स्कंदमाता की पूजा से संतान की प्राप्ति सरलता से हो सकती है.इसके अलावा
अगर संतान की तरफ से कोई कष्ट है तो उसका भी अंत हो सकता है. स्कंदमाता की
पूजा में पीले फूल अर्पित करें तथा पीली चीज़ों का भोग लगाएं.
सिंहासनगता नित्यं पद्माश्रितकरद्वया |
शुभदास्तु सदा देवी स्कन्दमाता यशस्विनी ||
भगवान स्कंद 'कुमार कार्तिकेय' नाम से भी जाने जाते हैं। ये प्रसिद्ध
देवासुर संग्राम में देवताओं के सेनापति बने थे। पुराणों में इन्हें कुमार
और शक्ति कहकर इनकी महिमा का वर्णन किया गया है। इन्हीं भगवान स्कंद की
माता होने के कारण माँ दुर्गाजी के इस स्वरूप को स्कंदमाता के नाम से जाना
जाता है।
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