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उत्तराखंड में आज कोरोना पॉजिटिव के 501 मामले आए हैं।  जिसे मिलाकर उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के कुल मामले अब 9402 हो गए हैं। जिसमें सक्रिय केसों की संख्या 3283 है, आज 232 लोग ठीक हो चुके है, रिकवर मामलों की संख्या 5963 है। अभी तक 117 लोगों मृत्यु हो चुकी है, आज 6206 लोगों के सैंपल रिपोर्ट  नेगेटिव पाए गए हैं।  उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के ठीक होने की दर घटकर 63.42% हो गयी है। उत्तराखंड में कंटेनमेंट जोन बढ़कर 459 हो गये है। आज बागेश्वर से 10, चमोली से 1, चंपावत से 1, देहरादून से 38,  हरिद्वार से 172, नैनीताल से 85, पौड़ी से 9, पिथौरागढ़ से 3, रुद्रप्रयाग से 2, टिहरी से 4, उधमसिंह नगर से 171 और उत्तरकाशी से 5 कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं। 11 सेना के जवान हैं, 138 व्यक्ति पहले से संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आने से कोरोना के शिकार हुए है, 13 फ्लू के मरीज हैं, 333 लोगों की ट्रेवल हिस्ट्री ज्ञात नहीं है, बाकी सब प्रवासी उत्तराखंड है।

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स संस्थान में पिछले 24 घंटे में हुई कोविड सेंपल जांच में 6 लोगों की रिपोर्ट कोविड पाॅजिटिव पाई गई है। जिनमें 1 स्थानीय व्यक्ति भी शामिल है। संस्थान की ओर से इस बाबत स्टेट सर्विलांस ऑफिसर को सूचित कर दिया गया है।
एम्स के जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल जी ने बताया कि टिहरी विस्थापित गली नंबर-दो, ऋषिकेश निवासी 26 वर्षीय पुरुष जो कि एम्स के कोविड वार्ड में तैनात नर्सिंग ऑफिसर हैं, वह सिर दर्द व बुखार की शिकायत होने पर  5 अगस्त को एम्स इमरजेंसी में आए, जहां उनका कोविड सेंपल लिया गया व आईसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया गया। शनिवार को रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उन्हें कोविड वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। दूसरा मामला हरिद्वार का है। ज्वालापुर हरिद्वार निवासी 35 वर्षीय महिला जो कि 5 अगस्त को स्वांस रोग,खांसी, कफ की गंभीर शिकायत पर इमरजेंसी में आई थी। जहां इसका कोविड सेंपल लिया गया, जो कि पॉजिटिव पाया गया है, लिहाजा उसे कोविड वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। तीसरा मामला मोतीबाजार, हरिद्वार निवासी 65 वर्षीय व्यक्ति जो कि पिछले एक सप्ताह से बुखार की शिकायत पर 5 अगस्त को एम्स में आया था, जहां इसका सेंपल लेकर उसे आईसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया गया, सेंपल पॉजिटिव मिलने पर कोविड वार्ड में शिफ्ट किया गया है। चंदनपुर,उत्तराखंड निवासी एक 28 वर्षीय पुरुष जो कि तपेदिक रोग से ग्रसित है व एम्स के पल्मोनरी वार्ड में भर्ती है। उक्त व्यक्ति का 5 अगस्त को सेंपल लिया गया था, जो कि पॉजिटिव आया है, इसके बाद उसे कोविड वार्ड में शिफ्ट किया गया है। बताया गया है कि उक्त व्यक्ति इसी वार्ड में भर्ती एक अन्य पेशेंट के कोविड संक्रमित अटेंडेंट के प्राइमरी कांटेक्ट में आया था। रोशनाबाद ,हरिद्वार निवासी 38 वर्षीया महिला जो कि एम्स में भर्ती एक मरीज की अटेंडेंट है, उक्त महिला का 5 अगस्त को ओपीडी में सेंपल लिया गया जो कि पॉजिटिव पाया गया है, महिला को नजदीकी कोविड केयर सेंटर में भर्ती होने को कहा गया है। हरिद्वार निवासी एक 45 वर्षीय पुरुष जिसे मूर्छित अवस्था में बीती 5 अगस्त को एम्स इमरजेंसी में लाया गया था, उक्त व्यक्ति का इससे पूर्व हरिद्वार कोविड एंटीजन टेस्ट हो चुका था,जिसमें वह पॉजिटिव पाया गया था। एम्स में 5 अगस्त को उसका कोविड सेंपल लिया व उसे कोविड वार्ड में भर्ती कर दिया गया, उक्त व्यक्ति का एम्स में लिया गया सेंपल भी कोविड पॉजिटिव पाया गया है। उन्होंने बताया कि संबंधित कोविड पॉजिटिव मामलों के बाबत स्टेट स​र्विलांस ऑफिसर को सूचित कर दिया गया है।

