उत्तराखंड में आज कोरोना पॉजिटिव के 213 मामले आए हैं। जिसे मिलाकर उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के कुल मामले अब 60957 हो गए हैं। जिसमें सक्रिय केसों की संख्या 3865 है, आज 422 लोग ठीक हो चुके है, रिकवर मामलों की संख्या 55610 है।अभी तक 1007 लोगों मृत्यु हो चुकी है।
चंपावत मे 02, देहरादून में 10 , उत्तरकाशी में 03, हरिद्वार में 05 और पौड़ी में 01 कंटेंटमेंट जोन है।
आज 06 कोरोना संक्रमितों की मृत्यु हुई है, जिसमे सुशीला तिवारी अस्पताल से 01, एम्स अस्पताल से 02, श्री महंत इंद्रेश अस्पताल से 01 , हिमालयन अस्पताल से 01, जिला अस्पताल उधमसिंघ नगर से 01 है।
देहरादून :
जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में जिला कार्यालय
स्थित सभागार में कोविड-19 टीकाकरण सेवा प्रदाताओं/हेल्थ वर्कर्स का
डाटाबेस तैयार करने को लेकर बैठक आयोजित की गई।
बैठक में जिलाधिकारी ने
बताया कि भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुपालन में राज्य सरकार द्वारा
सरकारी एवं निजी क्षेत्र में कार्यरत समस्त स्वास्थ्य सेवा
प्रदाताओं/हेल्थ वर्कर्स का डाटाबेस तैयार किया जाना है जिसका उपयोग भविष्य
में स्वास्थ्य कर्मियों को कोविड-19 टीकाकरण हेतु प्रस्तावित किया जाएगा।
जानकारी देते हुए जिलाधिकारी ने बताया कि कि डाॅटाबेस तैयार करने हेतु
कार्ययोजना तत्काल बनाई जानी है। उन्होंने बताया कि जनपद स्तर पर गठित
समिति में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य
चिकित्साधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी, जिला परियोजना अधिकारी बाल विकास
विभाग, रेडक्रास, नगर निगम, समस्त नगर पालिका, जिला पंचायतराज अधिकारी,
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी तथा गैर सरकारी संस्थाएं (जो टीकाकरण कार्य करती
हैं) टास्कफोर्स का सदस्य नामित किया गया है।
डाटबेस तैयार करने की
कार्ययोजना की विस्तार से जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि सरकारी एवं
निजी क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं/हेल्थ वर्कस का डाटबेस, आंकड़ों
का संकलन, स्टेªन्थ एक्सेल बेस्ड टेम्पलेट्स को उपयोग में लिया जाना है
तथा डाटाबेस तैयार हो जाने पर मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा कोविड-19
cvbms
पर अपलोड किया जाएगा। डाटाबेस एकीकरण एवं संकलन के लिए प्राथमिक
स्वास्थ्य केन्द्र नोडल स्वास्थ्य इकाई होगी, जो ग्रास रूट पर कार्य करेगी।
उन्होंने बताया कि निर्धारित समय सीमा के अन्तर्गत एवं निर्धारित प्रारूप
में तैयार किया गया डाटाबेस जिला नोडल अधिकारी द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा।
उन्हांेंने बताया कि निर्धारित तिथि से पूर्व संकलित डाटा अपलोड किया
जाएगा।
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि डाटबेस संकलन के उपरान्त सेवा
प्रदाता द्वारा प्रमाण पत्र भी उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने पुलिस
क्षेत्राधिकारी को बीट कास्टेबल के माध्यम से थाना क्षेत्र के समस्त निजी
एवं शासकीय चिकित्सालयों में कार्यरत कार्मिकों के सम्बन्ध में जानकारी
जुटाने के निर्देश दिए। उन्होंने स्वास्थ्य सम्बन्धी कार्यों में योगदान
देने वाले चिकित्सक, एएनएम, आशा, आंगनबाड़ी, जीएनएम, फार्माशिस्ट, लैब
टैक्निशियन, वाहन चालक, लिपिक, एवं सफाई कर्मियों, सुरक्षा कर्मिकों का
डटाबेस तत्काल तैयार करने के निर्देश सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को दिए।
इसके अतिरिक्त जनपद के निजी क्षेत्र के चिकित्सालयों यथा सीएमआई, दून
चिकित्सालय, हिमालयन हास्पिटल, मैक्स, सिनर्जी, कैलाश, फोर्टिज, वेलनेस,
अरिहन्त, श्री महन्त इन्दिरेश हास्पिटल समेत सभी बड़े चिकित्सालयों के
स्वास्थ्य कार्मिकों का डेटाबेस तत्काल अपलोड करने के निर्देश दिए गए।
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों के डाटाबेस संकलन हेतु
टेम्पलेट के प्रारूप पर सभी जानकारियां केपिटल लेटर में भरी जाएं साथ ही ध्यान
रखा जाए कि एक स्वास्थ्य कर्मी का डेटा एक ही स्थान पर हो अलग न हो।
उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए कि स्वास्थ्य कार्मिकों का
डाटाबेस निर्धारित समयसीमा 28 अक्टूबर 2020 तक अपलोड करते हुए वैक्सीन के
रखरखाव के लिए कोल्ड स्टोरेज आदि व्यवस्थाएं करना भी सुनिश्चित करें। इस
अवसर पर हेल्थ केयर वर्कर्स का डेटाबेस तैयार करने के लिए मुख्य विकास
अधिकारी द्वारा दृश्य एवं श्रब्य के माध्यम से सामान्य जानकारियां दी गई।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नितिका खण्डेलवाल, मुख्य चिकित्साधिकारी
डाॅ0 अनूप कुमार डिमरी, डी.एस.ओ डाॅ राजीव दीक्षित, सीओ सुधीर सुयाल,
समर्पण संस्था की डाॅ गीता खन्ना समेत डीपीओ अवधेष कुमार, डीपीआरओ एम
जफरखान, डीईओ माध्यमिक वाई.एस चैधरी, डीईओ प्राथमिक राजेन्द्र रावत, मुख्य
नगर अधिकारी डाॅ कैलाश जोशी समेत नगर पालिकाओं के अधिशासी अधिकारी,
रेडक्रास, सिविल सोसायटी के पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।
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