देहरादून :
जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव द्वारा वर्तमान समय में व्याप्त कोरोना महामारी और बढती सर्दी में कोरोना से बचाव को लेकर इम्यूनिटी बढाने और विशेष सतर्कता रखने के लिए विशेष अपील की गयी। जिलाधिकारी ने अपील की है कि वर्तमान समय में मौसम में बदलाव हो रहा है और सर्दी बढ़ रही है तथा कोरोना महामारी को दृष्टिगत रखते हुए इस सर्दी में विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। सर्दी के मौसम में सर्दी,खांसी,जुखाम होने की अधिक संभावना रहती है अतः सुबह-शाम दिन चर्या से लेकर पहनावें व खान-पान में बदलाव करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इन दिनों देखा गया है कि कुछ लोग सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं पहन रहे हैं तथा कुछ लोग जो पहन भी रहे हैं ठीक से नही पहन रहे हैं वे अपने आपको तथा दूसरों को जोखिम में डाल रहे हैं। इन दिनों लोग विवाह, उत्सव इत्यादि समारोह में अधिक लापरवाही दिखाते हैं वे भूल जाते हैं कि कोरोना बिमारी अभी गयी नहीं। उन्होंने ऐसे सभी लोगों से अपील की है कि जब तक कोरोना का टीका नही आ जाता तब-तक मास्क को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बना लें। सभी लोग खुद भी मास्क पहनें तथा जो लोग मास्क नहीं पहनते उनको भी पहनने के लिए पे्ररित करें। उन्होंने कहा कि विशेष कर चिकित्सालयों, बस स्टेशनों रेलवे स्टेशन, डाकखाना, बैक, विकासखण्ड व तहसील कार्यालयों जैसे स्थानों जहां पर अलग-अलग क्षेत्रों से अलग-अलग पृष्ठभूमि के लोग आते हैं ऐसे स्थानों में बहुत जोखिम रहता है अतः बहुत ही सावधानी रखने की जरूरत है। इसी के साथ जिलाधिकारी ने जन सामान्य से अपील की है कि सुबह शाम ठण्डक बढने से अनिवार्य रूप से गुनगुना पानी पीयें, अदरक वाली चाय, ग्रीन टी, लेमन टी, सूप इत्यादि को यथांसभव बीच-बीच में पीते रहें। प्रातः खाली पेट हल्की एक्सरसाइज करें तथा योगा, मेडिटेशन तथा पौष्टिक आहार लें। इन अच्छी आदतों को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाने से इम्युनिटी बढेगी तथा स्वयं भी स्वस्थ रहेंगे तथा दूसरे को भी स्वस्थ रखने में भगीदार बनेगें।
जिलाधिकारी डाॅं0 आशीष कुमार श्रीवास्तव ने बताया है कि जनपद में कोरोना वायरस संक्रमण के दृष्टिगत प्राप्त हुई रिपोर्ट में 90 व्यक्तियों की रिपोर्ट पाॅजिटिव प्राप्त होने के फलस्वरूप जनपद में आतिथि तक कोरोना से संक्रमित व्यक्तियों की संख्या 16294 हो गयी है, जिनमें कुल 13897 व्यक्ति उपचार के उपरान्त स्वस्थ हो गये हैं। वर्तमान में जनपद में कुल 1716 व्यक्ति उपचाररत हैं। इसके अतिरिक्त जनपद में आज जांच हेतु कुल 1487 सैम्पल भेजे गये।
देहरादून:
उप निबन्धक कार्यालयों में पंजीकृत उच्चतम
मूल्यांकन के तीन लेख पत्रों की अन्तरिम सम्पत्ति का जिलाधिकारी डाॅ आशीष
कुमार श्रीवास्तव द्वारा स्थलीय निरीक्षण किया गया। ज्ञातब्य है कि माननीय
मुख्यमंत्री जी के निर्देशों के क्रम में सीएम डेशबोर्ड के महत्वपूर्ण
बिन्दु के.पी.आई के तहत प्राप्त निर्देशों के क्रम में जनपद के 304 राजपुर
