आज 11 मई को पुणे महाराष्ट्र से प्रथम रेलगाड़ी उत्तराखंड के प्रवासियों को लेकर हरिद्वार पहुंची. सरकार द्वारा 12 मई से 15 मई तक उत्तर प्रदेश से भी 3800 प्रवासियों को पास निर्गत किए गए हैं।12 मई को पुनः सूरत गुजरात से उत्तराखंड को ट्रेन रात्रि 10 बजे हरिद्वार पंहुचेगी।
13 मई को भी बंगलोर से स्पेशल ट्रेन 1200 लोगों को लेकर हरिद्वार रात्रि 10 बजे तक पंहुचेगी। इसके अतिरिक्त तेलंगाना और पंजाब से भी प्रवासी उत्तराखंड के लोगों को लाने की प्रक्रिया सरकार द्वारा गतिमान है राजस्थान से भी लगभग 1200 यात्रियों का बस द्वारा आना प्रस्तावित है। साथ ही अन्य राज्यों से अपने बहाना द्वारा आने वाले लोगों को भी ई- पास निर्गत किए जा रहे हैं।
उत्तराखंड के विभिन्न जनपदों में एक जनपद से दूसरे जनपद को जाने वाले लोगों की संख्या 52 हज़ार 221 पंहुच गयी है।
देश के अन्य राज्यों जम्मू सर प्रदेश हरियाणा पंजाब बंगाल राजस्थान दिल्ली आदि को जाने वाले लोगों की संख्या 9970 है जबकि कुल पंजीकरण 29,975 है। इसी प्रकार अब तक 1,98,584 लोगों ने उत्तराखंड आने के लिए पंजीकरण कराया है.
मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार नगर निगम ऋषिकेश की महापौर अनिता ममगाई ने पुणे से विशेष रेल द्वारा हरिद्वार पहुंचे उत्तराखंड प्रवासियों का स्वागत किया। जनपद के जिलाधिकारी रविशंकर के साथ मिलकर महापौर ने उन्हें फल एवं लाइट फूड देकर उन्हें उनके गंतव्यों की और रवाना किया।
बाहरी राज्पों में फंसे उत्तराखंड के प्रवासियों को रेल से लाने के लिए प्रदेश सरकार ने कोशिशें तेज कर दी हैं। इसके तहत आज 1206 प्रवासियों को लेकर एक स्पेशल ट्रेन पुणे से हरिद्वार पहुंची।ऋषिकेश नगर निगम महापौर अनिता ममगाई मुख्यमंत्री के आदेश पर कुंभ नगरी हरिद्वार पहुंची और उत्तराखंड प्रवासियों की कुशलक्षेम पूछ स्थानीय प्रशासन के सहयोग से सोशल डिस्टेसिंग का पूर्ण पालन कराते हुए उन्हें फल, बिस्किट ,पानी एवं सोफ्ट ड्डिंक वितरित करवाये। इस दौरान महापौर ने प्रवासी उतराखण्ड के लोगों से अपील करते हुए कहा कि अगले 14 दिन तक अपने घर में रहे ।अनावश्यक रूप से घर से बाहर ना निकले और मास्क पहन के सैनिटाइजर का प्रयोग करें। सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखने के साथ सरकार के द्वारा जो दिशा निर्देश जारी किया गया है उनका पालन करें।महापौर ममगाई ने बताया कि पुणे से 1206 उत्तराखंड प्रवासियों को लेकर आज दोपहर हरिद्वार रेलवे स्टेशन ट्रेन पहुंची थी।
एक बार में एक बोगी में बैठे प्रवासी यात्रियों को निकाला गया।उन्होंने बताया की प्रवासियों की स्वास्थ्य जांच के लिए 20 टीमें तैनात की गई थी।जिलाधिकारी की मोजूदगी में उनकी थर्मल स्केनिंग के बाद उन्हें फल एवं लाईट फूड देकर उन्हें उनके गंतव्यों को रवाना किया गया।
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