ऋषिकेश ;
कल रात्रि एम्स अस्पताल के कर्मचारी द्वारा ऐम्स पुलिस चौकी पर फोन के माध्यम से सूचना दी गई कि, बिल्डिंग नंबर 77, चतुर्थ बिल्डिंग, कमरा नंबर 151 के चतुर्थ वर्षीय (2016 से) एक छात्र ने पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली है।
सूचना पर चौकी प्रभारी एवं द्वारा थाने पर सूचना दी गई एवं मौके पर जाकर देखा तोवहां उपस्थित अन्य लोगों द्वारा बताया गया कि एक छात्र द्वारा पंखे से लटककर आत्महत्या की गई है। मौके से पुलिस को एक सुसाइड नोट प्राप्त हुआ है। जिसमें उसके द्वारा किसी को भी जिम्मेदार नहीं ठहराया गया है। बिल्डिंग के गार्ड व अन्य छात्रों के द्वारा तत्काल उक्त छात्र को इमरजेंसी वार्ड एम्स अस्पताल में दाखिल किया था जहां डॉक्टरों द्वारा उसको मृत घोषित कर दिया गया है। मृतक के परिजनों को सूचित कर दिया गया था।
आज 3 मार्च 2019 को मृतक छात्र के परिजनों के समक्ष पंचायत नामा की कार्यवाही की गई।
मृतक छात्र का नाम पता
साहिब दीप सिंह पुत्र इकबाल सिंह निवासी मानसा, कस्बा भुढलाना थाना भुढलाना, पंजाब
उम्र 22 वर्ष
़ वहीं अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में एमबीबीएस अंतिम वर्ष के छात्र साहिब दीप सिंह (23 वर्ष) के निधन पर शोक सभा का आयोजन किया गया,जिसमें फैकल्टी मेंबर्स व विद्यार्थियों ने दिवंगत छात्र को श्रद्धांजलि अर्पित की। गौरतलब है कि एम्स में एमबीबीएस में अध्ययन रत उक्त छात्र ने दिनांक 2 मार्च को आत्महत्या कर ली थी। मौके से पुलिस को बरामद सुसाइड नोट में उक्त छात्र ने किसी को भी उक्त घटना के लिए दोषी नहीं ठहराने की बात लिखी है। मंगलवार को संस्थान में आयोजित शोकसभा में एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत जी ने बताया कि एमबीबीएस अंतिम वर्ष के छात्र साहिब दीप सिंह (2016 बैच ) एक होनहार छात्र था व पढ़ाई में काफी होशियार था। उन्होंने बताया कि वह हमेशा मैरिट में अव्वल आता रहा है, साथ ही यह छात्र बैडमिंटन का भी अच्छा खिलाड़ी था। उन्होंने बताया कि छात्र के साथियों को भी ऐसा कुछ महसूस नहीं हुआ कि वह किसी तरह के तनाव से ग्रस्त है। निदेशक एम्स पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने बताया कि जीवन में कईदफा यदि हम किन्हीं अपरिहार्य कारणों से तनावग्रस्त होते भी हैं ,तो ऐसी स्थिति में हमें अपना आपा नहीं खोना चाहिए और न ही कोई आत्मघाती कदम उठाना चाहिए, बल्कि ऐसी स्थिति में अपने पारिवारिकजनों और मित्रों से अपनी दिक्कतों पर बातचीत करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि कईदफा जीवन में आने वाली समस्याओं का बातचीत व एक दूसरे से मशवरा कर समाधान निकल आते हैं। उन्होंने बताया कि अपने जीवन के अच्छे व बुरे अनुभवों, वाकयों से एक-दूसरे को बताने से जटिल से जटिल समस्याओं का हल किया जा सकता है। श्रद्धांजलि सभा में डीन एकेडमिक प्रोफेसर मनोज गुप्ता जी, डीन एलुमिनाई व आईबीसीसी प्रमुख प्रो. बीना रवि , डीन स्टूडेंट्स वैलफेयर प्रो. सौरभ वार्ष्णेय , डीन प्लानिंग प्रो. लतिका मोहन , डा. प्रशांत पाटिल, डा. वीके बस्तिया , वित्तीय सलाहकार कमांडेंट पीके मिश्रा आदि मौजूद थे।
