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राष्ट्रीय स्तरीय लॉकडाउन के प्रथम चरण से शुरू हुए सेवा कार्य को आगे बढ़ाते हुए भैंरव सेना के कार्यकर्ताओं के द्वारा आज नवनिर्वाचित महानगर अध्यक्ष विपिन कुमार जयसवाल के नेतृत्व में ऋषिकेश, कालू सिद्ध मंदिर, मणि माई मंदिर, लक्ष्मण सिद्ध मंदिर एवं लच्छीवाला के आसपास के जंगलों में आम इंसानों पर आश्रित अर्थवन्य जीव, बंदरों को एक सौ एक (101)दर्जन केले, भूखी गायों को घास और 1 क्विंटल तरबूज तथा निराश्रित कुत्तों को बंद, बिस्किट का भोजन करवाया। जिसमें की प्रदेश अध्यक्ष संदीप खत्री एवं महानगर प्रभारी मुन्ना बजरंगी का सहयोग रहा। साथ में उपस्थित रहे जिला अध्यक्ष उमाकांत भट्ट एवं महानगर कार्यकर्ता पियूष प्रकाश।
भैंरव सेना के प्रदेश अध्यक्ष संदीप खत्री से ज्ञात हुआ कि सिक्खों के पांचवे गुरु श्री गुरु अर्जुन देव जी का शहीदी दिवस है कार्यकर्ताओं के द्वारा गुरु अर्जुन देव जी को याद किया
भैरव सेना जिला प्रभारी रस्टी सिहं ने कहा मानवता के उच्च आदर्शों और मानवीय मूल्यों की रक्षा के सिलसिले में किसी सिख द्वारा दी गई यह पहली शहादत मानी जाती है यही कारण है कि उन्हें शहीदों का सरताज कहा जाता है।गुरु अर्जुन देव जी शहीदों के सरताज एवं शान्तिपुंज हैं। आध्यात्मिक जगत में गुरु जी को सर्वोच्च स्थान प्राप्त है। उन्हें ब्रह्मज्ञानी भी कहा जाता है।
संगठन पहले चरण के लाॅकडाउन से ही आम जनमानस को खाद्य सामग्री वितरण कर रहा था परंतु निराश्रित भूखे जानवरों पर कोई ध्यान ना देने के कारण उन्होंने निराश्रित आवारा पशुओं तथा अर्ध वन्यजीवों को यथासंभव भोजन कराने का निर्णय लिया। जिला अध्यक्ष आचार्य उमाकांत भट्ट ने कहा की आम जनमानस जैसे तैसे एक दूसरे की सहायता एंव प्रशासन की सहायता से अपना भरण-पोषण कर ही रहा है परंतु इन निराश्रित जानवरों पर कोई ध्यान नहीं दे रहा था। वहीं महानगर प्रभारी मुन्ना बजरंगी ने कहा कि संगठ न जानवरों को भोजन कराने के अलावा 10,000 से अधिक हाथ से बने मास्क एवं गरीब परिवारों को पका हुआ एवं कच्चा राशन भी मुहैया करवा रहा है। जोकि बिना किसी सहायता के संगठन स्वयं और कार्यकर्ताओं के सहयोग से कर रहा है।
राष्ट्रीय स्तरीय लॉकडाउन के प्रथम चरण से शुरू हुए सेवा कार्य को आगे बढ़ाते हुए भैंरव सेना के कार्यकर्ताओं के द्वारा आज नवनिर्वाचित महानगर अध्यक्ष विपिन कुमार जयसवाल के नेतृत्व में ऋषिकेश, कालू सिद्ध मंदिर, मणि माई मंदिर, लक्ष्मण सिद्ध मंदिर एवं लच्छीवाला के आसपास के जंगलों में आम इंसानों पर आश्रित अर्थवन्य जीव, बंदरों को एक सौ एक (101)दर्जन केले, भूखी गायों को घास और 1 क्विंटल तरबूज तथा निराश्रित कुत्तों को बंद, बिस्किट का भोजन करवाया। जिसमें की प्रदेश अध्यक्ष संदीप खत्री एवं महानगर प्रभारी मुन्ना बजरंगी का सहयोग रहा। साथ में उपस्थित रहे जिला अध्यक्ष उमाकांत भट्ट एवं महानगर कार्यकर्ता पियूष प्रकाश।
भैंरव सेना के प्रदेश अध्यक्ष संदीप खत्री से ज्ञात हुआ कि सिक्खों के पांचवे गुरु श्री गुरु अर्जुन देव जी का शहीदी दिवस है कार्यकर्ताओं के द्वारा गुरु अर्जुन देव जी को याद किया
भैरव सेना जिला प्रभारी रस्टी सिहं ने कहा मानवता के उच्च आदर्शों और मानवीय मूल्यों की रक्षा के सिलसिले में किसी सिख द्वारा दी गई यह पहली शहादत मानी जाती है यही कारण है कि उन्हें शहीदों का सरताज कहा जाता है।गुरु अर्जुन देव जी शहीदों के सरताज एवं शान्तिपुंज हैं। आध्यात्मिक जगत में गुरु जी को सर्वोच्च स्थान प्राप्त है। उन्हें ब्रह्मज्ञानी भी कहा जाता है।
संगठन पहले चरण के लाॅकडाउन से ही आम जनमानस को खाद्य सामग्री वितरण कर रहा था परंतु निराश्रित भूखे जानवरों पर कोई ध्यान ना देने के कारण उन्होंने निराश्रित आवारा पशुओं तथा अर्ध वन्यजीवों को यथासंभव भोजन कराने का निर्णय लिया। जिला अध्यक्ष आचार्य उमाकांत भट्ट ने कहा की आम जनमानस जैसे तैसे एक दूसरे की सहायता एंव प्रशासन की सहायता से अपना भरण-पोषण कर ही रहा है परंतु इन निराश्रित जानवरों पर कोई ध्यान नहीं दे रहा था। वहीं महानगर प्रभारी मुन्ना बजरंगी ने कहा कि संगठ न जानवरों को भोजन कराने के अलावा 10,000 से अधिक हाथ से बने मास्क एवं गरीब परिवारों को पका हुआ एवं कच्चा राशन भी मुहैया करवा रहा है। जोकि बिना किसी सहायता के संगठन स्वयं और कार्यकर्ताओं के सहयोग से कर रहा है।
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