रोड मीडो प्लाजा एवं 05 बलबीर रोड के दो अन्तरिम सम्पतियों का स्थलीय
निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान उक्त स्थलों के लेख पत्रों में
सम्बन्धित के माध्यम से अन्तरित सम्पत्ति में स्थित वृक्षों का मूल्यांकन
और निर्माण का मूल्यांकन सम्पत्ति के मूल्यांकन में सम्मिलित किया गया है।
साथ ही सम्बन्धित प्रकरणों में शासकीय पत्राजादों(लेख पत्रों) एवं मौके पर
अवस्थित सम्पतियों की स्टाम्प ड्यूटी भरी जा चुकी है। जिलाधिकारी ने बताया
कि सीएम डेशबोर्ड के महत्वपूर्ण बिन्दु केपीआई के अन्तर्गत उक्त क्षेत्रों
का स्थलीय निरीक्षण किया गया। उन्होंने बताया कि इस प्रकार के स्थलीय
निरीक्षण समय-समय पर जारी रहेंगे। उन्होंने सम्पत्ति सम्बन्धी सभी
दस्तावेजों की आवश्यक जांच-पड़ताल करते हुए यथाशीघ्र रिपोर्ट प्रस्तुत करने
के निर्देश उपनिबन्धक स्टाम्प, लेखपाल एवं अन्य सम्बन्धितों को दिये।
निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व बीर सिंह बुदियाल, उप
निबन्धक रामदरस मिश्रा, अवतार सिंह, अरविन्द कुमार लेखपाल एवं राजस्व विभाग
के साथ ही क्रेता एवं विक्रेतागणों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
देहरादून:
दिनांक 20 अक्टूबर 2020 (जि.सू.का), जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव
ने कैम्प कार्यालय से वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से जिला गंगा
सुरक्षा समिति से जुडे़ विभागों और अधिकारियों को निर्देशित किया कि गंगा
सुरक्षा और इससे जुडे़ सीवरेज ट्रीटमेंट, पेयजल, बाढ सुरक्षा,
सौन्दर्यीकरण, सड़क मरम्मत व सुधारीकरण, अतिक्रमण हटाने, कूड़ा व मृत पशुओं
के अवशेष निस्तारण, सैनिटेशन, वृक्षारोपण और साफ-सफाई से सम्बन्धित कार्यों
की प्रगति को तेजी से बढायें।
जिलाधिकारी ने आई0 एण्ड डी0 एवं 26
एम0एल0डी0एस0टी0पी0 के कार्यों की प्रगति का विवरण प्राप्त करते हुए
निर्माण एवं अनुरक्षण इकाई (गंगा) उत्तराखण्ड पेयजल निगम ऋषिकेश को
निर्देशित किया कि इसका अवशेष कार्य तेजी से पूरा करें तथा वन विभाग के
समन्वय से रम्भा नदी से अतिक्रमण हटाने एवं एफआरए प्रमाण पत्र जारी करने की
कार्यवाही भी पूर्ण करें। उन्होंने निर्माण एवं अनुरक्षण इकाई को आगामी
बैठक से पूर्व डेटा तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने नगर निगम ऋषिकेश
को समस्त वार्डों में नियिमत स्वच्छता अभियान चलाने, कूड़ा उठाने तथा गंगा
नदी में पूजा सामग्री और कूड़ा करकट डालने से रोकने के भी निर्देश दिये।
इसके अलावा गंगा नदी के विभिन्न घाटों के आस-पास तम्बाकू बिक्री की रोक के
साथ ही धूम्रपान निषेध की कार्यवाही भी करें।
जिलाधिकारी ने
उत्तराखण्ड जल संस्थान देहरादून को निर्देश दिये कि 31 अक्टूबर तक सभी 23
पेयजल योजनाएं हर हाल में हस्तांतरित करें। उन्होंने कहा कि गंगा नदी में
जा रहे गन्दे नालों की टेपिंग कार्यों में तेजी लाने के भरसक प्रयास किये
जायं। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियन्ता सिंचाई खण्ड देहरादून को
