डोईवाला:
ग्राम सभा जीवन वाला कि जिस जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए कल प्रशासन ने कार्यवाही की थी उसके विरोध में कल सीएम की विधानसभा में सीएम हेल्पलाइन की कर्मचारी और पशुपालन विभाग पौड़ी के एक कर्मचारी ने अपनी जमीन उसी कार्यवाही में सरकार द्वारा कब्जा किए जाने की बात कही.
सीएम हेल्पलाइन देहरादून में कार्यरत आशा देवी और उनके पति अनिल अमोली जो कि पशुपालन विभाग पौड़ी में कार्यरत हैं प्रशासन की कार्यवाही सुनते ही तुरंत दौड़े चले आए .
इसके लिए उन्होंने एसडीएम डोईवाला लक्ष्मी राज चौहान को एक प्रार्थना पत्र दिया . जिसमें उन्होंने अपनी उक्त जमीन के विषय में जोकि खसरा नंबर 222 में स्थित है ,अवगत कराते हुए पुनः जांच की मांग की है.उन्होंने बताया कि 10 वर्ष पूर्व उनके पिता जी द्वारा ये जमीन रजिस्ट्री के साथ खरीदे गयी थी , और उसका दाखिल खारिज भी सभी जमा किया जा चूका है। फिर भी बिना नोटिस के प्रशासन द्वारा उस पर कब्ज़ा किया गया। इतने वर्षों से व्यक्तिगत परेशानियों के कारण वे मकान नहीं बना पाए , परन्तु तीन तरफ की बाउंड्री उन्होंने कर दी थी।
उन्होंने अपना पक्ष जब तहसीलदार डोईवाला रेखा आर्य के समक्ष रखना चाहा तो उन्होंने कुछ भी सुनने से इनकार करते हुए, उन्हें अपने कक्ष से बाहर चले जाने को कहा, जिस पर वे दोनों ऐतराज़ करने लगे और आहत होकर अपना विषय लेकर उप जिलाधिकारी डोईवाला के समक्ष पहुंचे.
उपजिला अधिकारी ने बताया कि जीवन वाला प्रधान की शिकायत पर यह कार्यवाही की गई थी.फिर भी उक्त प्रार्थना पत्र को संज्ञान में लेते हुए उन्होंने पुनः जांच के आदेश दिए है और पटवारी को पुनः सीमांकन और खसरे नंबर की जांच कराने की बात कही और जमीन के मालिकों को यथोचित कार्यवाही का आश्वासन दिया।
हाईकोर्ट के आदेश के बाद ग्राम समाज की भूमि से लगातार हटाया जा रहे .अतिक्रमण के अंतर्गत डोईवाला के जीवन वाला ग्राम पंचायत क्षेत्र से 18 सितंबर को तहसील प्रशासन द्वारा लगभग डेढ़ बीघा भूमि से अतिक्रमण हटाया गया था.जीवन वाला के ग्राम प्रधान गुरजीत सिंह लाडी ने मुख्यमंत्री और डोईवाला प्रशासन से अपील की थी. जिस पर कार्यवाही करते हुए ,डोईवाला तहसीलदार रेखा आर्य ने ग्राम समाज की इस भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया था .
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