खटीमा :
विधायक खटीमा पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय गृह मंत्री भारत सरकार नई दिल्ली को मित्र देश नेपाल के नागरिकों को सीमा क्षेत्र में आ रही समस्याओं के संबंध में मानवीय मदद हेतु एक पत्र प्रेषित किया है, जिसमें उन्होंने जिक्र किया कि उत्तराखंड के कुमायूं मंडल का अधिकांश क्षेत्र मित्र देश नेपाल सीमा से लगा हुआ है।
यहां से उनका रोटी- बेटी का संबंध है कोरोनावायरस लॉक डाउन के विभिन्न चरणों में देश के दिल्ली मुंबई समेत अनेक अन्य नगरों से प्रतिदिन काफी संख्या में नेपाली नागरिक अपने देश वापसी के लिए सीमा पर आ रहे हैं ।
अंतर्राष्ट्रीय सीमा सील होने के कारण काफी संख्या में यहां भीड़ एकत्रित हो रही है । उन्होंने बताया विधानसभा क्षेत्र खटीमा में मेलाघाट, नगरा सराय से नेपाल जाने का मार्ग है ।
नेपाली नागरिकों को जगह-जगह परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है उनके खुद के द्वारा एवं सामाजिक संस्थाओं के माध्यम से हर संभव सहायता राशन सामग्री भोजन मास्क सैनिटाइजर आदि की व्यवस्था की जा रही है ।
परंतु अब प्रशासन को भी निर्देशित करने की आवश्यकता है कि नेपाली नागरिक जो कि अतिथि हैं।
उनकी तत्काल मदद के लिए नेपाल सरकार से वार्ता की जाए और सीमा खुलने तक भोजन व रहने की व्यवस्था की जाए जिससे इस आपदा की घड़ी में मानवता का फर्ज निभाया जा सके ।
विधायक खटीमा पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय गृह मंत्री भारत सरकार नई दिल्ली को मित्र देश नेपाल के नागरिकों को सीमा क्षेत्र में आ रही समस्याओं के संबंध में मानवीय मदद हेतु एक पत्र प्रेषित किया है, जिसमें उन्होंने जिक्र किया कि उत्तराखंड के कुमायूं मंडल का अधिकांश क्षेत्र मित्र देश नेपाल सीमा से लगा हुआ है।
यहां से उनका रोटी- बेटी का संबंध है कोरोनावायरस लॉक डाउन के विभिन्न चरणों में देश के दिल्ली मुंबई समेत अनेक अन्य नगरों से प्रतिदिन काफी संख्या में नेपाली नागरिक अपने देश वापसी के लिए सीमा पर आ रहे हैं ।
अंतर्राष्ट्रीय सीमा सील होने के कारण काफी संख्या में यहां भीड़ एकत्रित हो रही है । उन्होंने बताया विधानसभा क्षेत्र खटीमा में मेलाघाट, नगरा सराय से नेपाल जाने का मार्ग है ।
नेपाली नागरिकों को जगह-जगह परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है उनके खुद के द्वारा एवं सामाजिक संस्थाओं के माध्यम से हर संभव सहायता राशन सामग्री भोजन मास्क सैनिटाइजर आदि की व्यवस्था की जा रही है ।
परंतु अब प्रशासन को भी निर्देशित करने की आवश्यकता है कि नेपाली नागरिक जो कि अतिथि हैं।
उनकी तत्काल मदद के लिए नेपाल सरकार से वार्ता की जाए और सीमा खुलने तक भोजन व रहने की व्यवस्था की जाए जिससे इस आपदा की घड़ी में मानवता का फर्ज निभाया जा सके ।
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