बाढ से बचाव कार्य की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंने
मृतक पशुओं के अवशेष निस्तारण हेतु भूमि की उपलब्धता के सम्बन्ध में नगर
निगम को डीएफओ के माध्यम से आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
उन्होंने उत्तराखण्ड जल संस्थान को आगामी बैठक में पूर्ण विवरण के प्रस्तुत
करने के साथ ही अनुमति निर्गत करते हुए इन पर निर्णय भी करना सुनिश्चित
करें। उत्तराखण्ड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को पर्यावरण को दूषित करने वाली
गतिविधियों की रोकथाम करने, लोक निर्माण विभाग को क्षतिग्रस्त सड़कों की
मरम्मत कार्यों में तेजी लाने तथा नगर निगम ऋषिकेश को प्लास्टिक के विरूद्ध
भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने जिला गंगा समिति के माध्यम से प्रकाशित मैग्जीन (समाचार
पत्र) की स्थिति की जानकारी लेते हुए इसके प्रकाशन में क्षेत्रीय
फोटोग्राफर एवं नगर निगम द्वारा आयोजित प्रतियोगिताओं के विजेता
प्रतिभागियों के चित्र प्रकाशित करने के अतिरिक्त विभिन्न सम्बन्धित
विभागों से 15 दिनों में आलेख प्राप्त करते हुए इसका प्रकाशन कराना
सुनिश्चित करें। बैठक में गंगा सुरक्षा समिति से जुडे़ पदाधिकारी श्री
जुगलान द्वारा पौराणिक सरस्वती नदी के नामांकन का मामला उठाया इस पर
जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी ऋषिकेश को अभिलेखों के आधार पर कनवर्ट कराएं।
बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी देहरादून राजीव धीमान, तहसील कार्यालय ऋषिकेश
से उप जिलाधिकारी ऋषिकेश वरूण चैधरी, नगर निगम ऋषिकेश के मुख्य नगर
अधिकारी नरेन्द्र क्वीराल, जल संस्थान, पेयजल निगम, सिंचाई, प्रदूषण
नियंत्रण बोर्ड, लोक निर्माण विभाग आदि गंगा सुरक्षा समिति से जुड़े आर.डी
जुगलान सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
देहरादून:
‘ जल जीवन मिशन, घर-घर जल’ की कार्य प्रगति से जिलाधिकारी ने सन्तुष्टि व्यक्त की।’’
जिलाधिकारी/ अध्यक्ष जल जीवन मिशन डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने जल जीवन
मिशन के अन्तर्गत प्रत्येक ग्रामीण परिवार को क्रियाशील घरेलु जल संयोजन
(एफ.एच.टी.सी) के कार्य की प्रगति से सन्तुष्टी व्यक्त की तथा जनपद की
प्रगति अन्य सभी जनपदों से अव्वल रहने पर कार्यदायी संस्थाओं की प्रशंसा की
तथा प्रगति को इसी तरह बनाये रखने को कहा। उन्होंने कार्यों की समीक्षा
बैठक करते हुए कहा कि 02 अक्टूबर 2020 तक जनपद की एफ.एच.टी.सी प्रगति 8
प्रतिशत् थी, जिसको आज की तिथि तक 35 प्रतिशत् तक किया गया है और इस तरह से
जनपद की अब-तक कुल कार्य संयोजन की प्रगति 55.30 प्रतिशत् है जो बहुत
अच्छी है। उन्होंने आगामी 30 अक्टूबर 2020 तक इस प्रगति को 75 प्रतिशत् तक
बढाने के निर्देश भी दिए। जिलाधिकारी ने एफ.एच.टी.सी कार्यों की दैनिक
प्रगति की जानकारी प्राप्त करते हुए निर्देश दिए कि ऐसे ग्राम अथवा तोकें
जहंा पूर्व में किसी भी प्रकार का पाईप टैप्ड जल संयोजन नहीं था ऐसे गावों व
तोकों का विवरण प्राप्त करते हुए वहां पर भी घर-घर पाईप्ड वाटर जलापूर्ति
