देहरादून:
आज भैंरव सेना के कार्यकर्ता महानगर उपाध्यक्ष राहुल सूद के नेतृत्व में जिलाधिकारी कार्यालय सोशल डिस्टेनसिंग के नियमों के साथ पहुंचे। जहां पर कार्यकर्ताओं के द्वारा मुख्यमंत्री को जिलाधिकारी देहरादून के माध्यम से ज्ञापन प्रेषित किया गया।
जिसमें यूकेडी नेता लताफत हुसैन के द्वारा कुर्बानी के लिए जानवरों को शासन-प्रशासन द्वारा ना रोकने की मांग किये जाने का जिक्र है और भैंरव सेना ने कहा यदि मांग मानी गई तो भैंरव सेना के द्वारा इसका पुरजोर विरोध किया जायेगा।
ज्ञापन प्रेषण में उपस्थित भैंरव सेना अध्यक्ष संदीप खत्री ने कहा कि कुछ दिनों बाद ईद का त्योहार आ रहा है।
और कुछ संगठनों के द्वारा कुर्बानी के लिए पशुओं के आने जाने पर रोक ना लगाने की मांग की गई है। जोकि अवैध मांग है। कानून सबके लिए सम्मान होना चाहिए। जब न्यायालय ने देवताओं की भूमि पर बलि प्रथा पर रोक लगा दी है, और हिन्दुओं के परंपरागत मंदिरों जैसे कि महाकाली, काल भैंरव एवं सिद्धपीठ मदिरों में शासन-प्रशासन के द्वारा बलि देना निषेध कर दिया गया है।
किसी भी बेजुबान प्राणी की जबरन हत्या देवताओं की भूमि पर मर्यादा के विरुद्ध है। तथा जबरन किसी की संस्कृति को देवभूमि पर थोपना अपनी सनातनी संस्कृति का अपमान और आत्महत्या करना जैसा होगा। प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य ने कहा कि पवित्र सावन के महीने में हमारे समाज में त्रिकालदर्शी भगवान शंकर की सात्विक पूजा माँ गंगा के पवित्र जल से जलाभिषेक करके होती है।
इसलिए देवताओं की भूमि पर निरीह प्राणियों की रक्त की धारा गंगा जी की धारा के समानांतर नहीं बहनी चाहिए। मीडिया प्रभारी रष्टी सिंह के कथनानुसार देवभूमि पर देवताओं की परम्पराओं के उपर किसी अन्य मजहब को थोपना न्याय संगत नहीं है।
वहीं जिला संगठन मंत्री मुन्ना बजरंगी के अनुसार ईद के आसपास बेसहारा बेजुबान पशुओं की तस्करी शुरू हो जाती है और हम गाय को गौ माता के रूप में पूजते हैं। अतः हम किसी भी सूरत में गोवंश हत्या भैंरव सेना के कार्यकर्ता नहीं होने देंगे। महानगर गौरक्षा प्रमुख प्रशांत मैठाणी और जिला उपाध्यक्ष करण शर्मा ने कहा की हम लगातार निगरानी कर रहे हैं की कहीं से भी गोवंश तस्करी ना हो। ज्ञापन कार्यक्रम में उपरोक्त वक्ताओं सहित महानगर उपाध्यक्ष महेश बजरंगी, हर्ष धीमान, सौरभ पार्छा, संजीव घाघट, अनुज, अश्विनी, अभिषेक रावत, अनुभव बडोनी, रजत इत्यादि उपस्थित रहे।
आज भैंरव सेना के कार्यकर्ता महानगर उपाध्यक्ष राहुल सूद के नेतृत्व में जिलाधिकारी कार्यालय सोशल डिस्टेनसिंग के नियमों के साथ पहुंचे। जहां पर कार्यकर्ताओं के द्वारा मुख्यमंत्री को जिलाधिकारी देहरादून के माध्यम से ज्ञापन प्रेषित किया गया।
जिसमें यूकेडी नेता लताफत हुसैन के द्वारा कुर्बानी के लिए जानवरों को शासन-प्रशासन द्वारा ना रोकने की मांग किये जाने का जिक्र है और भैंरव सेना ने कहा यदि मांग मानी गई तो भैंरव सेना के द्वारा इसका पुरजोर विरोध किया जायेगा।
ज्ञापन प्रेषण में उपस्थित भैंरव सेना अध्यक्ष संदीप खत्री ने कहा कि कुछ दिनों बाद ईद का त्योहार आ रहा है।
और कुछ संगठनों के द्वारा कुर्बानी के लिए पशुओं के आने जाने पर रोक ना लगाने की मांग की गई है। जोकि अवैध मांग है। कानून सबके लिए सम्मान होना चाहिए। जब न्यायालय ने देवताओं की भूमि पर बलि प्रथा पर रोक लगा दी है, और हिन्दुओं के परंपरागत मंदिरों जैसे कि महाकाली, काल भैंरव एवं सिद्धपीठ मदिरों में शासन-प्रशासन के द्वारा बलि देना निषेध कर दिया गया है।
किसी भी बेजुबान प्राणी की जबरन हत्या देवताओं की भूमि पर मर्यादा के विरुद्ध है। तथा जबरन किसी की संस्कृति को देवभूमि पर थोपना अपनी सनातनी संस्कृति का अपमान और आत्महत्या करना जैसा होगा। प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य ने कहा कि पवित्र सावन के महीने में हमारे समाज में त्रिकालदर्शी भगवान शंकर की सात्विक पूजा माँ गंगा के पवित्र जल से जलाभिषेक करके होती है।
इसलिए देवताओं की भूमि पर निरीह प्राणियों की रक्त की धारा गंगा जी की धारा के समानांतर नहीं बहनी चाहिए। मीडिया प्रभारी रष्टी सिंह के कथनानुसार देवभूमि पर देवताओं की परम्पराओं के उपर किसी अन्य मजहब को थोपना न्याय संगत नहीं है।
वहीं जिला संगठन मंत्री मुन्ना बजरंगी के अनुसार ईद के आसपास बेसहारा बेजुबान पशुओं की तस्करी शुरू हो जाती है और हम गाय को गौ माता के रूप में पूजते हैं। अतः हम किसी भी सूरत में गोवंश हत्या भैंरव सेना के कार्यकर्ता नहीं होने देंगे। महानगर गौरक्षा प्रमुख प्रशांत मैठाणी और जिला उपाध्यक्ष करण शर्मा ने कहा की हम लगातार निगरानी कर रहे हैं की कहीं से भी गोवंश तस्करी ना हो। ज्ञापन कार्यक्रम में उपरोक्त वक्ताओं सहित महानगर उपाध्यक्ष महेश बजरंगी, हर्ष धीमान, सौरभ पार्छा, संजीव घाघट, अनुज, अश्विनी, अभिषेक रावत, अनुभव बडोनी, रजत इत्यादि उपस्थित रहे।
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