पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का 84 साल की आयु में निधन हो गया. उनके बेटे अभिजीत मुखर्जी ने यह जानकारी ट्वीट कर दी .
पीएम मोदी ने प्रणब मुखर्जी के निधन पर दुख जताया है. प्रधानमंत्री ने कहा,.भारत के विकास में प्रमुख योगदान रहा है.
उपराष्ट्रपति श्री वेंकैया नायडू ने उनके निधन पर शोक जताते हुए कहा कि वह कठिन परिश्रम, अनुशासन और समर्पण के माध्यम से देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर पंहुचें .
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शान्ति तथा शोक संतप्त परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय प्रणब मुखर्जी बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे। राजनीति, वित्त, विधि आदि क्षेत्रों के वे विशेषज्ञ थे। अपने लम्बे सार्वजनिक व राजनीतिक जीवन में उन्होंने गहरी छाप छोड़ी है। वे कुशल प्रशासक और भारतीय राजनीति के शिखर पुरुष थे। स्वर्गीय मुखर्जी जी का देवभूमि उत्तराखंड के प्रति गहरा लगाव था। जब वे राष्ट्रपति थे तो उन्होंने उत्तराखण्ड विधानसभा को सम्बोधित किया था।
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का 11 दिसंबर 1935 को जन्म हुआ और 31 अगस्त 2020 को इनकी मृत्यु हुई.दिल्ली के के आर्मी अस्पताल में अंतिम सांस तक देश के राष्ट्रपति रहे . वे 21 दिन तक कोमा में रहे. वह 10 अगस्त से अस्पताल में भर्ती थे.
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