कल रात्रि एम्स अस्पताल के कर्मचारी द्वारा ऐम्स पुलिस चौकी पर फोन के माध्यम से सूचना दी गई कि, बिल्डिंग नंबर 77, चतुर्थ बिल्डिंग, कमरा नंबर 151 के चतुर्थ वर्षीय (2016 से) एक छात्र ने पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली है।
सूचना पर चौकी प्रभारी एवं द्वारा थाने पर सूचना दी गई एवं मौके पर जाकर देखा तोवहां उपस्थित अन्य लोगों द्वारा बताया गया कि एक छात्र द्वारा पंखे से लटककर आत्महत्या की गई है। मौके से पुलिस को एक सुसाइड नोट प्राप्त हुआ है। जिसमें उसके द्वारा किसी को भी जिम्मेदार नहीं ठहराया गया है। बिल्डिंग के गार्ड व अन्य छात्रों के द्वारा तत्काल उक्त छात्र को इमरजेंसी वार्ड एम्स अस्पताल में दाखिल किया था जहां डॉक्टरों द्वारा उसको मृत घोषित कर दिया गया है। मृतक के परिजनों को सूचित कर दिया गया था।
आज 3 मार्च 2019 को मृतक छात्र के परिजनों के समक्ष पंचायत नामा की कार्यवाही की गई।
मृतक छात्र का नाम पता
साहिब दीप सिंह पुत्र इकबाल सिंह निवासी मानसा, कस्बा भुढलाना थाना भुढलाना, पंजाब
उम्र 22 वर्ष
़ वहीं अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में एमबीबीएस अंतिम वर्ष के छात्र साहिब दीप सिंह (23 वर्ष) के निधन पर शोक सभा का आयोजन किया गया,जिसमें फैकल्टी मेंबर्स व विद्यार्थियों ने दिवंगत छात्र को श्रद्धांजलि अर्पित की। गौरतलब है कि एम्स में एमबीबीएस में अध्ययन रत उक्त छात्र ने दिनांक 2 मार्च को आत्महत्या कर ली थी। मौके से पुलिस को बरामद सुसाइड नोट में उक्त छात्र ने किसी को भी उक्त घटना के लिए दोषी नहीं ठहराने की बात लिखी है। मंगलवार को संस्थान में आयोजित शोकसभा में एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत जी ने बताया कि एमबीबीएस अंतिम वर्ष के छात्र साहिब दीप सिंह (2016 बैच ) एक होनहार छात्र था व पढ़ाई में काफी होशियार था। उन्होंने बताया कि वह हमेशा मैरिट में अव्वल आता रहा है, साथ ही यह छात्र बैडमिंटन का भी अच्छा खिलाड़ी था। उन्होंने बताया कि छात्र के साथियों को भी ऐसा कुछ महसूस नहीं हुआ कि वह किसी तरह के तनाव से ग्रस्त है। निदेशक एम्स पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने बताया कि जीवन में कईदफा यदि हम किन्हीं अपरिहार्य कारणों से तनावग्रस्त होते भी हैं ,तो ऐसी स्थिति में हमें अपना आपा नहीं खोना चाहिए और न ही कोई आत्मघाती कदम उठाना चाहिए, बल्कि ऐसी स्थिति में अपने पारिवारिकजनों और मित्रों से अपनी दिक्कतों पर बातचीत करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि कईदफा जीवन में आने वाली समस्याओं का बातचीत व एक दूसरे से मशवरा कर समाधान निकल आते हैं। उन्होंने बताया कि अपने जीवन के अच्छे व बुरे अनुभवों, वाकयों से एक-दूसरे को बताने से जटिल से जटिल समस्याओं का हल किया जा सकता है। श्रद्धांजलि सभा में डीन एकेडमिक प्रोफेसर मनोज गुप्ता जी, डीन एलुमिनाई व आईबीसीसी प्रमुख प्रो. बीना रवि , डीन स्टूडेंट्स वैलफेयर प्रो. सौरभ वार्ष्णेय , डीन प्लानिंग प्रो. लतिका मोहन , डा. प्रशांत पाटिल, डा. वीके बस्तिया , वित्तीय सलाहकार कमांडेंट पीके मिश्रा आदि मौजूद थे।
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