश क्षेत्र की ग्राम सभा श्यामपुर स्तिथ गढ़ी रोड में खुलेआम आम के वृक्षों को काटा जा रहा है और प्रशासन मौन है ।अगर मामले पर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही नही की गई तो मजबूरन उन्हें आगे आंदोलन के लिये कदम उठाना पड़ेगा । उधर मामले की जानकारी लेने के लिए जब जिला उद्यान अधिकारी के सम्पर्क करना चाहा तो उनका फोन स्विच ऑफ आया।
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