रुद्रप्रयाग:
भूपेंद्र भण्डारी
लाॅकडाउन में कई उपद्रवी पुलिस प्रशासन को चकमा दे कर एक शहर से दूसरे शहर निकाल रहे हैं। खासतौर पर रूद्रप्रयाग में नजीबाबाद से आने वाले सब्जी के ट्रकों में लाॅकडाउन के बाद से भी बड़ी संख्या में सब्जी व्यवसाय और अन्य व्यवसायों से जुड़े लोग यूपी से यहां पहुंच रहे थे और यहां से बाहर जा रहे थे। अब जब खबर मीडिया में आई तो पुलिस सख्त नजर आने लगी- कोरोना वायरस के फैलते प्रकोप के बाद 24 मार्च से 21 दिनों के लिए सम्पूर्ण देशभर में लाॅकडाउन चल रहा है।
खाद्य सामग्री, सब्जी और दूध जैसी आवश्यक सेवाओं के लिए सुबह सात बजे से दोपहर एक बजे तक खुली रहती है। इसी बात का फायदा उठाते हुए कुछ लोग जमकर लाॅकडानउन का उलंघन कर रहे हैं। दरअसल रूद्रप्रयाग में अधिकतर सब्जी की दुकाने नजीबाबाद और बिजनौर निवासियों की हैं। वहीं से यहाँ सब्जी की सप्लाई भी होती है। हर रोज सुबह नजीबाबाद बिजनौर से यहाँ सब्जी के दर्जनों ट्रक आते हैं और देर रात को वापस लौटते हैं। लेकिन इन दिनों लाॅकडाउन के चलते इन्हें ट्रकों के अन्दर पुलिस को चकमा देकर ये लोग आवागमन कर रहे हैं। जिससे कोरोना संक्रमण के फैलने का अधिक खतरा बना हुआ है। इस बात को रूद्रप्रयाग के विधायक भरत सिंह चैधरी भी स्वीकार कर रहे हैं।
उधर दूसरी तरफ रूद्रप्रयाग में इन दिनों एकाएक सब्जी की दुकानें बढ़ गई हैं। आपकों बतातें चले कि जिन बिजनौर और नजीबाबाद के लोगों द्वारा सब्जी के अलावा अन्य व्यवसाय किया जाता था वे लोग भी इन दिनों सब्जी का व्यवसाय कर रहे हैं। ऐसे में रूद्रप्रयाग में इन दिनों ग्राहकों से ज्यादा दुकानदारों की भीड़ नजर आ रही है। हालांकि अब रूद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल और पुलिस कप्तान नवनीत सिंह ने इस स्थिति को ठीक करने का आश्वासन दिया है। जबकि बाहर से आने वाले लोगों पर पूरी तरह रोक लगाने की कार्यवाही आरम्भ कर दी है।
सब्जी के ट्रकों से रूद्रप्रयाग से कोई बाहर न जाये और बाहर से कोई अंदर न आये इसके लिए जहाँ पुलिस द्वारा सीमा के बैरियलों पर सख्ती से चेकिंग की जा रही है वहीं अब सीसीटीवी कैमरों के जरिए भी निगरानी रखी जा रही है। हालांकि अब देखना होगा कि पुलिस और प्रशासन के दावे कोरोना जैसी महामारी को मजाक समझने वालों पर नकेल कसने में कितनी कारगर सिद्ध होती है।
भूपेंद्र भण्डारी
लाॅकडाउन में कई उपद्रवी पुलिस प्रशासन को चकमा दे कर एक शहर से दूसरे शहर निकाल रहे हैं। खासतौर पर रूद्रप्रयाग में नजीबाबाद से आने वाले सब्जी के ट्रकों में लाॅकडाउन के बाद से भी बड़ी संख्या में सब्जी व्यवसाय और अन्य व्यवसायों से जुड़े लोग यूपी से यहां पहुंच रहे थे और यहां से बाहर जा रहे थे। अब जब खबर मीडिया में आई तो पुलिस सख्त नजर आने लगी- कोरोना वायरस के फैलते प्रकोप के बाद 24 मार्च से 21 दिनों के लिए सम्पूर्ण देशभर में लाॅकडाउन चल रहा है।
खाद्य सामग्री, सब्जी और दूध जैसी आवश्यक सेवाओं के लिए सुबह सात बजे से दोपहर एक बजे तक खुली रहती है। इसी बात का फायदा उठाते हुए कुछ लोग जमकर लाॅकडानउन का उलंघन कर रहे हैं। दरअसल रूद्रप्रयाग में अधिकतर सब्जी की दुकाने नजीबाबाद और बिजनौर निवासियों की हैं। वहीं से यहाँ सब्जी की सप्लाई भी होती है। हर रोज सुबह नजीबाबाद बिजनौर से यहाँ सब्जी के दर्जनों ट्रक आते हैं और देर रात को वापस लौटते हैं। लेकिन इन दिनों लाॅकडाउन के चलते इन्हें ट्रकों के अन्दर पुलिस को चकमा देकर ये लोग आवागमन कर रहे हैं। जिससे कोरोना संक्रमण के फैलने का अधिक खतरा बना हुआ है। इस बात को रूद्रप्रयाग के विधायक भरत सिंह चैधरी भी स्वीकार कर रहे हैं।
उधर दूसरी तरफ रूद्रप्रयाग में इन दिनों एकाएक सब्जी की दुकानें बढ़ गई हैं। आपकों बतातें चले कि जिन बिजनौर और नजीबाबाद के लोगों द्वारा सब्जी के अलावा अन्य व्यवसाय किया जाता था वे लोग भी इन दिनों सब्जी का व्यवसाय कर रहे हैं। ऐसे में रूद्रप्रयाग में इन दिनों ग्राहकों से ज्यादा दुकानदारों की भीड़ नजर आ रही है। हालांकि अब रूद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल और पुलिस कप्तान नवनीत सिंह ने इस स्थिति को ठीक करने का आश्वासन दिया है। जबकि बाहर से आने वाले लोगों पर पूरी तरह रोक लगाने की कार्यवाही आरम्भ कर दी है।
सब्जी के ट्रकों से रूद्रप्रयाग से कोई बाहर न जाये और बाहर से कोई अंदर न आये इसके लिए जहाँ पुलिस द्वारा सीमा के बैरियलों पर सख्ती से चेकिंग की जा रही है वहीं अब सीसीटीवी कैमरों के जरिए भी निगरानी रखी जा रही है। हालांकि अब देखना होगा कि पुलिस और प्रशासन के दावे कोरोना जैसी महामारी को मजाक समझने वालों पर नकेल कसने में कितनी कारगर सिद्ध होती है।
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