उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2020
श्री बदरीनाथ धाम कपाट खुलने के पश्चात मदिर में नित्य पूजाओं का इस तरह रहेगा कार्यक्रम।
श्री बदरीनाथ धाम के कपाट कल 15 मई प्रात: 4 बजकर 30 मिनट पर ब्रह्म मुहूर्त में खुल गये। कपाट खुलने के बाद से वैदिक ऋचाओं की ध्वनियों से बदरीपुरी गुंजायमान है।
देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा.हरीश गौड़ ने बताया कि कल 15 मई बदरीनाथ धाम कपाट खुलने के बाद दिन में 11.45 बजे से अभिषेक पूजा शुरू हुई। पहली अभिषेक पूजा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की तरफ से संपन्न हुई।
नगर पालिका जोशीमठ के पूर्व अध्यक्ष एवं श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के निवर्तमान सदस्य ऋषि प्रसाद सती ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी तरफ से अभिषेक पूजा की। उन्होंने अभिषेक पूजा के लिए 4300 रुपये दान स्वरूप देवस्थानम बोर्ड के पूजा कार्यालय में जमा करवाये।दोपहर में 12.45 बजे बाल भोग एवं महाभोग चढाया गया।
भोग लगने के पश्चात कुछ समय मंदिर साफ सफाई हेतु बंद रहा। दिन में पांच बजे मंदिर खुला 6 बजे शाम से मंदिर में शांयकालीन आरतियां शुरू हो गयी ।शांयकालीन भोग के पश्चात शयन आरती शुरू हुई रात्रि हेतु शाम साढ़े सात बजे लगभग मंदिर बंद हुआ।
आज 16 मई को प्रात:साढे चार बजे मंदिर खुला तथा साढ़े पांच बजे से अभिषेक पूजा शुरू हुई इसके पश्चात बाल भोग लगा। भगवान बदरीविशाल के श्रृंगार दर्शन हुए। दिन में साढ़े ग्यारह बजे राजभोग लगेगा। दोपहर 1 बजे मंदिर बंद होगा फिर तीन बजे खुलेगा। साढे पांच बजे से सांयकालीन आरतियां होगी शांयकालीन भोग के बाद शाय 7.30 बजे रात्रि हेतु मंदिर बंद हो जायेगा। इसी तरह प्रत्येक दिन श्री बदरीनाथ धाम में पूजा-अर्चना का कार्यक्रम निर्धारित रहेगा।
भगवान बद्रीविशाल के दिन का राजभोग समर्पित करने मंदिर की तरफ जाते हुए रावल (मुख्य पुजारी) ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी।
श्री बदरीनाथ धाम कपाट खुलने के पश्चात मदिर में नित्य पूजाओं का इस तरह रहेगा कार्यक्रम।
देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा.हरीश गौड़ ने बताया कि कल 15 मई बदरीनाथ धाम कपाट खुलने के बाद दिन में 11.45 बजे से अभिषेक पूजा शुरू हुई। पहली अभिषेक पूजा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की तरफ से संपन्न हुई।
नगर पालिका जोशीमठ के पूर्व अध्यक्ष एवं श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के निवर्तमान सदस्य ऋषि प्रसाद सती ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी तरफ से अभिषेक पूजा की। उन्होंने अभिषेक पूजा के लिए 4300 रुपये दान स्वरूप देवस्थानम बोर्ड के पूजा कार्यालय में जमा करवाये।दोपहर में 12.45 बजे बाल भोग एवं महाभोग चढाया गया।
भोग लगने के पश्चात कुछ समय मंदिर साफ सफाई हेतु बंद रहा। दिन में पांच बजे मंदिर खुला 6 बजे शाम से मंदिर में शांयकालीन आरतियां शुरू हो गयी ।शांयकालीन भोग के पश्चात शयन आरती शुरू हुई रात्रि हेतु शाम साढ़े सात बजे लगभग मंदिर बंद हुआ।
आज 16 मई को प्रात:साढे चार बजे मंदिर खुला तथा साढ़े पांच बजे से अभिषेक पूजा शुरू हुई इसके पश्चात बाल भोग लगा। भगवान बदरीविशाल के श्रृंगार दर्शन हुए। दिन में साढ़े ग्यारह बजे राजभोग लगेगा। दोपहर 1 बजे मंदिर बंद होगा फिर तीन बजे खुलेगा। साढे पांच बजे से सांयकालीन आरतियां होगी शांयकालीन भोग के बाद शाय 7.30 बजे रात्रि हेतु मंदिर बंद हो जायेगा। इसी तरह प्रत्येक दिन श्री बदरीनाथ धाम में पूजा-अर्चना का कार्यक्रम निर्धारित रहेगा।
भगवान बद्रीविशाल के दिन का राजभोग समर्पित करने मंदिर की तरफ जाते हुए रावल (मुख्य पुजारी) ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी।
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