उत्तराखंड में आज कोरोना पॉजिटिव के 359 मामले आए हैं। जिसे मिलाकर उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के कुल मामले अब 60155 हो गए हैं। जिसमें सक्रिय केसों की संख्या 4542 है, आज 451 लोग ठीक हो चुके है, रिकवर मामलों की संख्या 54169 है।अभी तक 984 लोगों मृत्यु हो चुकी है।
चंपावत मे 02, देहरादून में 26, उत्तरकाशी में 14, हरिद्वार में 05 और नैनीताल में 09, पौड़ी में 01 कंटेंटमेंट जोन है।
आज 05 कोरोना संक्रमितों की मृत्यु हुई है, जिसमे सुशीला तिवारी अस्पताल से 02, एम्स अस्पताल से 01, एच एन बी अस्पताल से 01, हिमालय अस्पताल से 01, श्री महंत इंद्रेश अस्पताल से 01 , विनय विशाल हेल्थ केयर अस्पताल से 01 है।
जिलाधिकारी , देहरादून डाॅं0 आशीष कुमार श्रीवास्तव ने बताया है कि जनपद में कोरोना
वायरस संक्रमण के दृष्टिगत प्राप्त हुई रिपोर्ट में 90 व्यक्तियों की
रिपोर्ट पाॅजिटिव प्राप्त होने के फलस्वरूप जनपद में आतिथि तक कोरोना से
संक्रमित व्यक्तियों की संख्या 16675 हो गयी है, जिनमें कुल 14851 व्यक्ति
उपचार के उपरान्त स्वस्थ हो गये हैं। वर्तमान में जनपद में कुल 1115
व्यक्ति उपचाररत हैं। इसके अतिरिक्त जनपद में आज जांच हेतु कुल 1445 सैम्पल
भेजे गये।
कोविड-19 संक्रमण के दृष्टिगत बचाव एवं रोकथाम हेतु जनपद
अन्तर्गत विभिन्न चिकित्सालयों में वर्तमान में 206 आईसीयू बैड रिक्त हैं।
जनपद में सार्वजनिक स्थानों पर मास्क का उपयोग न करने पर 136 व्यक्तियों के
चालान किये गये।
उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस का संक्रमण गया नही है इसलिए अब विशेष सतर्कता एवं सावधानी बरती जानी आवश्यक है।
कोविड-19 वायरस संक्रमण की अभी दवाई नहीं बनी है इसलिए जब-तक दवाई नहीं,
तब तक ढिलाई नही ंके सन्देश को अपनाना आवश्यक है। उन्होंने दशहरा, दीवाली
एवं ईद ए मिलाद के धार्मिक आयोजनों को सावधानी पूर्वक मनाने तथा अनावश्यक
भीड़ न करने का अनुरोध किया है। उन्होंने काह कि त्यौहारी मोसम में बाजारों,
धार्मिक स्थलों, पर्यटक स्थलों सार्वजनिक परिवहन में भीड़-भाड़ की संभावना
को मध्यनजर रखते हुए मास्क एवं सामाजिक दूरी का ध्यान रखते हुए खुद बचें और
दूसरों को भी बचाएं।
जिलाधिकारी ने पुलिस, स्वास्थ्य, नगर निकाय एवं
उप जिलाधिकारियों को सचेत करते हुए निर्देशित किया है कि अपने-अपने
क्षेत्रों में केन्द्र एवं राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों का परिपालन
सुनिश्चित कराते हुए कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए जन जागरूकता
अभियान चलाएं।
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