ऋषिकेश :
उत्तम सिंह
सरकारी सिस्टम की लापरवाही की सजा को अंशधारक भुगतना पडा रहा है । यह पूरा मामला लालतप्पड़ औद्योगिक क्षेत्र मे एक निजी कम्पनी मे कार्य कर चुके श्रमिक की है । जहां पर मृतक श्रमिक भी कार्य करता था । जिसके परिवार को ईपीएफओ का पूर्ण भुगतान हो चुका है । मृतक परिवार को ईपीएफओ की पेशन मिल रही है । वहीं दूसरा श्रमिक अनिल रावत जो अब ईपीएफओ कार्यालय ,देहरादून के चक्कर काट रहा है । वहीं नौकरी छोडने के बाद ईपीएफओ खाते से पैसा निकालने के दौरान पता चला की इस खाते मे मृतक श्रमिक का नाम चढा है । जिसके परिवार को पूर्ण भुगतान एवं पेशन प्राप्त हो रही है । जब इस मामले को कम्पनी प्रबन्ध ने भी लिखकर ईपीएफओ कार्यालय को अवगत करवाया । लेकिन ईपीएफओ इस गलती मे सुधार करने को तैयार ही नहीं है । जबकि श्रमिक की प्रमाणिकता से सम्बन्ध सभी दस्तावेज सौप चुका है । वहीं ईपीएफओ अपनी गलती मानने को तैयारी नहीं है ।वहीं ईपीएफओ ,देहरादून पर कार्यवाही एवं भुगतान के लिये प्रधानमंत्री से गुहार लगायी है ।
उत्तम सिंह
सरकारी सिस्टम की लापरवाही की सजा को अंशधारक भुगतना पडा रहा है । यह पूरा मामला लालतप्पड़ औद्योगिक क्षेत्र मे एक निजी कम्पनी मे कार्य कर चुके श्रमिक की है । जहां पर मृतक श्रमिक भी कार्य करता था । जिसके परिवार को ईपीएफओ का पूर्ण भुगतान हो चुका है । मृतक परिवार को ईपीएफओ की पेशन मिल रही है । वहीं दूसरा श्रमिक अनिल रावत जो अब ईपीएफओ कार्यालय ,देहरादून के चक्कर काट रहा है । वहीं नौकरी छोडने के बाद ईपीएफओ खाते से पैसा निकालने के दौरान पता चला की इस खाते मे मृतक श्रमिक का नाम चढा है । जिसके परिवार को पूर्ण भुगतान एवं पेशन प्राप्त हो रही है । जब इस मामले को कम्पनी प्रबन्ध ने भी लिखकर ईपीएफओ कार्यालय को अवगत करवाया । लेकिन ईपीएफओ इस गलती मे सुधार करने को तैयार ही नहीं है । जबकि श्रमिक की प्रमाणिकता से सम्बन्ध सभी दस्तावेज सौप चुका है । वहीं ईपीएफओ अपनी गलती मानने को तैयारी नहीं है ।वहीं ईपीएफओ ,देहरादून पर कार्यवाही एवं भुगतान के लिये प्रधानमंत्री से गुहार लगायी है ।
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