                                                                                                                                                                                                               कोविड19 के विश्वव्यापी लगातार जारी इस संक्रमणकाल में आयुर्वेद, होम्योपैथिक व योग पद्धति से उपचार कराने वाले मरीजों के लिए अच्छी खबर है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश ने लोगों की सुविधा के लिए एलोपैथी के बाद अब आयुष विभाग में भी टेलिमेडिसिन ओपीडी सुविधा शुरू कर दी है।
देश-दुनिया में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर सुरक्षा कारणों से एम्स ऋषिकेश में भी जनरल ओपीडी के साथ- साथ आयुष विभाग की आयुर्वेद, होम्योपैथी व योग पद्धति की ओपीडी को भी स्थगित कर दिया गया था। जिसके बाद संस्थान में दूर-दराज क्षेत्रों के मरीजों की सुविधा के लिहाज से कोविड स्क्रीनिंग ओपीडी व एलोपैथी की टेलिमेडिसिन ओपीडी संचालित की गई। इसी क्रम में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान योग, होम्योपैथी व आयुर्वेद पद्धति से उपचार कराने वाले मरीजों के लिए आयुष विभाग की ओर से चिकित्सीय परामर्श के लिए टेलिमेडिसिन वर्चुअल ओपीडी सुविधा उपलब्ध कराई गई है।                                                                                                                                                                                                                                                                        एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत जी ने बताया कि संस्थान द्वारा लॉकडाउन के दौरान गंभीर मरीजों की सुविधा के लिए ट्रॉमा एवं इमरजेंसी सुविधाएं सुचारू रूप से संचालित की गई,जिससे उपचार के अभाव में मरीजों की जीवनरक्षा की जा सके। निदेशक पद्मश्री प्रो. रवि कांत जी ने बताया कि इसके अलावा लॉकडाउन के चलते उत्तराखंड के सुदूरवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों का ट्रांसपोर्ट सुविधा के अभाव में अस्पताल तक पहुंच पाना संभव नहीं है, ऐसे में जरुरतमंद लोगों को समय पर घर बैठे ही चिकित्सकीय परामर्श मिल सके, लिहाजा एम्स संस्थान द्वारा टेलिमेडिसिन वर्चुअल ओपीडी की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।                                                                                                                                                                                                                     इस बाबत आयुष विभागाध्यक्ष प्रो. वर्तिका सक्सेना  ने बताया कि टेलिमेडिसन ओपीडी दैनिक तौर से अपराह्न 2 बजे से सायं 6 बजे तक संचालित की जा रही है। मरीजों की परेशानी के मद्देनजर ओपीडी सुविधा सोमवार से शनिवार तक प्रत्येक दिन उपलब्ध रहेगी। जिसमें आयुर्वेद, होम्योपैथी व योग तीनों पद्धतियों के विशेषज्ञ चिकित्सक उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने बताया कि उक्त पद्धतियों से उपचार कराने वाले मरीज आयुष विभाग द्वारा जारी टेलिमेडिसिन ओपीडी के संपर्क नंबर- 7302895044 पर नियत समय पर चिकित्सकीय परामर्श के लिए संपर्क कर सकते हैं।

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