ऋषिकेश :
उत्तम सिंह
यमकेश्वर क्षेत्र में चरक के आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है । जहां गुरुवार को रात्रि चरक ने दलमोगी गांव की एक गोशाला में घुसकर तीन गायों को निवाला बनाया। चरक के हमले से ग्रामीणो मे दहशत हैं। उन्हें अपने मवेशियों की जान की चिंता सता रही है। ग्रामीणों ने लालढांग वन रेंज के अधिकारियों से जान माल की सुरक्षा की मांग की। यमकेश्वर ब्लॉक में जंगली जानवर चरक ने एक माह से आंतक मचा रखा हैं। कुकरेतीधार, इडिया, भेल्डुंगा, फल्दाकोट के बाद गुरुवार रात दलमोगी गांव में नुकसान पहुंचाया। ग्राम पंचायत टोला के अंतर्गत दलमोगी गांव निवासी प्रकाश जोशी सुबह गोशाला में गायों को चारा देने को पहुंचे। उनकी तीन गाय मृत मिली। यहीं नहीं गोशाला की छत की पठाल उखड़ी मिली। उन्होंने ग्रामीणों को मामले की सूचना दी। ग्रामीणों ने घटना की जानकारी लालढांग रेंज के वन अधिकारियों को दी। वन कर्मियों ने मौके पर पहुंच मौका मुआयना किया। सामाजिक कार्यकर्त्ता गब्बर सिंह राणा का कहना है कि वन विभाग के सुस्त रवैया के कारण आज तक यह जानवर पकडा नहीं गया है । जिससे ग्रामीणों के कही पालतू मवेशियों को चरक ने निवाला बनाया है । जल्द ही ग्रामीणो को चरक के आतंक से निजात नहीं दिलाया गया तो ग्रामीणो के साथ मिलकर आन्दोलन किया जायेगा ।
उत्तम सिंह
यमकेश्वर क्षेत्र में चरक के आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है । जहां गुरुवार को रात्रि चरक ने दलमोगी गांव की एक गोशाला में घुसकर तीन गायों को निवाला बनाया। चरक के हमले से ग्रामीणो मे दहशत हैं। उन्हें अपने मवेशियों की जान की चिंता सता रही है। ग्रामीणों ने लालढांग वन रेंज के अधिकारियों से जान माल की सुरक्षा की मांग की। यमकेश्वर ब्लॉक में जंगली जानवर चरक ने एक माह से आंतक मचा रखा हैं। कुकरेतीधार, इडिया, भेल्डुंगा, फल्दाकोट के बाद गुरुवार रात दलमोगी गांव में नुकसान पहुंचाया। ग्राम पंचायत टोला के अंतर्गत दलमोगी गांव निवासी प्रकाश जोशी सुबह गोशाला में गायों को चारा देने को पहुंचे। उनकी तीन गाय मृत मिली। यहीं नहीं गोशाला की छत की पठाल उखड़ी मिली। उन्होंने ग्रामीणों को मामले की सूचना दी। ग्रामीणों ने घटना की जानकारी लालढांग रेंज के वन अधिकारियों को दी। वन कर्मियों ने मौके पर पहुंच मौका मुआयना किया। सामाजिक कार्यकर्त्ता गब्बर सिंह राणा का कहना है कि वन विभाग के सुस्त रवैया के कारण आज तक यह जानवर पकडा नहीं गया है । जिससे ग्रामीणों के कही पालतू मवेशियों को चरक ने निवाला बनाया है । जल्द ही ग्रामीणो को चरक के आतंक से निजात नहीं दिलाया गया तो ग्रामीणो के साथ मिलकर आन्दोलन किया जायेगा ।
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