ऋषिकेश:
जिलाधिकारी देहरादून डा. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर को पत्र द्वारा सूचित किया है कि पर्यटन मंत्री की बैठक में शामिल होने पर भी स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त राय के अनुसार स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, भारत सरकार द्वारा निर्गत दिशा-निर्देशों के अंतर्गत अल्प जोखिम (लाॅ रिस्क) श्रेणी में आने के कारण उन्हें (श्री जावलकर) क्वारेंटाईन होने की आवश्यकता नहीं है और वे अपना कार्य पूर्ववत कर सकते हैं।
उधर, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स ऋषिकेश) से बीते सोमवार शाम
डिस्चार्ज किए गए पर्यटन मंत्री के पांच परिजनों को एम्स अस्पताल में
दोबारा एडमिट किया गया है। अस्पताल प्रशासन के अनुसार होम कोरंटाइन की
समुचित व्यवस्था नहीं होने के चलते ऐसा किया गया है।
एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत जी के स्टाफ ऑफिसर डा. मधुर उनियालजी ने बताया कि सोमवार शाम अस्पताल में भर्ती पर्यटन मंत्री के पांच परिजनों को एसिम्टमेटिक ( जिस व्यक्ति में रोग के लक्षण नहीं दिखाई दे रहे हों) होने के चलते केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की रिवाइज गाइड लाइन के मद्देनजर उनके होम कोरंटाइन की समुचित व्यवस्था में रहने की बात पर डिस्चार्ज कर दिया गया था, इसके लिए परिजनों द्वारा एम्स प्रशासन से आग्रह किया गया था।
उन्होंने बताया कि इसके बाद मालूमात हुआ कि उनके घर पर परिजनों के होम कोरंटाइन में रहने की समुचित सुविधाएं नहीं हैं। लिहाजा कोविड पॉजिटिव मरीजों की समुचित चिकित्सा व निगरानी के मद्देनजर सभी परिजनों को दोबारा अस्पताल में दाखिल कर दिया गया है। जिससे संक्रमित परिजनों की भी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके व अन्य कोई व्यक्ति भी उनके संपर्क में आकर संक्रमित नहीं हो।
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