करने के लिए पाईप टैप्ड वाटर तथा स्त्रोत से जलापूर्ति दोनों की एक साथ
डी.पी.आर बनाने के जल संस्थान और पेयजल निगम को निर्देश दिए।
उन्होंने
कहा कि जल जीवन मिशन के कार्यों के अन्तर्गत जहां पर दुबारा निविदा
(टैण्डरिंग)अभिहित करने की आवश्यकता हो रही है तो उसे दुबारा पूर्ण करें।
उन्होंने जल जीवन मिशन के समस्त कार्यों में ग्राम प्रधानों और स्थानीय
लोगों की भागीदारी लेते हुए कार्य करने के निर्देश दिए। साथ ही सामुदायिक
भागीदारी प्राप्त करने के लिए ग्राम पंचायत विकास अधिकारी व ग्राम विकास
अधिकारी का भी सहयोग लेने को कहा।
बैठक में कार्यदायी संस्थाओं जल
संस्थान और पेयजल निगम द्वारा जनपद में विभिन्न शाखाओं वार एफएचटीसी
आच्छादन की प्रगति से सदस्यों को अवगत कराया। कार्यदायी संस्थाओं द्वारा
अवगत कराया गया कि जनपद के कुल 1,20,660 घरों के मुकाबले अब-तक 66,727
परिवारों को क्रियाशील घरेलु जल संयोजन से आच्छादित किया जा चुका है, जो
लगभग 55.26 प्रतिशत् है और यह प्रगति अन्य सभी जनपदों से बहुत अच्छी है।
विदित है कि आगामी 9 नवम्बर 2020 तक प्रत्येक ग्रामीण परिवार को क्रियाशील
जल संयोजन (एफ.एच.टी.सी) प्रदान करने का व्यापक लक्ष्य रखा गया है, जिसको
जनपद में कार्यदायी संस्थाएं जल संस्थान और पेयजल निगम द्वारा पूरा करने का
प्रयास किया जा रहा है।
इस दौरान बैठक में उपाध्यक्ष जल जीवन
मिशन/मुख्य विकास अधिकारी नितिका खण्डेलवाल, नोडल अधिकारी उत्तराखण्ड
अधीक्षण अभियन्ता पेयजल निगम एस.सी पंत, परियोजना प्रबन्धक व सदस्य सचिव
जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल, अधिशासी अभियन्ता जल संस्थान नमित
रमोला, अधिशासी अभियन्ता पेयजल निगम मीसा सिंह सहित सम्बन्धित सदस्य
उपस्थित थे।
देहरादून:
मुख्य विकास अधिकारी द्वारा केदारपुरम राजस्व ग्राम में किया क्राप कटिंग का निरीक्षण
मुख्य विकास अधिकारी नितिका खण्डेलवाल द्वारा आज केदारपुरम राजस्व ग्राम में प्रधानमंत्री फसल बिमा योजना के अन्तर्गत
CCE
agri app से धान की फसल की कटाई प्रयोग सम्पादित करवाते हुए निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने धान की स्वयं भी कटाई की।
इस दौरान कृषि विभाग और राजस्व विभाग के सम्बन्धित कार्मिक भी उपस्थित थे।
देहरादून :
जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल डी.के कौशिक
(अ.प्रा) ने अवगत कराया है कि सैनिक कल्याण एवं पुनर्वासा कार्यालय
देहरादून में रिक्त कल्याण कार्यकर्ता के एक पद पर नियुक्ति हेतु जनपद
देहरादून के पूर्व सैनिकों से आवेदन पत्र आमंत्रित किए गए हैं। उक्त पद
उपनल के माध्यम से संविदा पर भरा जाएगा। इच्छुक पूर्व सैनिक, जो निर्धारित
मापदण्ड/योग्यता रखते हों, कार्यालय से निर्धारित आवेदन पत्र प्राप्त कर 05
नवम्बर 2020 तक किसी भी कार्यदिवस में आवदेन जमा कर सकते हैं। अधिक
जानकारी के लिए जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय के दूरभाष नम्बर
0135-2626091 पर सम्पर्क किया जा सकता है।
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