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आज भारतीय जागरूकता समिति एवम् मानव अधिकार संरक्षण समिति हरिद्वार द्वारा मानव अधिकार विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया जिसमे मुख्यवक्ता हाई कोर्ट के पूर्व जज एम् उत्तराखण्ड सरकार के लॉ कमिशन के चेयरमैन राजेश टंडन, हाई कोर्ट के अधिवक्ता ललित मिगलानी, 40 पी एस सी की डिप्टी कमांडेंट अरुणा भारती एवम् मधुसुधन अग्रवाल रहेI
हाई कोर्ट के पूर्व जज राजेश टंडन ने मानव अधिकारों के बारे में विस्तार पूर्वक बताया एम मानव अधिकार आयोग की कार्यशेली के बारे में विस्तार पूर्वक बताया टंडन ने बताया मानवाधिकार वे मूलभूत अधिकार और स्वतंत्रताएँ होती हैं, जिनके लिए सभी स्त्री-पुरुष पात्र होते हैं। बिना किसी भेदभाव के सभी व्यक्ति मानवाधिकारों के लिए समान रूप से पात्र हैं। मानवाधिकारों के साथ-साथ कर्तव्य और उत्तरदायित्व भी आते हैं।

हाई कोर्ट के अधिवक्ता ललित मिगलानी ने बताया मानव अधिकारों से तात्पर्य उन सभी अधिकारों से हैं जो व्यक्ति के जीवन, स्वतंत्रता, समानता एवं प्रतिष्ठा से जुड़े हुए है। यह अधिकार भारतीय संविधान के भा ग-तीन में मूलभूत अधिकारों के नाम से वर्णित किए गए हैं और न्यायालयों द्वारा प्रवर्तनीय हैं। इसके अलावा ऐसे अधिकार जो अन्तर्राष्ट्रीय समझौते के फलस्वरूप संयुक्त राष्ट्र की महासभा द्वारा स्वीकार किए गए हैं और देश के न्यायालयों द्वारा प्रवर्तनीय हैं, को मानव अधिकार माना जाता है। इन अधिकारों में प्रदूषण मुक्त वातावरण में जीने का अधिकार, अभिरक्षा में यातनापूर्ण और अपमानजनक व्यवहार न होने सम्बन्धी अधिकार और महिलाओं के साथ प्रतिष्ठापूर्ण व्यवहार का अधिकार शामिल है।

मानव अधिकार सबके अर्थात स्त्री, पुरूष, बच्चे एवं वृद्ध लोगों के अधिकार है, और सब को समान रूप से प्राप्त है। इन अधिकारों का हनन जाति, धर्म, भाषा, लिंग-भेद के आधार पर नहीं किया जा सकता है। यह सभी अधिकार जन्मजात अधिकार हैं। मानव अधिकार, मानव स्वभाव में ही अंतर्निहित है तथा इन अधिकारों की अनिवार्यता मानव व्यक्तित्व के समग्र विकास के लिये सदैव रही है।
डिप्टी कमांडेंट अरुणा भारती ने बताया की मानव अधिकार पुलिस परिपेक्ष में भी जरुरी है अक्सर देखा जाता है व्यक्ति पुलिस के पास जाता है और अपनी रिपोर्ट भी लिखवाने के लिए बोलता उसको पता होना चाहिये की रिपोर्ट लिखवाना उसका अधिकार है और उसकी रिपोर्ट की एक प्रति फ्री दी जानी चाहिये

मधुसुधन अग्रवाल ने बताया उनकी समिति काफी समय से मानवअधिकार पर कार्य कर रही है और तमाव लोग उनकी समिति से जुड़े हुए है और उनके साथ कार्य कर है मानव अधिकार की जानकारी सभी व्यक्ति का अधिकार हैI
उपरोक्त वेबिनर का संचालन विनायक गौड़ द्वारा किया गया उपरोक्त वेबिनर में शिवानी गौड़, अदिति शर्मा, अंकुर गोयल, अंशु तोमर, अजीला हाश्मी, ब्रिन्दाबन बहरी, दीपाली शर्मा, गरिमा कुमार, जगदीश लाल पाहवा, कमला जोशी, मनु शिवपुरी, नेहा मलिक, पूनम कब्र्वान, रुचिर कुमार, रूचि अरोरा, संगीता सचदेवा, सीमा पटेल, स्वाति मंगलम, यश लालवानी, योगेश कुमार, संदीप खन्ना ने भाग लिया।

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