डोईवाला;
शुगर मिल का पेराई सत्र शनिवार की देर रात 28 लाख हजार गन्ने की पेराई करने के साथ समाप्त हो गया है इस बार चीनी की रिकवरी 10 किलो प्रति कुंतल रही है। जिसके चलते चीनी की रिकवरी ने अब तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं ।डोईवाला शुगर मिल के अधिशासी निदेशक मनमोहन सिंह रावत ने बताया कि शुगर मिल में पेराई सत्र के अपने निर्धारित लक्ष्य को छूते हुए 28 लाख 50,000 कुंतल के साथ पेराई सत्र को संपन्न कर लिया है । उन्होंने बताया कि गन्ना किसानों को 29 जनवरी तक का 6 करोड़ 9400000 रु का भुगतान जारी कर दिया गया है ।जिससे किसानों को लॉक डाउन में कुछ लाभ मिल सकेगा । लॉक डाउन के दौरान सभी जरूरी नियमों का पालन करवाते हुए मिल में लगातार पेराई सत्र को जारी रखा गया ।
इस बार मिल को 67 गन्ना सेंटरों में से 63 गन्ना सैंटरो है गन्ना सप्लाई किया गया जबकि पिछले वर्ष तक सिर्फ 43 के लगभग गन्ना सेंटर से ही मिल को गन्ना सप्लाई किया जाता था उन्होंने किसानों से उन्नत प्रजाति के गन्ने की बुवाई पर अधिक ध्यान देने को कहा इसके लिए उन्नत प्रजाति का गन्ना मूल्य भी अधिक रखा गया और उन्नत प्रजाति के गन्ना किसानों को पहले पर्चियां दी गई ।
शुगर मिल का पेराई सत्र शनिवार की देर रात 28 लाख हजार गन्ने की पेराई करने के साथ समाप्त हो गया है इस बार चीनी की रिकवरी 10 किलो प्रति कुंतल रही है। जिसके चलते चीनी की रिकवरी ने अब तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं ।डोईवाला शुगर मिल के अधिशासी निदेशक मनमोहन सिंह रावत ने बताया कि शुगर मिल में पेराई सत्र के अपने निर्धारित लक्ष्य को छूते हुए 28 लाख 50,000 कुंतल के साथ पेराई सत्र को संपन्न कर लिया है । उन्होंने बताया कि गन्ना किसानों को 29 जनवरी तक का 6 करोड़ 9400000 रु का भुगतान जारी कर दिया गया है ।जिससे किसानों को लॉक डाउन में कुछ लाभ मिल सकेगा । लॉक डाउन के दौरान सभी जरूरी नियमों का पालन करवाते हुए मिल में लगातार पेराई सत्र को जारी रखा गया ।
इस बार मिल को 67 गन्ना सेंटरों में से 63 गन्ना सैंटरो है गन्ना सप्लाई किया गया जबकि पिछले वर्ष तक सिर्फ 43 के लगभग गन्ना सेंटर से ही मिल को गन्ना सप्लाई किया जाता था उन्होंने किसानों से उन्नत प्रजाति के गन्ने की बुवाई पर अधिक ध्यान देने को कहा इसके लिए उन्नत प्रजाति का गन्ना मूल्य भी अधिक रखा गया और उन्नत प्रजाति के गन्ना किसानों को पहले पर्चियां दी गई ।
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