आई एफ एस एम एन ,अध्यक्ष उत्तराखंड चन्द्रशेखर जोशी ने कोरोना काल में सरकार और पुलिस द्वारा लगाए गए चालान के संदर्भ में मुख्यमंत्री में सरकार और पुलिस द्वारा लगाए गए चालान के संदर्भ में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री ,मुख्यमंत्री , राष्ट्रीय अध्यक्ष IFSMN , अध्यक्ष ,IFSMN गुजरात, समस्त अधिवक्ताओं को पत्र लिखकर और हिंदुस्तान देहरादून 28 Nov 20 (Pg 3) प्रकाशित खबर के का हवाला देकर बताया है कि , देहरादून पुलिस ने सोशल डिस्टेंस व बिना मास्क के चालानों की संख्या 1 लाख 77 हजार 703 है, जिनसे 2 करोड़ 94 लाख 53 हजार रुपए जुर्माना वसूला गया.
जबकि अन्य जिलों में अलग से वसूला गया. इस तरह उत्तराखंड पुलिस कोरोना जुर्माना के नाम पर विशाल धनराशि इकत्रित कर अपना खजाना लबालब भरने में लगी है. इससे उत्तराखंड पुलिस का लक्ष्य जनहित नही "धनहित" हो गया है.
कोरोना महामारी के इस दौर में उत्तराखंड पुलिस ने अपना खजाना लबालब भर कर इस भारी धनराशि का जनहित में क्या उपयोग किया, न तो मास्क बाटे, न नही सेनेटाइजर बाटे गए, यानी कि इस विशाल धनराशि का जनहित में कोई उपयोग नही किया गया, जबकि उत्तराखंड में आम जनता ने सामाजिक संगठनों ने पीएम केअर फण्ड तथा सीएम कल्याण कोष में बढ़ चढ़ कर आर्थिक सहयोग किया.
IFSMN New Delhi भारत के लघु एवम मध्यम समाचार पत्रों के महासंघ नई दिल्ली के उत्तराखंड यूनिट के प्रदेश अध्यक्ष के नाते जिम्मेदार अधिकारियों से निवेदन करते है कि कोरोना के नाम पर जो भी जुर्माना किया जा रहा है, वो जनहित में प्रयोग में लाया जाना चाहिए.
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