रामलला के भव्य मंदिर निर्माण के उल्लास में डूबी अयोध्या, घर-घर में तैयारी और उल्लास का माहौल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दो घंटा 35 मिनट आयोध्या में रहेंगे
समूची अयोध्या रामलला के भव्य मंदिर निर्माण के उल्लास में डूबी नजर आ रही है। घर-घर में तैयारी और उल्लास का माहौल है। भूमिपूजन शुरू हो चुका है। सड़कों-गलियों से लेकर छतों पर केसरिया पताके लहरा रही हैं। दीवारों पर रामायणकालीन नयनाभिराम दृष्य रामनगरी की अलौकिकता बयां कर रहे हैं। रामनगरी में लोगों को तीन दिन तक अपने घरों व मठ-मंदिरों में रहकर पूजन करने की अपील की गई है। उन्हें भूमिपूजन के हर कार्यक्रम को लाइव दिखाने-सुनाने के लिए तीन हजार लाउडस्पीकर लगाए गए हैं। जिन्हें सोमवार से श्रीरामजन्मभूमि के अनुष्ठान से जोड़ दिया गया है। इसके पहले इनके जरिए 25 स्थलों से भजन, सुंदरकांड आदि का प्रसारण किया जा रहा है। सुबह से लेकर रात 10 बजे तक भजनों के सुमधुर स्वर राम-राम जै राजा राम.. तो कहीं ठुमक चलत रामचंद्र..आदि से लोग काफी खुश हैं। प्रशासन ने भी 20 स्थानों पर एलईडी के जरिए लाइव प्रसारण की तैयारी की है। श्री राम जन्मभूमि के गर्भ ग्रह पर मंदिर निर्माण केले सोमवार को तीन दिवसीय अनुष्ठान शुरू हुआ।
वैदिक आचार्यों ने गणपति पूजा के साथ सुबह 8 बजे पूजन के शुरुआत की। दिग्विजय सिंह ने अमित शाह के अस्पताल में भर्ती होने पर ट्वीट करते हुए लिखा कि ये सनातम हिंदू धर्म की मान्यताओं को नजरअंदाज करने का परिणाम है। दिग्विजय सिंह ने कई सारे ट्वीट किए जिसमें उन्होंने विस्तार से बताया है कि कैसे सनातन हिंदू धर्म की मान्यताओं को नजरअंदाज किया गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के कई अन्य नेता कोरोना की चपेट में आ गए हैं, जिससे उमा भारती की चिंताएं बढ़ गई हैं।
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि वे अयोध्या के भूमि पूजन कार्यक्रम में आएंगी लेकिन मंदिर स्थल पर ना रहकर सरयू नदी के तट पर रहेंगी।
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